वर्ष 1964 से 1975 के बीच हुए वियतनाम युद्ध में विपरीत छोर पर होने के साथ, दक्षिण कोरिया और वियतनाम के संबंधों की “व्यापक सामरिक साझेदारी” की दिशा में हुई प्रगति उल्लेखनीय रही है। विशेष रूप से आर्थिक क्षेत्र में उनके सहयोग की गति, 1992 में औपचारिक राजनयिक संबंधों की स्थापना के बाद से, यह दर्शाती है कि अलग– अलग सिद्धांतों के इतिहास वाले देशों की जरूरतें अगर एक दूसरे जैसी हों तो वे अपने बीच की दूरियों को कैसे कम कर सकते हैं। हालांकि, ऐसा उन सभी देशों के बारे में नहीं कहा जा सकता है जिनके सिद्धांतों में अंतर लेकिन संघर्ष का साझा इतिहास है। इसलिए यह शोध पत्र नीति– निर्माण प्रक्रियाओं में कारकों और विशेषताओं पर एक नज़रिया प्रस्तुत करेगा जिसके कारण सियोल और हनोई की बीच संबंध गहरे हुए।
दक्षिण कोरिया और वियतनाम के बीच राजनयिक संबंधों की स्थापना की 30वीं वर्षगांठ के अवसर पर दोनों देशों ने 18 अक्टूबर 2022 को अपने संबंधों को “व्यापक रणनीतिक साझेदारी” बनाए जाने की घोषणा की।[i] दक्षिण कोरिया के विदेश मंत्री पार्क जिन ने अपने समकक्ष बुई थान सोन के निमंत्रण पर वियतनाम की दो दिवसीय यात्रा की और इस दौरान द्विपक्षीय संबंधों में सुधार का बहुत प्रचार किया गया था।[ii] दोनों पक्षों ने भविष्य के द्विपक्षीय शिखर सम्मेलन में आधिकारिक तौर पर संबंधों में सुधार की घोषणा करने का निर्णय लिया है। जैसा कि दोनों देशों के बीच औपचारिक राजनयिक संबंधों की स्थापना की आधिकारिक तिथि 22 दिसंबर 1992 थी, 30वीं वर्षगांठ को औपचारिक रूप से मनाने के लिए 22 दिसंबर 2022 के आस–पास द्विपक्षीय शिखर सम्मेलन आयोजित किए जाने की संभावना है।
वियतनाम की विदेश नीति संबंधों में “व्यापक रणनीतिक साझेदारी” का लक्ष्य सर्वोच्च प्राथमिकता है, जो पूर्व में केवल रूस, चीन और भारत के लिए था।[iii] दक्षिण कोरिया ने अब वियतनाम के साथ इस महत्वपूर्ण स्तर की साझेदारी में प्रवेश किया है। शोधपत्र में इस बात पर ध्यान दिया जाएगा कि साझेदारी किस प्रकार निर्धारित की गई है और क्या सियोल और हनोई द्वारा “व्यापक रणनीतिक साझेदारी” की ओर बढ़ना वर्तमान भू–राजनीति से निपटने के साधनों को समायोजित करता है।
राजनयिक संबंधों की स्थापना
जैसा कि वियतनाम युद्ध के इतिहास से पता चलता है, दक्षिण कोरिया और वियतनाम के संबंध उचित नोट पर शुरू नहीं हुए। संयुक्त राज्य अमेरिका (यूएस) का सहयोगी होने के नाते दक्षिण कोरिया ने उत्तरी वियतनाम के खिलाफ तत्कालीन दक्षिण वियतनाम का समर्थन करते हुए वियतनाम युद्ध में सक्रिए रूप से भाग लिया था।[iv] शीत युद्ध की समाप्ति के बाद ही दक्षिण कोरिया और वियतनाम ने 1992 में राजनयिक संबंधों की स्थापना के साथ संबंधों को सामान्य बनाने का निर्णय किया। तब से, द्विपक्षीय संबंधों में बहुत अधिक प्रगति हुई है।
राजनीतिक और आर्थिक सुधारों के लिए 1986 में वियतनाम द्वारा दोई मोई की अपनी श्रद्धेय राष्ट्रीय नीति को अपनाने के साथ संबंधों को सामान्य बनाने की दिशा में कदम धीरे– धीरे बढ़े। दोई मोई के अधीन, वियतनाम ने 1975 में देश के एकीकरण के बाद लगाए गए स्व–अलगाव से स्वयं को अलग करने का निर्णय किया और सभी देशों के साथ मैत्रीपूर्ण व्यवहार करने की प्रतिबद्धता जताई। दक्षिण कोरिया ने भी जल्द ही अपनी स्वयं की आउटरीच नीति अपनाई। सियोल ने जुलाई 1988 के दौरान उत्तर नीति– नार्डपोलिटिक या कोरियाई में पुकबैंग जोंगचेक, के रूप में वर्णित नीतिगत प्रयासों के माध्यम से सोवियत संघ, चीन और उत्तर कोरिया जैसे उत्तर के समाजवादी देशों के साथ राजनयिक संबंधों को सामान्य बनाने का निर्णय लिया था।[v]
सियोल उम्मीद कर रहा था कि सोवियत संघ और चीन उत्तर कोरिया को लंबे समय में अंतर–कोरियाई संबंधों को खोलने और सुधारने के लिए प्रेरित करने में मदद करेंगे। प्योंगयांग के साथ बेहतर संबंध विकसित करने के लिए समाजवादी देशों के साथ राजनयिक संबंध स्थापित करने के विचार ने भी दक्षिण कोरिया को वियतनाम पर ध्यान देने को प्रेरित किया। वियतनाम युद्ध के दौरान वियतनाम का उत्तरी हिस्सा और उत्तर कोरिया सहयोगी थे। प्योंगयांग का दावा है कि उसने वियतनाम युद्ध के दौरान अमेरिका समर्थित दक्षिण वियतनाम के खिलाफ लड़ने के लिए 200 लड़ाकू पायलट भेजे थे,[vi] , उत्तर का समर्थन करने के लिए।[vii] आगे चलकर जब वियतनाम एकीकृत हुआ, तो हनोई ने प्योंगयांग को खाद्य सहायता प्रदान की, विशेष रूप से 1994 से 1998 तक उत्तर कोरिया में आए व्यापक अकाल के दौरान।
जैसे, वियतनाम के साथ राजनयिक संबंधों को आगे बढ़ाने के लिए दक्षिण कोरिया के लिए यह अधिक आदर्श बन गया क्योंकि हनोई उत्तर कोरिया के साथ नियमित आदान–प्रदान और संपर्क बनाए हुए थे। इसलिए, दक्षिण कोरिया और वियतनाम के बीच राजनयिक संबंधों की शुरूआत हुई। शीत युद्ध के बाद के युग में विविध, सहकारी बाहरी संबंधों की स्थापना के माध्यम से आर्थिक विकास, व्यापर, निवेश और भूराजनीति की खोज को बढ़ावा देने के उनके साझा उद्देश्य के साथ संबंधों का सामान्यीकरण हुआ। दोनों देशों ने ऐतिहासिक मुद्दों को एक तरफ रखकर भविष्य हेतु सहयोग करने का फैसला किया था।
व्यापक साझेदारी (2001) और रणनीतिक सहकारी साझेदारी (2009)
जैसे– जैसे साल बीतते गए, वियताम युद्ध की पेचीदा विरासत के बावजूद, दक्षिण कोरिया और वियतनाम ने स्थिति को अभूतपूर्व गति से सामान्य बनाने का प्रयास किया। अगस्त 2001 में संबंधों में तब और सुधार हुआ जब वियतनाम के राष्ट्रपति ट्रान डुक लुओंग ने दक्षिण कोरिया का दौरा किया, इस दौरे के परिणामस्वरूप द्विपक्षीय संबंध “व्यापक साझेदारी” में बदलने लगे। आखिरकार, 2009 में, दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति ली म्युंग–बाक की वियतनाम की राजकीय दौरे के दौरान साझेदारी को और मजबूत बनाया और इसे “रणनीतिक सहकारी साझेदारी” में बदल दिया।[viii] दक्षिण कोरियाई राष्ट्रपति ने अपने समकक्ष गुयेन मिन्ह ट्रीट के साथ अक्टूबर 2009 में एक शिखर सम्मेलन आयोजित किया, जहां वे अर्थव्यवस्था से परे संबंधों को कूटनीति और सुरक्षा संबंधों समेत सभी क्षेत्रों में विस्तारित करने हेतु संबंधों को “सामरिक सहकारी साझेदारी” बनाने पर सहमत हुए।[ix] दोनों देशों ने वार्षिक उप–मंत्री स्तर की रणनीतिक वार्ता शुरू करने और रक्षा उद्योग एवं सहयोग को बढ़ावा देने की भी घोषणा की थी।[x] द्विपक्षीय संबंध के मामले में यह मील का पत्थर साबित हुआ, जहां दो देशों में, ऐतिहासिक मतभेदों के कारण विवाद रहा, 20 वर्षों में उनके बीच रणनीतिक साझेदारी विकसित हुई। यह स्वीकार करना महत्वपूर्ण है कि सियोल और हनोई को स्थिति को सामान्य बनाने की प्रक्रिया के दौरान अपनी ऐतिहासिक विवादों को दूर करने में कठिनाईयां हुईं। हालांकि,विशेषज्ञों और विद्वानों द्वारा इसका विश्लेषण किया गया है कि आपसी आर्थिक जरूरतों के कारण दक्षिण कोरिया और वियतनाम अपने द्विपक्षीय सहकारी संबंधों में तेजी से सुधारने में सक्षम थे।[xi] इसके अलावा, दक्षिण कोरिया इस बात की उम्मीद कर रहा था कि उत्तर कोरिया के साथ वियतनाम के घनिष्ठ संबंध प्योंगयांग के अपने आर्थिक और राजनीतिक सुधारों को प्रेरित करने में मदद करेंगे। [xii]
वर्ष 2001 से 2009 तक “व्यापक साझेदारी” से “रणनीतिक सहकारी साझेदारी” तक, और अब एक 'व्यापक सामरिक साझेदारी' की तरफ, संबंधों में अनुकरणीय उन्नति को समझने के लिए, उनके आर्थिक सहयोग के विस्तार पर एक सरसरी नज़र डालना उचित होगा। यह इस लिए भी मायने रखता है क्योंकि दोनों देशों ने “संबंधों के सामान्यीकरण द्वारा आपसी आर्थिक सहयोग के माध्यम से आर्थिक विकास को बढ़ावा देने” का काम किया है।[xiii] वर्ष 1992 में, विश्व बैंक के डेटाबेस के अनुसार, वियतनाम के साथ दक्षिण कोरिया का कुल व्यापार महज़ 493,491 अमेरिकी डॉलर से शुरू हुआ था।[xiv] हालांकि, एक अध्ययन में इस बात का उल्लेख किया गया था कि 1993 से 2010 के बीच दक्षिण कोरिया से वियतनाम को निर्यात की दर उल्लेखनीय थी जिससे दोनों देशों के बीच व्यापार में तेज़ी से वृद्धि हुई थी।[xv] उसी अध्ययन के अनुसार, यह निष्कर्ष निकाला गया है कि उपरोक्त अवधि के दौरान वियतनाम को दक्षिण कोरियाई निर्यात दुनिया के बाकी हिस्सों की तुलना में बहुत अधिक बढ़ रहा था।
तालिका 1: कोरिया गणराज्य और वियतनाम के बीच द्विपक्षीय व्यापार, 2001 से 2021
वर्ष |
वियतनाम को कोरिया गणराज्य द्वारा किया गया निर्यात (अमेरिकी डॉलर हजार) |
वियतनाम से कोरिया गणराज्य द्वारा किया गया आयात (अमेरिकी डॉलर हजार) |
कुल व्यापार (अमेरिकी डॉलर हजार) |
वृद्धि दर % |
|
2001 |
1731557 |
385779 |
2117336 |
5.420811 |
|
2002 |
2240187 |
470309 |
2710496 |
28.014448 |
|
2003 |
2561234 |
510700 |
3071934 |
13.334755 |
|
2004 |
3255574 |
673300 |
3928874 |
27.895782 |
|
2005 |
3431654 |
694043 |
4125697 |
5.0096542 |
|
2006 |
3927476 |
924856 |
4852332 |
17.612418 |
|
2007 |
5760054 |
1391588 |
7151642 |
47.385669 |
|
2008 |
7804807 |
2037075 |
9841882 |
37.617095 |
|
2009 |
7149477 |
2369970 |
9519447 |
-3.2761519 |
|
2010 |
9652073 |
3330815 |
12982888 |
36.382796 |
|
2011 |
13464922 |
5084246 |
18549168 |
42.873974 |
|
2012 |
15945972 |
5719246 |
21665218 |
16.798867 |
|
2013 |
21087589 |
7170311 |
28257900 |
30.429798 |
|
2014 |
22332858 |
7988701 |
30321559 |
7.3029454 |
|
2015 |
27773261 |
9802740 |
37576001 |
23.92503 |
|
2016 |
32650609 |
12495050 |
45145659 |
20.144927 |
|
2017 |
47749153 |
16176130 |
63925283 |
41.597851 |
|
2018 |
48628513 |
19631653 |
68260166 |
6.7811714 |
|
2019 |
48177684 |
21071447 |
69249131 |
1.4488172 |
|
2020 |
48542972 |
20578653 |
69121625 |
-0.1841265 |
|
2021 |
56729065 |
23965702 |
80694767 |
16.743157 |
स्रोत: जनवरी, 2013 से कोरिया सीमा शुल्क और व्यापार विकास संस्थान (केसीटीडीआई) के आंकड़ों पर आधारित आईटीसी की गणना। जनवरी,2013 तक यूएन कॉमट्रेड के आंकड़ों पर आधारित आईटीसी की गणना।
तालिका 1 में यूएन कॉमट्रेड आंकड़े के व्यापार आंकड़ों से पता चलचा है कि 2001 से 2008 तक दक्षिण कोरिया और वियतनाम के बीच द्विपक्षीय व्यापार में औसत वार्षिक वृद्धि 20-22 प्रतिशत थी।[xvi] इसके विपरीत, विश्व बैंक के आंकड़ों के अनुसार वर्ष 2000 में उनका द्विपक्षीय व्यापार 1992 में पूर्व के मामूली 493,491 अमेरिकी डॉलर से लगभग तीन गुना बढ़कर 2.01 मिलियन अमेरिकी डॉलर तक पहुंच गया था।[xvii] वर्ष 2008 में यह 9.8 मिलियन अमेरिकी डॉलर तक पहुंच गया था,[xviii] जो 8 वर्षों की अवधि में चार गुना से अधिक की वृद्धि दर्शाता है। वर्ष 2001-2008 के दौरान दक्षिण कोरिया वियतनाम के शीर्ष तीन व्यापारिक साझीदारों में से एक रहा, चीन और जापान के बाद। [xix]
आपसी आर्थिक सहयोग के माध्यम से विकास को बढ़ावा देने का प्रयास दक्षिण कोरिया और वियतनाम के बीच एक साझा विश्वास था। हनोई को आर्थिक विकास को बढ़ावा देने के लिए पूंजी के साथ– साथ विकास के अनुभव की जरूरत थी जो समाजवादी देशों के साथ राजनयिक संबंध बनाने के लिए अपनी उत्तर नीति (नदर्न पॉलिसी) के माध्यम से बाहरी आर्थिक सहयोग में विविधता लाने के लिए सियोल की आवश्यकता से समपूरक था। दक्षिण कोरिया के रणनीतिक और आर्थिक हित वियतनाम से जुड़े हुए थे। इसके अलावा, सियोल और हनोई के बीच केवल एक वैचारिक मतभेद था, कोई प्रत्यक्ष द्विपक्षीय विवाद या संघर्ष नहीं था जैसा कि सियोल और प्योंगयांग के मामले में जारी है। इसलिए, दक्षिण कोरिया और वियतनाम को एक साथ लाने के लिए व्यापार एक उपयोगी मार्ग रहा है। अन्यथा, समायोजन की ओर ले जाने वाला अर्थशास्त्र सभी मामलों में संभव नहीं है। इसके अलावा, दक्षिण कोरिया को अपने श्रम प्रधान उद्योगों के लिए कम मजदूरी पर काम करने वालों की जरूरत थी और वियतनाम ने संसाधनों की कमी को पूरा किया। स्थिति की मांग थी कि दोनों देश वियतनाम के युद्ध के उत्तर दान से बाहर निकले, इसकी के परिणामस्वरूप 1992 के बाद द्विपक्षीय संबंधों में 2009 में “सामरिक साझेदारी” की दिशा में संबंधों में अभूतपूर्व गहराई आई। हालांकि, 2009 में संबंधों में आए सुधार से वांछित परंपरागत सुरक्षा– आधारित रणनीतिक सहयोग व्यवस्था नहीं बनाई जा सकी। कई सहमत रक्षा गतिविधियों के निराले और असंगत होने के कारण, दोनों देशों के बीच रक्षा सहयोग को संस्थागत नहीं बनाया जा सका और वे सीमित रहे।[xx]
जैसा कि आर्थिक अन्योन्याश्रितता के माध्यम से द्विपक्षीय संबंध मजबूत हुए, इसे साझा भू–राजनीतिक चिंताओं पर एक साथ काम करने के उद्देश्य से 2009 में एक रणनीतिक साझेदारी के रूप में आगे बढ़ाया गया। हालांकि, दोनों देशों ने कड़े सुरक्षा मामलों से अलग क्षेत्रों पर ध्यान दिया। यहां ध्यान दिया जाना चाहिए कि 2012 में आरओके– वियतनाम वार्षिक रक्षा नीति वार्ता शुरू करने के अलावा, रक्षा सहयोग को संस्थागत बनाने में बहुत महत्वपूर्ण विकास नहीं हुआ है। वियतनाम के राष्ट्रपति त्रुओन्ग तन्सन्ग् की 2011 की दक्षिण कोरिया की राजकीय यात्रा के दौरान दिए गए संयुक्त बयान[xxi], के साथ 2012 में वियतनाम के प्रधानमंत्री गुयेन तान डंग की दक्षिण कोरिया की यात्रा,[xxii] मुख्य रूप से अर्थव्यवस्था, व्यापार, परमाणु ऊर्जा विकास में निवेश और सहयोग के घनिष्ठ संबंधों पर केंद्रित थी। इसलिए, रणनीतिक सहयोग की अवधारणा को गैर– पारंपरिक सुरक्षा उपायों के साथ कवर किया जा रहा था, शायद अमेरिका– चीन प्रतिस्पर्धा को जटिल न करने की रणनीतिक दुविधा के कारण।
नई दक्षिण नीति (2017) और व्यापक सामरिक साझेदारी (2022)
वर्ष 2010 के बाद, दक्षिण कोरिया और वियतनाम के विशेष रूप से व्यापार और निवेश पर आधारित द्विपक्षीय संबंधों में उल्लेखनीय वृद्धि की। वर्ष 2011 में, दोनों सरकारें 2015 तक द्विपक्षीय व्यापार में 20 अरब अमेरिकी डॉलर के लक्ष्य को पूरा करने के प्रयासों पर भी सहमत हुई थीं। विशेष रूप से, यदि हम तालिका 1 देखें, तो इस लक्ष्य को 2012 में ही प्राप्त कर लिया गया था और 2015 तक सियोल और हनोई के बीच करीब 40 अरब अमेरिकी डॉलर का कारोबार हो रहा था। इस बात पर ध्यान दिया जाना चाहिए कि दक्षिण कोरिया और वियतनाम मुक्त व्यापार समझौता (एफटीए) 2015 में ही लागू हुआ, जिसने उनके द्विपक्षीय व्यापार संबंधों को और मजबूत किया। एफटीए ने दक्षिण कोरिया से निवेश आवश्यकताओं को भी कम कर दिया और वियतनाम में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) के लिए कई क्षेत्रों को खोल दिया। वर्ष 2016 तक, जापान के 42.1 अरब अमेरिकी डॉलर की तुलना में दक्षिण कोरिया50.7 अरब अमेरिकी डॉलर के संचयी एफडीआई के साथ वियतनाम में सबसे बड़ा विदेशी निवेशक बन गया था।[xxiii] वर्तमान में, दक्षिण कोरिया सितंबर 2022 तक 9,400 परियोजनाओं में लगभग 80.5 अरब अमेरिकी डॉलर मूल्य के साथ वियतनाम के एफडीआई अंतर्वाह में सबसे बड़े योगदानकर्ताओं में से एक था। [xxiv]
वियतनाम दक्षिण कोरिया के व्यापार और निवेश के केंद्र के रूप में स्थापित हो गया और इसने सियोल को शेष आसियान बाज़ार में प्रवेश करने का अवसर प्रदान किया। 2016 और 2017 में बीजिंग द्वारा यात्रा प्रतिबंध के आर्थिक प्रतिशोध, दक्षिण कोरिया में अमेरिका द्वारा संचालित थाड (THAAD) मिसाइल रक्षा प्रणाली की तैनाती के कारण, के बाद यह प्रस्ताव और अधिक अनिवार्य हो गया।[xxv] एक अनुमान के अनुसार बीजिंग द्वारा दक्षिण कोरिया में पर्यटन पर संक्षिप्त प्रतिबंध लगाने की वजह से दक्षिण कोरिया को 7.5 ट्रिलियन वोन या 6.8 अरब अमेरिकी डॉलर का नुकसान हुआ था। [xxvi] इसके बाद सियोल ने आसियान के अन्य देशों और भारत के साथ अपने आर्थिक संबंधों में विविधता लाने के लिए कार्रवाई की। वर्ष 2017 में, राष्ट्रपति मून जे–इन के नेतृत्व में दक्षिण कोरियाई सरकार ने नई दक्षिण नीति (एनएसपी) पेश की। एनएसपी के तीन स्तंभ थे– “शांति, जनता और समृद्धि”, जिसका उद्देश्य आसियान देशों एवं भारत के साथ संयुक्त राज्य अमेरिका, चीन, जापान और रूस के स्तर पर आर्थिक और राजनयिक संबंधों को लाना था। बाद में एनएसपी को कोविड–19 महामारी के परिणामस्वरूप 2020 में न्यू सदर्न पॉलिसी प्लस (एनएसपी प्लस) के रूप में बढ़ाया और फिर से लॉन्च किया गया और इसलिए, स्वास्थ्य देखभाल अवसंरचना निवेश को बढ़ावा देने वाली अतिरिक्त नीतियां शामिल हैं।[xxvii] यहां तक कि 28 अप्रैल 2021 को आयोजित एक टेलीकॉन्फ्रेंस के दौरान, वियतनाम को एनएसपी का केंद्रबिन्दु स्वीकार किया गया था।[xxviii]
वियतनाम एनएसपी के आर्थिक स्तंभ के रूप में काम करता था और शांति एवं समृद्धि स्तंभ का भी प्रबल समर्थक था। जब महामारी ने कई देशों को आर्थिक रूप से प्रभावित किया, तब भी सियोल और हनोई का द्विपक्षीय व्यापार 2021 तक 80 अरब अमेरिकी डॉलर तक पहुंचने में सक्षम रहा (तालिका 1 देखें)। इस प्रकार के सकारात्मक विकास के परिणामस्वरूप दोनों देश 2023 तक 100 अरब अमेरिकी डॉलर[xxix] और 2030 तक 150 अरब अमेरिकी डॉलर के लक्ष्य को प्राप्त करने को इच्छुक हैं।[xxx] हालांकि, 2022 में दक्षिण कोरिया के नए राष्ट्रपति यूं सुक–योल के पदभार संभालने के बाद से, दक्षिण कोरिया में नए प्रशासन के तहत एनएसपी पर ध्यान कम दिया जाना दिख रहा है। नवीनतम विकास का अर्थ यह नहीं है कि वियतनाम दक्षिण कोरिया के लिए कम महत्वपूर्ण होता जा रहा है क्योंकि एलएस इलेक्ट्रिक और सैमसंग जैसी अनेक दक्षिण कोरियाई कंपनियां वियतनाम में भारी निवेश कर रही हैं। [xxxi]
यह स्पष्ट है कि 1992 से दक्षिण कोरिया और वियतनाम के संबंध मुख्य रूप से पारस्परिक आर्थिक आवश्यकताओं से प्रेरित रहे हैं। वर्ष 2009 में “सामरिक सहकारी साझेदारी” की दिशा में संबंधों की प्रगति ने दोनों देशों के बीच अर्थव्यवस्था के अलावा द्विपक्षीय संबंधों के अन्य पहलुओं के प्रति रूचि के पहले संकेत दिखाए। हालांकि, रक्षा सहयोग के संबंध में प्रगति धीमी रही है। वर्ष 2018 में, एनएसपी की घोषणा के एक वर्ष के बाद, जिसमें वियतनाम नीति का एक महत्वपूर्ण स्तंभ था, दोनों देशों ने रक्षा क्षेत्र में साझेदारी में सुधार लाने के लिए रक्षा सहयोग पर एक साझा दृष्टिकोण अपनाया।[xxxii] “2030 के माध्यम से रक्षा सहयोग पर” इस संयुक्त दृष्टिकोण बयान से रक्षा संबंधों के प्रति गहन और अधिक व्यावहारिक तरीके से योगदान करने की आशा है।[xxxiii] नवीनतम सुधार में, 18 अक्टूबर 2022 को घोषित एक “ व्यापक रणनीतिक साझेदारी” के लिए द्विपक्षीय संबंधों की उन्नति आगे द्विपक्षीय संबंधों को दिए गए अधिक महत्व को साहित करती है। हालांकि भविष्य के द्विपक्षीय शिखर सम्मेलन में एक “व्यापक सामरिक साझेदारी” के संबंध में औपचारिक संयुक्त बयान जारी किया जाना बाकी है, यह देखा जाना भी बाकी है कि क्या उन्नयन तेजी से बदलती भू–राजनीति से निपटने के लिए 2018 में हस्ताक्षरित रक्षा सहयोग दृष्टिकोण बयान के पहलुओं पर आधारित होगा या नहीं।
वियतनाम संबंधों को वर्गीकृत करने की अपनी विदेश नीति प्रणाली के बारे में सबसे खास है, और दक्षिण कोरिया व्यापक रणनीतिक साझीदारों के उस विशिष्ट समूह के लिए नवीनतम प्रवेशकर्ता है, यह स्पष्ट है कि सियोल को हनोई में अपने दशकों के विकासात्मक योगदान के लिए बहुत समय तक सराहा जाएगा। दोनों देशों के बीच आर्थिक प्रगति को देखते हुए, संबंधों के उच्चतम वर्गीकरण हेतु दक्षिण कोरिया के साथ संबंधों का उत्थान इस बात की ओर भी संकेत करता है कि हनोई अपने व्यापार संचालन को बनाए रखने और विस्तार करने के लिए एक आकर्षक निवेश गंतव्य के रूप में वियतनाम को प्राथमिकता देना जारी रखने के लिए सियोल को प्राथमिकता देता है। “व्यापक सामरिक साझेदारी” के लिए द्विपक्षीय संबंधों का उन्नयन भी दोनों देशों के “दोहरे लक्ष्यों” को पूरी तरह से महसूस करने के लक्ष्य के साथ तालमेल बिठा रहा है, जिसका लक्ष्य राजनीतिक, रक्षा और सुरक्षा संबंधों में सुधार के अलावा अगले एक या दो वर्षों में द्विपक्षीय व्यापार और कुल संचित निवेश को 100 अरब अमेरिकी डॉलर तक पहुंचाना है। [xxxiv]
आगे की राह
यह उल्लेखनीय है कि दक्षिण कोरिया और वियतनाम ने 1992 में राजनयिक संबंधों की स्थापना के बाद से 30 वर्षों की अवधि में संबंधों को काफी मजबूत बनाने में सक्षम थे। दोनों देशों के बीच बने संबंध आर्थिक विकास की परस्पर जरूरतों पर आधारित थे, जिसने वियतनाम युद्ध के बाद स्थिति को सामान्य बनाने में भी मदद की। द्विपक्षीय संबंधों में वृद्धि की गति के परिणामस्वरूप रणनीतिक पहलुओं पर सहयोग की चाह पैदा हुईं, जैसा कि 2009 में “सामरिक सहकारी साझेदारी” और 2022 में हाल ही में घोषित "व्यापक सामरिक साझेदारी"। हालांकि, रणनीतिक घटक में बड़े पैमाने पर सौहार्दपूर्ण मामले भी शामिल हैं जैसे उच्च– स्तरीय दौरे, आदान–प्रदान, संवाद और पारस्परिक संयुक्त राष्ट्र शांति अभियान। दोनों देशों ने 24 अप्रैल 2018 को रक्षा सहयोग पर एक संयुक्त दृष्टिकोण वक्तव्य पर हस्ताक्षर किया जो बहुपक्षीय रक्षा और सैन्य मंचों पर समन्वय बढ़ाने पर केंद्रित था।[xxxv] इसके अनुरूप, दोनों देश अपने वार्षिक वरिष्ठ– स्तरीय रक्षा संवादों में समुद्री और विमानन सुरक्षा सहयोग के संबंध में नियमित रूप से विचारों का आदान– प्रदान करते रहे हैं, लेकिन द्विपक्षीय रक्षा अभ्यासों का संस्थागतकरण 2012 में पहली बैठक के बाद से प्रत्याशित रूप से आगे नहीं बढ़ा है।
यूक्रेन में वर्तमान अंतरराष्ट्रीय स्थिति और दक्षिण चीन सागर क्षेत्र में लंबे समय से विवादित क्षेत्रीय मुद्दों के आलोक में खुले समुद्र में नौवाहन की स्वतंत्रता को खतरा है, दोनों पक्षों को द्विपक्षीय रक्षा संबंधों को मजबूत करने की प्राथमिकता देने की आवश्यकता है। इसके अतिरिक्त, उत्तर कोरिया के साथ वियतनाम के घनिष्ठ संबंधों के कारण, सियोल को शांति और समृद्धि प्राप्त करने के लिए कोरियाई प्रायद्वीप के परमाणु निरस्त्रीकरण में हनोई के अटूट समर्थन की आवश्यकता है।
दक्षिण कोरिया और वियतनाम दो ऐसे देश भी हैं जिनके भारत के साथ क्रमशः “ विशेष सामरिक साझेदारी” और “व्यापक सामरिक साझेदारी”, है। इसलिए दक्षिण कोरिया और वियतनाम के बीच एक “व्यापक सामरिक साझेदारी” की ओर संबंधों की प्रगति, भारत के लिए भी एक दिलचस्प प्रगति है क्योंकि यह दोनों देशों के साथ समानताएं साझा करता है। संबंधों में सुधार सहयोग के एक नए चरण का आरंभ कर सकता है जिसमें दक्षिण कोरिया, वियतनाम और भारत अपने सुरक्षा– रक्षा संबंधों को मजबूत कर सकें।
यह देखने की जरूरत है कि क्या सियोल और हनोई रक्षा सहयोग के संदर्भ में अपने रणनीतिक संबंधों को मजबूत करने की दिशा में अमेरिका–चीन की जटिलताओं से स्वतंत्र, अधिक स्वायत्त दृष्टिकोण अपनाने में सक्षम होंगे या नहीं। राजनयिक संबंधों की 30वीं वर्षगांठ और “व्यापक सामरिक साझेदारी” के संबंधों की दिशा में प्रगति के मौके पर दक्षिण कोरिया और वियतनाम को अभी भी सुरक्षा सहयोग को बढ़ावा देने की अपनी प्रतिज्ञा पूरी करने की आवश्यकता है। ऐसे करने में, वे अमेरिका– चीन के सामरिक दुविधा को पार करने में सक्षम होंगे जो आवश्यक होगा क्योंकि दोनों देशों का उद्देश्य क्षेत्रीय स्थिरता को बढ़ावा देने और क्षेत्रीय व्यवस्था का समर्थन करने में बड़ी भूमिका निभाना है।
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*डॉ. तुनचिनमंग लंगेल, रिसर्च फेलो, भारतीय वैश्विक परिषद, नई दिल्ली
अस्वीकरण: यह लेखक के व्यक्तिगत विचार हैं।
डिस्क्लेमर: इस अनुवादित लेख में यदि किसी प्रकार की त्रुटी पाई जाती है तो पाठक अंग्रेजी में लिखे मूल लेख को ही मान्य माने ।
पाद टिप्पणियां
[i] The Korea Times, 2022, “S. Korea, Vietnam agree to elevate ties to 'comprehensive strategic partnership',” 18 October 2022, https://www.koreatimes.co.kr/www/nation/2022/10/113_338141.html, Accessed on 21 October 2022
[iii] Korea JoongAng Daily, 2022, Korea and Vietnam upgrade their diplomatic relations,” 19 October 2022, https://koreajoongangdaily.joins.com/2022/10/19/national/diplomacy/korea-vietnam-comprehensive-strategic-partnership/20221019163606971.html, Accessed on 21 October 2022
[iv] Hoang Do, 2020 “The Forgotten History of South Korean Massacres in Vietnam,” The Diplomat, 15 May 2020, https://thediplomat.com/2020/05/the-forgotten-history-of-south-korean-massacres-in-vietnam/, Accessed on 21 October 2022
[v] Lee Han Woo, 2020, “Road to Normalization between South Korea and Vietnam: Factors and Policy making Process,” VNU Journal of Social Sciences and Humanities, Vol 6, No 2 (2020) 160-180, DOI: https://doi.org/10.33100/jossh6.2.LeeHanWoo, Accessed on 21 October 2022
[vi] Joon-woo Park, 2012, “Korea and Vietnam: The Bilateral Relationship,” Stanford: Korea Program, 2 March 2012, https://aparc.fsi.stanford.edu/korea/multimedia/korea-and-vietnam-bilateral-relationship-0, Accessed on 26 October 2022
[vii] BBC News, 2000, “North Korea fought in the Vietnam War,” 31 March 2000, http://news.bbc.co.uk/2/hi/asia-pacific/696970.stm, Accessed on 26 October 2022
[viii] Lee Han Woo, 2020, “Road to Normalization between South Korea and Vietnam: Factors and Policy making Process,” VNU Journal of Social Sciences and Humanities, Vol 6, No 2 (2020) 160-180, DOI: https://doi.org/10.33100/jossh6.2.LeeHanWoo, Accessed on 21 October 2022
[ix] The Korean Herald, “Korea, Vietnam forge strategic ties,” 30 March 2010, https://www.koreaherald.com/view.php?ud=20091022000093, Accessed on 15 November 2022
[xi] Pham Quang Minh, 2013, “East Asia and the Pacific: The Regional Roles of Vietnam and South Korea,” Asia’s Middle Power? The Identity and Regional Policy of South Korea and Vietnam, edited by Joon-Woo Park, Gi-Wook Shin, and Donald W. Keyser, 73-97, Stanford: The Walter H. Shorenstein Asia Pacific Research Center
[xii] Park Joon-Woo, 2013, “South Korea and Vietnam: Bilateral Relations,” Asia’s Middle Power? The Identity and Regional Policy of South Korea and Vietnam, edited by Joon-Woo Park, Gi-Wook Shin and Donald W. Keyser, 29-35, Stanford: The Walter H. Shorenstein Asia Pacific Research Center.
[xiii] Lee Han Woo, 2020, “Road to Normalization between South Korea and Vietnam: Factors and Policy making Process,” VNU Journal of Social Sciences and Humanities, Vol 6, No 2 (2020) 160-180, DOI: https://doi.org/10.33100/jossh6.2.LeeHanWoo, Accessed on 21 October 2022
[xiv] World Integrated Solutions (WITS), 2022, “Korea, Rep. Product exports and imports to Vietnam 1992,” https://wits.worldbank.org/CountryProfile/en/Country/KOR/Year/1992/TradeFlow/EXPIMP/Partner/VNM/Product/all-groups, Accessed on 3 November 2022
[xv] Phanh, Thanh Hoan and Jeong, Ji Young, 2012, “An Analysis of Korea-Vietnam Bilateral Trade relations,” Munich Personal RePEc Archive, Paper no. 48312, 15 July 2013, https://mpra.ub.uni-muenchen.de/48312/1/MPRA_paper_48312.pdf, Accessed on 3 November 2022
[xvi] Ha Thi Hong Van, 2010, “Comparison of Vietnam and East Asia Countries (China, Korea, and Japan) Economic Relations,” In Japan and Korea with the Mekong River Basin Countries, edited by Mitsuhiro Kagami, BRC Research Report No.3, Bangkok Research Center, IDE-JETRO, Bangkok, Thailand, https://www.ide.go.jp/library/English/Publish/Reports/Brc/pdf/03_chapter7.pdf, Accessed on 27 October 2022
[xvii] World Integrated Trade Solution (WITS), 2022, “Korea, Rep. trade balance, exports and imports by country and region 2000,” https://wits.worldbank.org/CountryProfile/en/Country/KOR/Year/2000/TradeFlow/EXPIMP, Accessed on 1 November 2022
[xviii] World Integrated Trade Solution (WITS), 2022, “Korea, Rep. trade balance, exports and imports by country and region 2008,” https://wits.worldbank.org/CountryProfile/en/Country/KOR/Year/2008/TradeFlow/EXPIMP, Accessed on 1 November 2022
[xix] Ha Thi Hong Van, 2010, “Comparison of Vietnam and East Asia Countries (China, Korea, and Japan) Economic Relations,” In Japan and Korea with the Mekong River Basin Countries, edited by Mitsuhiro Kagami, BRC Research Report No.3, Bangkok Research Center, IDE-JETRO, Bangkok, Thailand, https://www.ide.go.jp/library/English/Publish/Reports/Brc/pdf/03_chapter7.pdf, Accessed on 27 October 2022
[xx] Kathryn Botto, 2021, “South Korea Beyond Northeast Asia: How Seoul Is Deepening Ties With India and ASEAN,” 19 October 2021, https://carnegieendowment.org/2021/10/19/south-korea-beyond-northeast-asia-how-seoul-is-deepening-ties-with-india-and-asean-pub-85572, Accessed on 4 November 2022
[xxi] Ministry of Foreign Affairs Vietnam, 2011, “Viet Nam, Republic of Korea issue joint statement,” 9 November 2011, https://www.mofa.gov.vn/en/nr040807104143/nr040807105001/ns111110093529, Accessed on 27 October 2022
[xxii] Ministry of Foreign Affairs Vietnam, 2012, “Viet Nam, RoK deepen strategic partnership,” 28 March 2012, https://www.mofa.gov.vn/en/nr040807104143/nr040807105001/ns120328162917, Accessed on 27 October 2022
[xxiii] Michael Blomenhofer, 2017, “The rise of Korean investment in Vietnam How Korean companies can continue to thrive in an exciting but challenging jurisdiction,” Kroll, February 2017, https://www.kroll.com/-/media/kroll/pdfs/publications/the-rise-of-korean-investment-in-vietnam.ashx, Accessed on 27 October 2022
[xxiv] Celina Pham, 2022, “Seven Years On: 4 Ways the Vietnam-Korea FTA is Changing Vietnam,” Vietnam Briefing, 24 October 2022, https://www.vietnam-briefing.com/news/seven-years-on-4-ways-the-vietnam-korea-fta-is-changing-vietnam.html/, Accessed on 9 November 2022
[xxv] Sung-Mi Kim, 2018, “Cursed by Geopolitics? South Korea’s Place in Asia’s Changing Politics of Space,” SWP, October 2018, https://www.swp-berlin.org/publications/products/projekt_papiere/Kim_BCAS_2018_South_Korea_geopolitics_9_.pdf, Accessed on 4 November 2022
[xxvi] The Korea Herald, 2017, “Damage from China's ban on Korean tours estimated at 7.5 tln won,” https://www.koreaherald.com/view.php?ud=20171203000218, Accessed on 4 November 2022
[xxvii] Kathryn Botto, 2021, “South Korea Beyond Northeast Asia: How Seoul Is Deepening Ties With India and ASEAN,” 19 October 2021, https://carnegieendowment.org/2021/10/19/south-korea-beyond-northeast-asia-how-seoul-is-deepening-ties-with-india-and-asean-pub-85572, Accessed on 4 November 2022
[xxviii] Minh Vu, 2021, “Vietnam central to South Korea’s New Southern Policy: Chung Eui-yong,” Hanoi Times, 29 April 2021, https://hanoitimes.vn/vietnam-central-to-south-koreas-new-southern-policy-chung-eui-yong-317170.html, Accessed on 9 November 202
[xxix] Ibid
[xxx] Celina Pham, 2022, “Seven Years On: 4 Ways the Vietnam-Korea FTA is Changing Vietnam,” Vietnam Briefing, 24 October 2022, https://www.vietnam-briefing.com/news/seven-years-on-4-ways-the-vietnam-korea-fta-is-changing-vietnam.html/, Accessed on 9 November 2022
[xxxii] Vietnamnet, “Vietnam, RoK sign joint vision statement on defence cooperation,” 25 April 2018, https://vietnamnet.vn/en/vietnam-rok-sign-joint-vision-statement-on-defence-cooperation-E199568.html, Accessed on 15 November 2022
[xxxiii] Ibid
[xxxiv] Vietnam News, 2022, “Việt Nam hopes to attract more capital from South Korea,” 18 October 2022, https://vietnamnews.vn/economy/1346450/viet-nam-hopes-to-attract-more-capital-from-south-korea.html, Accessed on 9 November 2022
[xxxv] VOV World, 2018, “Vietnam, RoK sign joint vision statement on defence cooperation,” 25 April 2018, https://vovworld.vn/en-US/news/vietnam-rok-sign-joint-vision-statement-on-defence-cooperation-639211.vov, Accessed on 4 November 2022