"राजनय की विरासत" राजदूतों और वरिष्ठ राजनयिकों द्वारा लिखित पुस्तकों का एक गुलदस्ता है। यह विशेष संग्रह विश्व मामलों की भारतीय परिषद के पुस्तकालय में उपलब्ध है। इस संग्रह में हमारे राजदूतों द्वारा भारत के अन्य देशों के साथ अनुभवजन्य किस्से, संस्मरण, लघु कथाएँ, आत्मकथात्मक लेख और भारत के अन्य देशों के साथ संबंधों का छिद्रान्वेषण हैं।
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-मणिशंकर अय्यर (2024) |
-मणिशंकर अय्यर (2023) |
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-सुरेंद्र कुमार, एड. (2022) |
-तल्मिज़ अहमद (2022) |
-राजेंदर एम. अभयंकर (2022) |
-राजीव भाटिया (2022) |
-गुरजीत सिंह. (2022) |
-प्रीत मोहन सिंह मलिक (2021)
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-निरुपमा राव (2021) |
-नूतन कपूर महावर एवं अंकिता दत्ता, एडिटेड (2021) |
-नूतन कपूर महावर एवं प्रज्ञा पाण्डेय, एडिटेड (2021) |
-नूतन कपूर महावर एवं ध्रुबज्योती भट्टाचार्जी, एडिटेड (2021)
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-नूतन कपूर माहवार, विजय सखुजा एवं प्रज्ञा पाण्डेय, एडिटेड (2021)
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-नूतन कपूर महावर एंड विजय सखुजा, एडिटेड (2021)
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-भास्वती मुखर्जी (2021)
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-विजय गोखले (2021)
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-सैयद अकबरुद्दीन (2021)
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-शिवशंकर मेनन (2021) |
-दिनकर पी. श्रीवास्तवा (2021) |
-एम. हामिद अंसारी (2021) |
-एस. जयशंकर (2020) |
-अचल मल्होत्रा (2020) |
-अभय के. (2020) |
-टी. सी. ए. राघवन (2020) |
(2019) |
-जैमिनी भगवती (2019) |
-इकबाल चाँद मल्होत्रा (2019) |
-टी. सी. ए. राघवन (2019) |
-अभय के. (2019) |
-पी. ए. नाज़ारेथ (2019) |
-भासवती मुख़र्जी (2018) |
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- अभय के. |
- श्याम सरन (2017) |
- ए. एन. डी. हक्सर द्वारा अनुवादित (2017) |
- किशन एस. राना (2016) |
-शिवशंकर मेनन (2016) |
- हरदीप सिंह पुरी |
-सुरेंद्र कुमार |