2022 पाकिस्तान के लिए एक तनावपूर्ण वर्ष था। वर्ष की पहली छमाही को मुख्य रूप से देश के भीतर दो घटनाक्रमों से उत्पन्न होने वाली समस्याओं से चिह्नित किया जा सकता है । शुरुआत संवैधानिक संकट से हुई, जिसकी वजह से अप्रैल में प्रधानमंत्री पद से इमरान ख़ान का निष्कासन किया गया। राजनीतिक अस्थिरता ने पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था को नकारात्मक रूप से प्रभावित किया, जो पहले से ही बहुत कमजोर थी, क्योंकि अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) ने 2020 में 'बेलआउट पैकेज' या विस्तारित फंड सुविधा (ईएफएफ) को प्रमुख मानदंडों का अनुपालन न होने के कारण बताते हुए रोक दिया था। फरवरी 2022 में, खान की ईंधन सब्सिडी सहित 'राहत पैकेज' की घोषणा को पाकिस्तान की ओर से सहमत सुधारों के विपरीत के रूप में देखा गया।[i] इसलिए, ईएफएफ को फिर से शुरू करने की बातचीत विफल रही। 6 बिलियन अमरीकी डालर के फंड के रूक जाने से पिछले साल पाकिस्तान में चल रही आर्थिक मंदी में और इज़ाफा हो गया ।
दूसरा संकट था जून 2022 में अभूतपूर्व बाढ़ से हुई तबाही, "स्टेरॉयड पर मानसून" ।[ii] इसने एक गंभीर सामाजिक-आर्थिक संकट को जन्म दिया, जिसमें 30 बिलियन अमरीकी डालर से अधिक का नुकसान हुआ और 1730 से अधिक लोगों की मृत्यु हुई।[iii] हालाँकि बाहर से सहायता प्राप्त हुई थी, फिर भी पाकिस्तान की आर्थिक स्थिति और बिगड़ गई, और उसका विदेशी ऋण स्टॉक जो 2020 के अंत तक 115 बिलियन अमरीकी डॉलर था वह 2021 के अंत तक 130 बिलियन अमरीकी डॉलर तक पहुँच गया।[iv] इसी तरह, अन्य अधिकांश आर्थिक संकेतकों पर, पाकिस्तान के खराब प्रदर्शन ने, उसे गहरे संकट में धकेल दिया।
फिर भी, इन मोर्चों पर लगातार समस्याओं के बावजूद, पाकिस्तान अपनी अर्थव्यवस्था को डिफ़ॉल्ट और दिवालिया होने से उबारने में कामयाब रहा। इस बिंदु पर, यह विश्लेषण करना महत्वपूर्ण है कि पाकिस्तान कैसे बचा रहा और क्या यह राजनीतिक मोर्चे पर लगातार दिक्कतों का सामना करते हुए अपनी बढ़ती आर्थिक परेशानियों को आगे भी टालने में सक्षम होगा।
आईएमएफ निधियों की बहाली
2022 की दूसरी छमाही पाकिस्तान की आर्थिक निष्क्रियता में कुछ राहत लेकर आई। इसके लिए सबसे महत्वपूर्ण कारक अगस्त में ईएफएफ की बहाली थी। पाकिस्तान का आईएमएफ से मदद माँगने का इतिहास रहा है, चाहे ईएफएफ, विस्तारित क्रेडिट सुविधा (ईसीएफ) के लिए या स्टैंड-बाय अरेंजमेंट्स (एसबीए) के लिए। 11 जुलाई 1950 को आईएमएफ की सदस्यता के बाद से, इसे 23 अवसरों पर संस्था से सहायता प्राप्त हुई है।[v] 3 जुलाई 2019 को, आईएमएफ ने छठी बार पाकिस्तान को ईएफएफ प्रदान किया। यह 2 अक्टूबर 2022 तक चलना था। तथापि मुख्य रूप से इमरान खान की नीतियों के आलोक में, आईएमएफ ने बार-बार अनुरोध के बावजूद इस फंड को फिर से शुरू करने से इनकार कर दिया था, और केवल शहबाज शरीफ सरकार द्वारा अपने देश में सख्त उपायों का संकेत देने के बाद ही 1.17 बिलियन अमेरिकी डॉलर की 7वीं और 8वीं किश्त को मंजूरी दी गई थी। यह पाकिस्तान के लिए बहुत जरूरी राहत थी। विशेष रूप से इसलिए क्योंकि ईएफएफ की अवधि को 30 जून 2023 तक बढ़ा दिया गया था, साथ ही राशि में वृद्धि के साथ, इसे कुल मिलाकर 6.5 बिलियन अमेरिकी डॉलर कर दिया गया था।[vi]
आईएमएफ फंड्स जारी होने से डिफ़ॉल्ट के दबाव से जूझ रही शरीफ सरकार को विश्वास हासिल हुआ । उदाहरण के लिए, पाकिस्तान जुलाई 2022 में शरिया अनुपालन सुकुक बांड के लिए 40 मिलियन अमरीकी डालर का भुगतान करने में कामयाब रहा था[vii] और 1 बिलियन अमरीकी डालर की अगली बड़ी राशि का भुगतान, प्रमुख रूप से आईएमएफ फंड से प्राप्त कुशनिंग के कारण[viii] समय से थोड़ा पहले दिसंबर में कर दिया गया था । इस पर ध्यान दिया जाना चाहिए कि श्रीलंका, जिसने 2022 में 51 बिलियन अमरीकी डालर के अपने बाहरी ऋण के भुगतान में चूक की थी,[ix] और कर्ज-जाल में फँस गया था, से विपरीत पाकिस्तान ने भुगतानों में चूक नहीं की, इसके अलावा, आईएमएफ निधियों की बहाली ने अन्य विदेशी भागीदारों से अधिक ऋणों का प्रबंधन करने में भी मदद की। परिणामस्वरूप, इसने कुछ हद तक गिरती हुई अर्थव्यवस्था को स्थिर करने में मदद की।
विदेशी भागीदारों से आश्वासन
पाकिस्तान के विदेशी साझेदारों में, सबसे अधिक धन प्रदान करने और सबसे बड़े निवेश करने, दोनों मामलों में चीन सूची में सबसे ऊपर है। पाकिस्तान पर 2022 में अपने कुल विदेशी कर्ज का 30% बकाया चीन का है।[x] जून में, चीन ने पाकिस्तान को उसके विदेशी मुद्रा भंडार को बढ़ावा देने में मदद करने के लिए 2.5 बिलियन अमरीकी डालर का ऋण दिया था, जो कि पिछले साल घोषित किए गए 4.5 बिलियन अमरीकी डालर के ऋण के अतिरिक्त था।[xi] चीन ने चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारे (सीपीईसी) के तहत परियोजनाओं के लिए भी पैसा निवेश किया है, जो कथित तौर पर पहले ही 25 बिलियन अमरीकी डालर तक पहुँच गया है।[xii]
इस बीच, अन्य बाहरी साझेदार पाकिस्तान की संकटग्रस्त अर्थव्यवस्था की मदद के लिए आगे आए। ऐसे कई मामले गिनाए जा सकते हैं। कथित तौर पर, सऊदी अरब, कतर और संयुक्त अरब अमीरात ने पाकिस्तान को लगभग 4 बिलियन अमरीकी डालर की सहायता प्रदान करने के लिए वादा किया है।[xiii] पश्चिम से प्राप्त सहायता में से, फ्रांस ने पाकिस्तान के साथ जी 20 ऋण सेवा निलंबन पहल (डीएसएसआई) के तहत 107 मिलियन अमरीकी डालर की ऋण चुकौती को निलंबित करने के लिए एक समझौते पर हस्ताक्षर किए।[xiv] अगस्त 2022 तक 30 मिलियन अमरीकी डालर मूल्य की अमेरिकी सहायता ‘अंतर्राष्ट्रीय विकास के लिए संयुक्त राज्य अमरीका सहायता (यूएसएआईडी)’ के रूप में प्राप्त हुई थी।[xv] 9 जनवरी 2023 को जिनेवा में आयोजित एक दानकर्ता सम्मेलन को पाकिस्तान द्वारा एक अवसर के रूप में देखा गया था, जहाँ उसे विशेष रूप से विभिन्न बुनियादी ढाँचा परियोजनाओं के लिए 13 बिलियन अमरीकी डालर का ऋण प्रदान करने के लिए ऋणदाताओं से समर्थन दिए जाने की उम्मीद थी।[xvi] सम्मेलन के दौरान पाकिस्तान प्रतिज्ञा के रूप में 10 बिलियन अमरीकी डालर प्राप्त करने में कामयाब रहा।[xvii] जबकि प्रधानमंत्री शरीफ ने दाताओं के प्रति अपनी कृतज्ञता व्यक्त की, पर उन्होंने कहा कि न्यूनतम हालात-सुधारों के लिए अभी भी बड़े फंडिंग अंतराल हैं।[xviii]
ईएफएफ की बहाली के अलावा, अक्टूबर 2022 तक, पाकिस्तान फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स (एफएटीएफ) की 'काली सूची' से बाहर निकलने में कामयाब रहा। इसके परिणामस्वरूप पाकिस्तान पर प्रतिबंधों में कुछ ढील दी गई जिससे बाहरी संस्थाओं और साझेदारों के लिए इस्लामाबाद के साथ काम करना आसान हो गया। उदाहरण के लिए, एशियाई विकास बैंक (एडीबी) ने इसके तुरंत बाद पाकिस्तान को ‘सक्रिय प्रतिचक्रीय व्यय के साथ लचीलापन निर्माण’ कार्यक्रम (बीआरएसीई) के तहत 1.5 बिलियन अमरीकी डालर का ऋण जारी किया। इसी तरह, नवंबर 2022 में, एशियन इन्फ्रास्ट्रक्चर इन्वेस्टमेंट बैंक (एआईआईबी) ने ‘बीआरएसीई’ कार्यक्रम के तहत स्टेट बैंक ऑफ़ पाकिस्तान (एसबीपी) को 500 मिलियन अमरीकी डालर प्रदान करने पर सहमति व्यक्त की।[xix]
क्या उम्मीद की जा सकती है?
कुछ भी कहा जाए, पाकिस्तान गंभीर तनाव में है। इस साल पाकिस्तान में आर्थिक स्थिति में और गिरावट की भविष्यवाणी के लिए तीन मुख्य कारण दिए जा सकते हैं।
एक, दानकर्ता थक गए हैं। पाकिस्तान को 'मित्र देशों' से जो भी मदद मिल सकती थी, वह पहले से ही इष्टतम स्तर पर पहुँची हुई लगती है। पीएम शहबाज शरीफ, अपनी आर्थिक परेशानियों के लिए इस्लामाबाद का और अधिक सहायता पर निर्भर होने के बारे में जितने भी सतर्क हों और 'भीख का कटोरा' बनने के लिए शर्मिंदा होने के लिए जितने भी जाने जाते हों, पाकिस्तान के पास बाहरी मदद पर निर्भर रहने के अलावा कोई विकल्प नहीं है। इस बीच, अक्टूबर 2022 में फिच द्वारा पाकिस्तान की दीर्घकालिक जारीकर्ता डिफ़ॉल्ट रेटिंग (आईडीआर) को बी- से सीसीसी+ तक डाउनग्रेड कर देने से, देशों को पाकिस्तान की भुगतान क्षमता के बारे में कम भरोसा है।[xx] यह निश्चित रूप से, यहाँ तक कि उसके शुभचिंतकों से भी पाकिस्तान में आने वाली मदद को धीमा कर देने वाला है । उदाहरण के लिए, चीन, जहाँ पीएम शरीफ ने सत्ता में आने के लंबे समय बाद, नवंबर 2022 में अपनी पहली द्विपक्षीय यात्रा की, ने बिना किसी घोषित नए पैकेज के केवल अपनी 'ऑल वेदर स्ट्रैटेजिक कोऑपरेटिव पार्टनरशिप' और इस्लामाबाद को आर्थिक सहायता प्रदान करने के अपने वादे की पुष्टि भर की है। [xxi] चीन का दावा है कि उसने पहले ही पाकिस्तान के लिए 'अधिकतम' कर दिया है, [xxii] , हालाँकि किसी को यह उम्मीद नहीं करनी चाहिए कि चीन पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था को छोड़ देगा । इसके अलावा, आईएमएफ फंडों की 9वीं किश्त की समीक्षा धीमी गति से आगे बढ़ रही है, दक्षिण एशियाई देश में आगे के मानदंडों के अनुपालन की प्रतीक्षा कर रही है।
दो, घरेलू बाधाएँ और राजनीतिक अनिश्चितता। पाकिस्तान में, 2023 की शुरुआत इमरान खान की पार्टी - पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई), जो इस साल मध्यावधि चुनाव की उम्मीद कर रही है, द्वारा बढ़ती महंगाई और शरीफ सरकार की अक्षमता के खिलाफ देश भर में घोषणा और विरोध प्रदर्शन के साथ हुई ।[xxiii]. यह भी कहा गया कि मुद्रास्फीति की एक नई लहर की उम्मीद है क्योंकि आईएमएफ फंड की अगली किश्त का लाभ उठाने के लिए, बढ़ी हुई कीमतों के साथ नए कर भी लगाने होंगे। लोगों द्वारा एलपीजी से गुब्बारों को भरने (गैस की कमी के कारण) की तस्वीरें और वीडियो, बिजली की राशनिंग के उद्देश्य से राज्य के निर्देश, बढ़ती आटे की कीमतों (गेहूँ की कमी के कारण) से उत्पन्न अराजकता और पिछले कुछ सप्ताहों में समाज में एक सामान्य बेचैनी इन दिनों स्पष्ट रूप से दिखाई दे रही है। आतंकी हमलों में भी वृद्धि हुई है, विशेष रूप से तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) एक खतरे के रूप में उभरा है[xxiv], जबकि अफगानिस्तान-पाकिस्तान सीमा पर संघर्ष जारी है। ये सभी संकेत देते हैं कि पाकिस्तान की आर्थिक मुसीबतें अतिरिक्त आंतरिक दबावों के साथ केवल और भी बदतर होती जा रही हैं। पाकिस्तान के भीतर विशेषज्ञ टुकड़ों-टुकड़ों की बजाए पर्याप्त ऋण-पुनर्गठन नीतियों का सुझाव दे रहे हैं।[xxv] इन संरचनात्मक परिवर्तनों और नीतिगत सुधारों के सुचारू रूप से चलने की उम्मीद कम से कम है।
तीन, बिगड़ते आर्थिक मानक । वित्त वर्ष 2021 में पाकिस्तान का चालू खाता घाटा (सीएडी) 2.8 बिलियन अमरीकी डॉलर से बढ़कर वित्त वर्ष 22 में 17.41 बिलियन अमरीकी डॉलर हो गया ।[xxvi] एसबीपी के पास पाकिस्तान का विदेशी मुद्रा भंडार दिसंबर 2022 में पहले सप्ताह के 6.72 बिलियन अमेरिकी डॉलर[xxvii] से गिरकर मध्य-माह तक 6.1 बिलियन अमेरिकी डॉलर[xxviii] हो गया और वर्ष समाप्त होने पर यह 5.5 बिलियन अमेरिकी डॉलर हो गया।[xxix] प्रेषण, जो बेहतर विदेशी मुद्रा में जोड़ता है, में भी कमी आई है।[xxx] 2022 के अंत तक, उच्च उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (सीपीआई) के संकेत के अनुसार, मुद्रास्फीति बढ़ गई, एक साल पहले 12.28% की तुलना में 24.5% दर्ज की गई थी।[xxxi] डॉलर की तुलना में मुद्रा का मूल्य कम हो गया है, यद्यपि और गिरावट की उम्मीद है। ये संख्याएँ इस वर्ष पाकिस्तान की व्यापक आर्थिक स्थिति के अच्छे होने को प्रतिबिंबित नहीं करती हैं।
2021-22 के बीच प्रमुख आर्थिक संकेतकों की तुलना
प्रमुख संकेतक |
अवधि |
राशि |
एसबीपी के पास विदेशी मुद्रा भंडार |
21 दिसंबर 2021 और 30 दिसंबर 2022 |
17.6 बिलियन अमरीकी डॉलर और 5.5 बिलियन अमरीकी डॉलर |
प्रेषण |
वित्त वर्ष 22 से वित्त वर्ष 23 |
13,286.9 मिलियन अमरीकी डॉलर से 12,008.7 मिलियन अमरीकी डॉलर |
चालू खाता घाटा |
वित्त वर्ष 21 to वित्त वर्ष 22 |
2.8 बिलियन अमरीकी डॉलर से 17.41 बिलियन अमरीकी डॉलर |
उपभोक्ता मूल्य सूचकांक |
दिसंबर 2021 से दिसंबर 2022 |
12.28% to 24.5% |
स्रोत: लेखक द्वारा संकलित
निष्कर्ष
पाकिस्तान की आर्थिक परेशानी पिछले तीन साल से अधिक समय से बनी हुई है। 2020 से पाकिस्तान को आईएमएफ के 'बेलआउट पैकेज' को रोकना, जून 2022 में अभूतपूर्व बाढ़ के बाद हुए नुकसान और सामाजिक-आर्थिक संकट और देश में राजनीतिक कुप्रबंधन ने पाकिस्तान को 2022 में आर्थिक डिफ़ॉल्ट और पतन के कगार पर धकेल दिया। यह खुद को बचाए रखने में कामयाब रहा क्योंकि वर्ष की दूसरी छमाही आईएमएफ निधियों और विदेशी भागीदारों से ऋण के रूप में फिर से शुरू होने की आशा लेकर आई। 2023 में पाकिस्तान के लिए आर्थिक संकेतक अच्छे नहीं दिख रहे हैं, विश्लेषक दाताओं के थक जाने की ओर इशारा कर रहे हैं। साल की शुरुआत इमरान खान की पीटीआई के नेतृत्व में बढ़ती महँगाई के खिलाफ विरोध के नोट पर हुई है । इसमें कोई आश्चर्य की बात नहीं होगी अगर साल का अंत पाकिस्तान के लिए और अधिक जटिलताओं के साथ हो।
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* डॉ. श्रबाना बरुआ विश्व मामलों की भारतीय परिषद, नई दिल्ली में रिसर्च फेलो हैं
व्यक्त किए गए विचार उनके व्यक्तिगत हैं।
डिस्क्लेमर: इस अनुवादित लेख में यदि किसी प्रकार की त्रुटी पाई जाती है तो पाठक अंग्रेजी में लिखे मूल लेख को ही मान्य माने ।
एंडनोट्स
[i] Khaleeq Kiani, “IMF wants PTI’s ‘relief package’ reversed”, Dawn, 21 April 2022, URL: https://www.dawn.com/news/1686058.
[ii] UN Secretary General, António Guterres remarked on the floods in Pakistan, in a speech in August 2022, making an appeal to the international community for help, amounting to USD 160 million. See, Simon Fraser, BBC News, 30 August 2022, URL: https://www.bbc.com/news/world-asia-62722117.
[iii] The World Bank, “Pakistan: Flood Damages and Economic Losses Over USD 30 billion and Reconstruction Needs Over USD 16 billion - New Assessment”, 28 October 2022, URL: https://www.worldbank.org/en/news/press-release/2022/10/28/pakistan-flood-damages-and-economic-losses-over-usd-30-billion-and-reconstruction-needs-over-usd-16-billion-new-assessme.
[iv] “Pakistan's external debt stocks in 2021 stood at $130 billion: World Bank”, Business Standard, 8 December 2022, URL: https://www.business-standard.com/article/international/pakistan-s-external-debt-stocks-in-2021-stood-at-130-billion-world-bank-122120800119_1.html.
[v] “Pakistan: History of Lending Commitments, as of February 29, 2020”, International Monetary Fund, URL:https://www.imf.org/external/np/fin/tad/extarr2.aspx?memberKey1=760&date1key=2020-02-29.
[vi] “IMF Executive Board Completes the Combined Seventh, and Eighth Reviews of the Extended Fund Facility for Pakistan”, International Monetary Fund, 29 August 2022, URL: https://www.imf.org/en/News/Articles/2022/08/29/pr22293-imf-executive-board-completes-reviews-of-extended-fund-facility-pakistan.
[vii] Sukuk bonds are Sharia compliant certificates through which investors lend money to the issuer, indicating an obligation for repayment at maturity date. Erum Zaidi and Mehtab Haider, “Sukuk bonds: Pakistan repays $40 m”, The News, 2 August 2022, URL: https://www.thenews.com.pk/print/978951-sukuk-bond-pakistan-repays-40m.
[viii] “Pakistan averts default; pays USD 1 billion Sukuk bond before schedule” The Economic Times, 3 December 2022, URL: https://economictimes.indiatimes.com/markets/bonds/pakistan-averts-default-pays-usd-1-billion-sukuk-bond-before-schedule/articleshow/95958498.cms.
[ix] “Sri Lanka announces default on all of its $51 billion external debt”, The Economic Times, 12 April 2022, URL: https://economictimes.indiatimes.com/news/international/world-news/sri-lanka-central-bank-governor-says-to-temporarily-suspend-foreign-debt-payments/articleshow/90794291.cms.
[x] Farseeh Mangi, “China’s Funding to Pakistan Stands at 30% of Foreign Debt”, Bloomberg, 2 September 2022, URL: https://www.bnnbloomberg.ca/china-s-funding-to-pakistan-stands-at-30-of-foreign-debt-1.1813897.
[xi] Shrabana Barua, “Keeping a close watch on Pakistan’s economy”, Hindustan Times, 14 November 2022, URL: https://www.hindustantimes.com/opinion/keeping-a-close-watch-on-pakistan-s-economy-101668432926334.html.
[xii] Andrew Small’s interview with Nirupama Subramanian. See, “CPEC: A status check”, Expert Explains, The Indian Express, 3 November 2022.
[xiii] “Pakistan set to receive $2 billion from Qatar to ease funding crunch”, Bloomberg, 23 August 2022, URL: https://www.business-standard.com/article/international/pakistan-set-to-receive-2-billion-from-qatar-to-ease-funding-crunch-122082301381_1.html. See also, “Qatar, Gulf States to assist Pakistan with $4bn”, Middle East Monitor, 23 August 2022, URL: https://www.middleeastmonitor.com/20220823-qatar-gulf-states-to-assist-pakistan-with-4bn/.
[xiv] Economic Affairs Division, Ministry of Economic Affairs, Tweet @eadgop, 27 June 2022, URL: https://twitter.com/eadgop/status/1541372537267011585?lang=en.
[xv] “United States Providing Additional $30 Million In Critical Humanitarian Assistance In Response To Flooding In Pakistan”, USAID, 30 August 2022, URL: https://www.usaid.gov/news-information/press-releases/aug-30-2022-united-states-providing-additional-30-million-critical-humanitarian-assistance-pakistan-flooding.
[xvi] Mehtab Haider, “Donors’ conference in Geneva on Jan 9: Pakistan to seek US govt support to get $13bn loans for dozen projects”, The News, 28 December 2022, URL: https://www.thenews.com.pk/print/1024571-donors-conference-in-geneva-on-jan-9-pakistan-to-seek-us-govt-support-to-get-13bn-loans-for-dozen-projects.
[xvii] Abid Hussain, “Pakistan PM says ‘deeply moved by compassion’ of donors at Geneva”, Aljazeera, 10 January 2023, URL: https://www.aljazeera.com/news/2023/1/10/pakistan-pm-says-deeply-moved-by-compassion-of-donors-at-geneva.
[xviii] “Statement by the Pakistan Prime Minister, at the International
Conference on a Climate Resilient Pakistan”, Geneva, 9 January, 2023, URL: https://pakun.org/statements/Economic_and_Social_Council/2023/01092023-01.pdf.
[xix] “AIIB Signs USD500-Million Agreement at COP27 to Support Pakistan’s Economic Resilience”, Asian Infrastructure Investment Bank, 22 November 2022, URL: https://www.aiib.org/en/news-events/news/2022/AIIB-Signs-USD500-Million-Agreement-at-COP27-to-Support-Pakistans-Economic-Resilience.html.
[xx] “Fitch Downgrades Pakistan to 'CCC+'”, FitchRating, 21 October, 2022, URL:https://www.fitchratings.com/research/sovereigns/fitch-downgrades-pakistan-to-ccc-21-10-2022.
[xxi] “Joint Statement between the People’s Republic of China and the Islamic Republic of Pakistan”, Ministry of Foreign Affairs, Government of Pakistan, 2 November 2022, URL: https://mofa.gov.pk/joint-statement-between-the-peoples-republic-of-china-and-the-islamic-republic-of-pakistan-2-november-2022/.
[xxii] “On Financial Support For Pakistan, China Says It Has Done Its "Utmost"”, NDTV, 7 November 2022, URL: https://www.ndtv.com/world-news/we-will-not-let-you-down-xi-jingping-on-chinese-aid-for-pak-economy-3498505.
[xxiii] “PTI Unfolds details of ‘anti-inflation’ agitation”, Dawn, 31 December 2022, URL: https://www.dawn.com/news/1729078.
[xxiv] “Pakistan saw rise in ‘terror attacks’ in 2022 as TTP turned biggest threat”, The Print, 1 January 2023, URL: https://theprint.in/world/pakistan-saw-rise-in-terror-attacks-in-2022-as-ttp-turned-biggest-threat/1292494/.
[xxv] Kazim Alam, “Debt restructuring is inevitable”, Dawn, 5 January 2023, URL: https://www.dawn.com/news/1724571/debt-restructuring-is-inevitable.
[xxvi] “Pakistan's current account deficit rises to 4-year high of $17.4 bn in FY22”, Business Standard, 28 July 2022, URL: https://www.business-standard.com/article/international/pakistan-s-current-account-deficit-rises-to-4-year-high-of-17-4-bn-in-fy22-122072801029_1.html.
[xxvii] Abid Hussain, “Pakistan central bank’s forex reserves fall to near four-year low”, Aljazeera, 9 December 2022, URL: https://www.aljazeera.com/news/2022/12/9/pakistan-central-banks-forex-reserves-fall-to-near-four-year-low.
[xxviii] “SBP forex reserves plunge to 8-year low”, Dawn, 22 December 2022, URL: https://www.dawn.com/news/1727705.
[xxix] Domestic Market and Monetary Management Department, State Bank of Pakistan, URL: https://www.sbp.org.pk/ecodata/forex.pdf. Accessed on 5 January 2022.
[xxx] Core Statistics Department, State Bank of Pakistan, URL: https://www.sbp.org.pk/ecodata/Homeremit.pdf. Accessed on 5 January 2022.
[xxxi] “Inflation in Pakistan rose to 24.5% in Dec 2022 compared to 2021: Data”, Business Standard, 5 January 2023, URL: https://www.business-standard.com/article/international/inflation-in-pakistan-rose-to-24-5-in-dec-2022-compared-to-2021-data-123010300621_1.html.