सऊदी अरब गोपनीय तरीके से इस क्षेत्र में स्थित प्रमुख देशों के साथ अपने संबंधों को मजबूत करने के उद्देश्य से एक अलग तरह की विदेश नीति अपनाये हुए है। यह संतुलन बनाने का प्रयास कर रहा है और इसका उद्देश्य एक ओर संयुक्त राज्य अमेरिका और दूसरी ओर रूस के साथ सौहार्दपूर्ण संबंध बनाए रखना है। यह इजराइल के साथ सहयोग करने की इच्छा जताते हुए ईरान के साथ कामकाजी संबंधों को बढ़ावा देने पर भी विचार कर रहा है। इसी तरह, रियाद मिस्र के साथ अपने संबंध मजबूत रखने के साथ-साथ तुर्की के साथ संबंध सुधारने का प्रयास कर रहा है।
अमरीका और रूस के साथ गहरे संबंध
सऊदी अरब और संयुक्त राज्य अमेरिका के बीच सुरक्षा, आतंकवाद विरोधी, सैन्य, राजनयिक तथा वित्तीय क्षेत्रों में एक मजबूत साझेदारी हैं। हालाँकि, तुर्की में सऊदी अरब के पत्रकार जमाल खशोगी की हत्या और यमन में मानवीय संकट में सऊदी के नेतृत्व वाले सैन्य हस्तक्षेप से दोनों देशों के संबंधों को झटका लगा है। लेकिन, वास्तविकता यह है कि तत्कालीन राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार जो बाइडेन ने सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान को परित्यक्त राज्य का तानाशाह बताया था, जिससे द्विपक्षीय संबंधों में बाधाओं की शुरुआत हुई।
राष्ट्रपति बिडेन ने शुरू में रियाद के साथ वास्तविक-राजनीतिक मजबूरियों का विरोध किया, लेकिन द्विपक्षीय संबंध सुधर रहे हैं और वह यूएस-जीसीसी शिखर सम्मेलन में भाग लेने हेतु जुलाई में सऊदी अरब जाने वाले हैं। दोनों नेता ईरान से खतरों को रोकने सहित क्षेत्रीय आर्थिक तथा सुरक्षा सहयोग को बढ़ाने पर चर्चा करेंगे।[i] वाशिंगटन में सऊदी दूतावास ने संबंधों में तनाव की खबरों का खंडन किया है और कहा है कि असहमति की वजह से दोनों देशों के बीच साथ मिलकर काम करने का रास्ता कभी बंद नहीं हुआ है।[ii]
यह दिलचस्प बात है कि संयुक्त राज्य अमेरिका के साथ संबंधों को पुनः सुधार का प्रयास करते हुए, सऊदी अरब रूस के साथ भी अपने द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत कर रहा है। यूक्रेन में रूसी सैन्य अभियान पर रियाद की प्रतिक्रिया पश्चिमी देशों की प्रतिक्रिया के अनुरूप नहीं है। इसने तेल बाजार में स्थिरता एवं संतुलन की प्रतिबद्धता दोहराई और बाइडेन प्रशासन द्वारा तेल की बढ़ती कीमतों के मद्देनजर उत्पादन बढ़ाने का अनुरोध करने के बावजूद अतिरिक्त तेल का उत्पादन करने से इनकार कर दिया।[iii] मोहम्मद बिन सलमान ने स्थिति को संभालने के लिए रूस के समर्थन की घोषणा करते हुए सकारात्मक संकेत दिया है[iv] और इस संकट में मध्यस्थ के रूप में कार्य करने की इच्छा व्यक्त की है।[v]
इज़राइल और ईरान के साथ संतुलन बनाना
सऊदी अरब ने न तो इजरायल को मान्यता दी है और न ही इजरायल के साथ उसके राजनयिक संबंध हैं; हालाँकि, तेल अवीव के साथ संबंध आगे बढ़ रहे हैं। इज़राइल के साथ संबंधों के सामान्यीकरण पर सऊदी अरब की जनता की सकारात्मक राय को ध्यान में रखते हुए और अगले स्तर की वार्ता[vi] हेतु इज़राइली व्यापारियों व तकनीकी उद्यमियों की रियाद की हालिया यात्रा, अब्राहम समझौते पर हस्ताक्षर किए बिना तेल अवीव के साथ रियाद के साथ संबंधों के सामान्यीकरण में उम्मीद जगाती है। जब संयुक्त अरब अमीरात, बहरीन और मोरक्को ने 2020 में समझौतों पर हस्ताक्षर किए, तब सऊदी अरब ने इजरायल के साथ संबंधों के सामान्यीकरण का विरोध नहीं किया था; इसके बदले, रियाद ने इजरायली एयरलाइनर्स को यूएई के रास्ते में अपने हवाई क्षेत्र को पार करने की अनुमति दी थी।[vii] मोहम्मद बिन सलमान इजरायल को अपना संभावित सहयोगी मानते हैं और उसके साथ सौहार्दपूर्ण संबंध बनाने के इच्छुक है और उन्होंने इस बात पर बल दिया है कि रियाद और तेल अवीव के कई साझा हित हैं। संयुक्त राज्य अमेरिका के समर्थन से, इज़राइल सऊदी अरब के साथ सामान्यीकरण समझौते को लेकर उत्सुक है। इज़राइल के क्षेत्रीय सहयोग मंत्री ने उल्लेख किया कि रियाद इजरायल-फिलिस्तीनी संघर्ष के किसी भी समाधान का मुख्य केंद्र होगा और वह संयुक्त राज्य अमेरिका सऊदी अरब तथा इज़राइल के लिए सामान्यीकरण रोडमैप पर कार्य कर रहा है।[viii]
इज़राइल और सऊदी अरब के एक साथ आने की मुख्य वजह ईरान के प्रति विरोध है; दोनों देशों ने हाथ मिलाया और कथित तौर पर तेहरान के खिलाफ रक्षा समन्वय पर चर्चा करने हेतु अमेरिका की अगुवाई वाली वार्ता में भाग लिया।[ix] फिर भी, सऊदी अरब तेहरान के साथ कामकाजी संबंध बनाने की सोच रहा है। भू-राजनीतिक प्रतिस्पर्धा और धार्मिक व सांप्रदायिक मतभेदों के बावजूद, दोनों देशों ने इस क्षेत्र में आपसी चिंताओं और सह-अस्तित्व को समझने की इच्छा व्यक्त की है।
सऊदी अरब के विदेश मंत्री ने मई 2022 में कहा था कि रियाद के हाथ ईरान हेतु खुले हुए हैं। ईरानी राष्ट्रपति ने फरवरी 2022 में इस बात पर जोर दिया कि ईरान किसी नतीजे पर पहुंचने तक वार्ता को जारी रखने के लिए तैयार है।[x] इराक ने सऊदी और ईरानी अधिकारियों के बीच कई सीधी वार्ता की मेजबानी की है और पांचवें दौर की वार्ता से पहले, ईरान के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने सऊदी अरब में ओआईसी प्रतिनिधि कार्यालय को पुनः खोलने के प्रयासों में तीन ईरानी राजनयिकों के जुड़ाव की पुष्टि की। उन्होंने यह भी कहा कि ईरान सऊदी अरब में अपना दूतावास फिर से खोलने के लिए तैयार है बशर्ते रियाद द्वारा भी व्यावहारिक प्रयास किए जाएं।[xi]
तुर्की और मिस्र के साथ संबंधों में सुधार
सऊदी अरब ने 2018 में तुर्की में सऊदी के पत्रकार जमाल खशोगी की हत्या के बाद पैदा हुए तनाव के बाद तुर्की के साथ संबंधों को सुधारने का प्रयास किया। हत्या के पश्चात्, सऊदी अरब ने तुर्की के निर्यात पर अनौपचारिक प्रतिबंध लगा दिया।[xii] हालाँकि, विगत कुछ साल में चीजें बदलने लगीं क्योंकि तुर्की ने खशोगी मामले को तुल न देने का संकेत दिया। मई 2022 में, राष्ट्रपति रेसेप तईप एर्दोगन ने पांच वर्षों में सऊदी अरब की अपनी पहली यात्रा की। मोहम्मद बिन सलमान ने भी जून में अपनी यात्रा की तथा राष्ट्रपति एर्दोगन और उनके मंत्रिमंडल के सदस्यों के साथ बातचीत की। दोनों देशों ने नकारात्मक मीडिया कवरेज को रोकते हुए व्यापार, उड़ानों, टीवी सिरीज़ की स्क्रीनिंग पर प्रतिबंध हटा दिया है।
सऊदी अरब मानवाधिकारों के उल्लंघन से संबंधित अपनी छवि को सुधारने का इच्छुक है और तुर्की मंदी से जुझ रही अर्थव्यवस्था में सुधार करने के लिए सऊदी से निवेश पर विचार कर रहा है। तुर्की ने मुकदमे को रियाद में स्थानांतरित करने के अनुरोध को मंजूरी देकर आपसी संबंधों में सुधार को चिह्नित किया।[xiii] रियाद और अंकारा और अंकारा व काहिरा के बीच मेल-मिलाप से तनाव कम हो सकता है, भले ही यह कुछ समय के लिए ही हो।
रियाद और काहिरा के संबंध मजबूत हैं। सऊदी अरब मिस्र के साथ संबंधों को बढ़ाना चाह रहा है क्योंकि मोहम्मद बिन सलमान ने काहिरा के साथ 30 अरब अमेरिकी डॉलर का सौदा किया है।[xiv] इससे पहले, दोनों देशों की 14 प्रमुख फर्मों ने बुनियादी ढांचे, फार्मास्यूटिकल्स, ऊर्जा और साइबर सुरक्षा से संबंधित 7.7 बिलियन अमेरिकी डॉलर के सौदों पर हस्ताक्षर किए थे।[xv] कथित तौर पर दोनों देश इजरायल के साथ, तिरान और सनाफिर के लाल सागर द्वीपों को मिस्र से सऊदी अरब में स्थानांतरित करने के लिए भी बातचीत कर रहे हैं, जिसमें बाइडेन प्रशासन द्वारा मध्यस्थता की गई है।[xvi]
निष्कर्ष
हालिया नीतिगत फैसलों से प्रतीत होता है कि, सऊदी अरब अभी अपने पड़ोसी तथा बाहरी देशों के साथ संबंधों को संतुलित करने में लगा हुआ है। रियाद ने कतर के साथ संबंध बहाल किए और संयुक्त अरब अमीरात तथा जीसीसी के अन्य सदस्य देशों के साथ मजबूत संबंध बनाए रखा है। सऊदी अरब के जॉर्डन के साथ संबंध मजबूत हैं, जबकि वह इराक और लेबनान के साथ संबंधों को पुनः सुधारने के लिए कदम उठा रहा है। कोविड के पश्चात् भू-अर्थव्यवस्था पर अधिक ध्यान देते हुए, सऊदी अरब अधिक सामंजस्यपूर्ण क्षेत्रीय नीति की दिशा में कदम उठा रहा है। हालांकि यह स्थायी है, ऐसा कहना जल्दबाजी होगी, लेकिन अगर ऐसा होना जारी रहता है, तो रियाद का संतुलन का प्रयास पश्चिम एशिया में क्षेत्रीय तनाव को कम करने में अहम हो सकता है।
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*डॉ. लक्ष्मी प्रिया विश्व मामलों की भारतीय परिषद में शोध अध्येता हैं।
अस्वीकरण: व्यक्त किए गए विचार व्यक्तिगत हैं।
डिस्क्लेमर: इस अनुवादित लेख में यदि किसी प्रकार की त्रुटी पाई जाती है तो पाठक अंग्रेजी में लिखे मूल लेख को ही मान्य माने ।
पाद टिप्पणियां
[i]US officials confirm Biden to visit Saudi Arabia, meet MBS, AlJazeera, 14 June 2022, https://www.aljazeera.com/news/2022/6/14/us-officials-confirm-biden-to-visit-saudi-arabia-meet-with-mbs accessed on 20 June 2022.
[ii]US officials confirm Biden to visit Saudi Arabia, meet MBS, AlJazeera, 14 June 2022, https://www.aljazeera.com/news/2022/6/14/us-officials-confirm-biden-to-visit-saudi-arabia-meet-with-mbs accessed on 20 June 2022.
[iii]Herman Wang, Saudi crown prince says kingdom still committed to OPEC+ oil agreement with Russia, SPG Global, 27 February 2022,https://www.spglobal.com/commodity-insights/en/market-insights/latest-news/oil/022722-saudi-crown-prince-says-kingdom-still-committed-to-opec-oil-agreement-with-russia , accessed on 08 March 2022.
[iv]Herman Wang, Saudi crown prince says kingdom still committed to OPEC+ oil agreement with Russia, SPG Global, 27 February 2022,https://www.spglobal.com/commodity-insights/en/market-insights/latest-news/oil/022722-saudi-crown-prince-says-kingdom-still-committed-to-opec-oil-agreement-with-russia , accessed on 08 March 2022.
[v]Herman Wang, Saudi crown prince says kingdom still committed to OPEC+ oil agreement with Russia, SPG Global, 27 February 2022,https://www.spglobal.com/commodity-insights/en/market-insights/latest-news/oil/022722-saudi-crown-prince-says-kingdom-still-committed-to-opec-oil-agreement-with-russia , accessed on 08 March 2022.
[vi]Ricky Ben-David, Dozens of Israeli business and tech figures visit Saudi Arabia — report, Times of Israel, 29 May 2022, https://www.timesofisrael.com/dozens-of-israeli-business-and-tech-figures-visit-saudi-arabia-report/ accessed on 25 June 2022.
[vii]Ricky Ben-David, Dozens of Israeli business and tech figures visit Saudi Arabia — report, Times of Israel, 29 May 2022, https://www.timesofisrael.com/dozens-of-israeli-business-and-tech-figures-visit-saudi-arabia-report/ accessed on 25 June 2022.
[viii]Ricky Ben-David, Dozens of Israeli business and tech figures visit Saudi Arabia — report, Times of Israel, 29 May 2022, https://www.timesofisrael.com/dozens-of-israeli-business-and-tech-figures-visit-saudi-arabia-report/ accessed on 25 June 2022.
[ix]Bethan McKernan, Israel and Saudi Arabia ‘in talks over joint defence against Iran’, The Guardian, 07 June 2022, https://www.theguardian.com/world/2022/jun/27/israel-and-saudi-arabia-in-talks-over-joint-defence-against-iran accessed on 07 July 2022.
[x]Natasha Turak, Saudi foreign minister says the kingdom’s hands are ‘stretched out’ to Iran, CNBC, 24 May 2022, https://www.cnbc.com/2022/05/24/saudi-arabia-says-the-kingdoms-hands-are-outstretched-to-iran.html accessed on 01 July 2022.
[xi]Natasha Turak, Saudi foreign minister says the kingdom’s hands are ‘stretched out’ to Iran, CNBC, 24 May 2022, https://www.cnbc.com/2022/05/24/saudi-arabia-says-the-kingdoms-hands-are-outstretched-to-iran.html accessed on 01 July 2022.
[xii] Explained: Why are foes Turkey and Saudi Arabia fixing ties?, Indian Express, 29 April 2022, https://indianexpress.com/article/explained/turkey-saudi-arabia-diplomatic-ties-explained-7893642/ accessed on 04 May 2022.
[xiii] ‘A new era’: Saudi Arabia’s MBS in Turkey as nations mend ties, AlJazeera, 22 June 2022, https://www.aljazeera.com/news/2022/6/22/saudi-crown-prince-mbs-visits-turkey-as-countries-normalise-ties accessed on 02 July 2022.
[xiv] Saudi Arabia to lead investments worth $30B in Egypt, Daily Sabah, 21 June 2022, https://www.dailysabah.com/business/economy/saudi-arabia-to-lead-investments-worth-30b-in-egypt accessed on 05 July 2022.
[xv] US said brokering talks to transfer islands from Egypt to Saudi with Israeli backing, Times of Israel, 24 May 2022, https://www.timesofisrael.com/us-said-brokering-talks-to-transfer-islands-from-egypt-to-saudi-with-israeli-backing/ accessed on 24 June 2022.
[xvi] US said brokering talks to transfer islands from Egypt to Saudi with Israeli backing, Times of Israel, 24 May 2022, https://www.timesofisrael.com/us-said-brokering-talks-to-transfer-islands-from-egypt-to-saudi-with-israeli-backing/ accessed on 24 June 2022.