लैटिन अमेरिका तथा कैरिबियन (एलएसी) क्षेत्र ने राष्ट्रपति बिडेन के निर्वाचित होने का स्वागत किया है। अर्जेंटीना के राष्ट्रपति अल्बर्टो फर्नांडीज राष्ट्रपति बिडेन को बधाई देने वाले पहले लैटिन अमेरिकी राष्ट्रपति थे। इसके बाद क्षेत्र के अन्य नेताओं ने उनका साथ दिया। लैटिन अमेरिका तथा कैरिबियन (एलएसी) नेताओं को उम्मीद है कि राष्ट्रपति बिडेन की नीतियां आर्थिक, राजनीतिक तथा सुरक्षा संबंधों को सशक्त बनाया जाएगा जिन्हें अपने पूर्ववर्ती के अंतर्गत उपेक्षा का सामना करना पड़ा। पिछले प्रशासनों के दृष्टिकोण से तुलना करने पर, ट्रम्प प्रशासन के तहत एलएसी क्षेत्र के साथ संयुक्त राज्य अमेरिका के संबंध आम तौर पर अधिक टकराव के दृष्टिकोण की ओर बढ़े, विशेष रूप से इस क्षेत्र से अनियमित आप्रवासन को रोकने के प्रयासों के बारे में।उत्तरी त्रिकोण देशों-अल साल्वाडोर, ग्वाटेमाला तथा होंडुरा को सहायता 2019 में रोक दी गई थी ताकि इन देशों की सरकारों को अमेरिका में प्रवासियों के प्रवाह को रोकने के लिए नीतियों को लागू करने के लिए मजबूर किया जा सके। राष्ट्रपति ट्रम्प की आप्रवासी विरोधी टिप्पणियों तथा बच्चों के आगमन के लिए स्थगित कार्रवाई को समाप्त करने के उनके निर्णय (डीएसीए)[i] तथा निकारागुआ, हैती, अल साल्वाडोर, तथा होंडुरा के लिए अस्थायी संरक्षित स्थिति (टीपीएस) समाप्त[ii] करने से संबंधों को और तनावपूर्ण कर दिया। अपने चार वर्षों में, राष्ट्रपति ट्रम्प ने 2018 में अर्जेंटीना में जी-20 शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए केवल एक बार इस क्षेत्र का दौरा किया। इसके विपरीत, राष्ट्रपति जॉर्ज डब्लू बुश ने लैटिन अमेरिका का दौरा किया तथा सबसे पहले वे मेक्सिको गए बाद में वहाँ वे पांच बार गए। उन्होंने करीब एक दर्जन अन्य लैटिन अमेरिकी देशों का दौरा किया। राष्ट्रपति ओबामा ने इस क्षेत्र की पांच यात्राएं कीं, जिनमें कई देशों की यात्राएं शामिल हैं। उप राष्ट्रपति के रूप में अपने आठ वर्षों के कार्यकाल में, जो बिडेन 16 बार लैटिन अमेरिका का दौरा किया, इन दौरों में उन्होंने जिस राजनीतिक परिदृश्य में संबंधों का निर्माण किया तथा संविद की उसका लाभ अब वे उठा सकते हैं।
बिडेन प्रशासन तथा एलएसी क्षेत्र: प्राथमिकता वाले क्षेत्र
बिडेन प्रशासन ने संकेत दिया है कि वह आर्थिक संबंधों से लेकर जलवायु परिवर्तन, बहुपक्षीयता से लेकर महामारी तक एक साथ लड़ने के लिए अपने लैटिन अमेरिका तथा कैरिबियन (एलएसी) समकक्षों के साथ कार्य करेंगे। यह शोध-पत्र चार चुनौतियों की पहचान करता है, जिसमें महामारी को संबोधित करने से लेकर उन मुद्दों तक शामिल हैं जो ट्रम्प प्रशासन को राष्ट्रपति बिडेन के करीबी नीतिगत मुद्दों पर पहले घटित हुए हैं, जिन्हें फिर से संपर्क बनाने तथा एलएसी राष्ट्रों के साथ 'अर्धमंडलीय' बातचीत शुरू करने के अपने प्रयासों में बिडेन प्रशासन को ध्यान देने की आवश्यकता होगी।
कोरोनावायरस तथा टीका कूटनीति
लैटिन अमेरिका तथा कैरिबियन (एलएसी) क्षेत्र कोविड-19 से सबसे अधिक प्रभावित में से एक अभी तक बना हुआ है। अपर्याप्त स्वास्थ्य देखभाल सुविधाओं तथा आय असमानताओं ने संकट को बढ़ा दिया है। अनौपचारिक क्षेत्र में नियोजन के कार्यबल के एक बड़े हिस्से के साथ, उनके पास सामाजिक सुरक्षा तथा स्वास्थ्य देखभाल तक सीमित अथवा कोई पहुंच नहीं है, जिससे उन्हें आजीविका के लिए कार्य जारी रखने के लिए संघर्ष करना पड़ता है। इसके परिणामस्वरूप क्वारंटीन तथा सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने के उपायों के लिए सीमित क्षमता है, इसके कारण कोविड-19 मामले उच्च स्तर बने रहें।
सबसे महत्वपूर्ण टीकों की उपलब्धता है, इस क्षेत्र में टीकाकरण अभियान में कई बाधाओं का सामना करना पड़ता है। संयुक्त राज्य अमेरिका तथा अन्य विकसित देशों को अपने राष्ट्रवादी टीका रोलआउट में आगे की गति, तथा टीकों के निर्यात की प्रतिबंधित रखा, इससे कम आय वाले देशों के बीच असंतोष में वृद्धि हुई है। इस अवसर को देखते हुए रूस तथा चीन ने विकासशील दुनिया को अपने टीकों के साथ उपलब्ध कराने के लिए कदम बढ़ाए हैं। लैटिन अमेरिका में, इन प्रयासों से आने वाले वर्षों के लिए गठबंधनों तथा भूराजनीति के लिए अप्रत्याशित परिणाम सामने आएंगे।[iii] भारत ने सहायता कार्यक्रमों तथा बिक्री के माध्यम से टीके भी प्रदान किए हैं। अर्जेंटीना ने सबसे पहले रूस से टीकों का इस्तेमाल किया था जबकि चिली को चीन से आपूर्ति मिली है। ब्राजील के साथ-साथ कैरिबियन को भारत से सबसे ज्यादा खुराक मिले हैं। हालांकि शिपमेंट क्षेत्र की आवश्यकता के अनुसार कम है, "संयुक्त राज्य अमेरिका ने यह कहा है कि जब तक सभी अमेरिकियों तक टीके की पहुंच नहीं हो जाती तब तक टीकों की आपूर्ति करने की स्थिति में नहीं होगा। [iv] फिर भी अमेरिकी वैश्विक नेतृत्व को बहाल करना राष्ट्रपति बिडेन की विदेश नीति का केंद्र बना हुआ है। सार्वजनिक स्वास्थ्य अधिकारियों ने अमेरिकी सरकार से आग्रह किया है कि वह जरूरतमंद राष्ट्रों को अपनी अतिरिक्त खुराक दान करे तथा सार्वजनिक स्वास्थ्य वित्तपोषण में निवेश बढ़ाए। कूटनीति, सार्वजनिक स्वास्थ्य तथा मानवीय जरूरतों को एक नीति में एक साथ आना चाहिए, जो अभी तक मौजूदा व्हाइट हाउस में उपलब्ध नहीं है।
लैटिन अमेरिका में चीन
चीन के वैश्विक आर्थिक प्रक्षेपण ने लैटिन अमेरिका में भी प्रतिबिंबित हुआ है। 21वीं सदी के पहले दशक में जहां चीन ने विदेशी बाजारों तथा बुनियादी निविष्टि के स्रोतों के लिए अपनी आक्रामक खोज का विस्तार किया, वह एलएसी देशों के साथ व्यापक आर्थिक स्थिरता तथा गतिशील विकास के एक दशक को देख चूका था। जैसा कि चीन ने नए बाजारों के लिए एलएसी क्षेत्र की ओर रूख किया, इस क्षेत्र के देशों ने संयुक्त राज्य अमेरिका तथा यूरोप में अपने पारंपरिक भागीदारों से परे आर्थिक तथा राजनीतिक विविधीकरण के लिए चीन की तरफ रूख किया है। इस प्रकार चीन एलएसी क्षेत्रों के शीर्ष व्यापारिक साझेदार के रूप में उभरा है। 2019 में, चीनी कंपनियों ने लैटिन अमेरिका में 12.8 अरब अमेरिकी डॉलर का निवेश किया, जो 2018 से 16.5% ऊपर है।[v] उन्होंने बंदरगाहों, सड़कों, बांधों तथा रेलवे जैसी क्षेत्रीय बुनियादी ढांचा परियोजनाओं में निवेश करने पर काफी हद तक ध्यान केंद्रित किया है। खनिजों तथा कृषि वस्तुओं की चीनी वस्तुओं के खरीद ने इस क्षेत्र के देशों को 2008 वित्तीय संकट के प्रभावों से उबरने में और मदद की। इस क्षेत्र के उन्नीस देश बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव (बीआरआई) का हिस्सा हैं।
विशेष रूप से दूरसंचार तथा नागरिक अंतरिक्ष कार्यक्रम में एलएसी क्षेत्र में विभिन्न क्षेत्रों में चीन की बढ़ती भूमिका के कारण अमेरिका में खतरे की स्थिति पैदा हो गई। चूंकि एलएसी क्षेत्र के देश बुनियादी ढांचे का विकास, व्यापार विविधीकरण तथा स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र में सहयोग से लेकर चुनौतियों से जूझ रहे हैं, इसलिए वे तेजी से चीन को देख रहे हैं न कि संयुक्त राज्य अमेरिका को उनका पारंपरिक साझेदार की तरह देख रहें हैं। तथा कोविड-19 के दौरान, लैटिन अमेरिका एक बार फिर चीन, जिसका मध्यम वर्ग उरुग्वे से गोमांस के लिए मांग आधारित है, चिली से तांबा, कोलंबिया से तेल तथा ब्राजील से सोया पर निर्भर है। ये वे वस्तुएं हैं जो लैटिन अमेरिका को विपरीत परिस्थितियों में मदद करेगा-तथा चीन अनिवार्य रूप से प्राथमिक ग्राहक होगा।[vi] चीन भी इस क्षेत्र में मास्क, सुरक्षात्मक सूट तथा परीक्षण किट के साथ आपूर्ति कर रहा है। हालांकि टीके की आपूर्ति कम रही है, लेकिन यह तथ्य कि चीन ने टीकों की आपूर्ति की है, जहां संयुक्त राज्य अमेरिका ने बिल्कुल भी नहीं किया हैं, यह तथ्य प्रभाव हासिल करने के दौर में चीन ने इजाफा किया है।
अप्रवासन
राष्ट्रपति बिडेन ने कार्यालय में अपने पहले दिन 2021 के अमेरिकी नागरिकता अधिनियम का एक आप्रवासन सुधार विधेयक पेश किया जो मध्य अमेरिका को सहायता प्रदान करता है।[vii] यह विधेयक राष्ट्रपति की 4 अरब डॉलर की चार साल की अंतर-एजेंसी योजना को कानूनी प्राधिकार प्रदान करता है तथा इस क्षेत्र में पलायन के अंतर्निहित कारणों को संबोधित करने के लिए है।[viii] प्रस्तावित विधेयक मध्य अमेरिका में निजी निवेश पर केंद्रित है, सुरक्षा तथा विधि द्वारा शासन में सुधार तथा भ्रष्टाचार का सामना करने के लिए कार्यक्रमों का समर्थन प्रदान करना है। कई कार्यकारी आदेशों के जरिए राष्ट्रपति बिडेन ने पिछले प्रशासन द्वारा लिए गए कई नीतिगत फैसलों को संशोधित करने की भी कोशिश की है। उन्होंने उद्घोषणा 9844 द्वारा घोषित राष्ट्रीय आपातकाल को रद्द कर दिया, जिसका इस्तेमाल दक्षिणी सीमा पर दीवार बनाने के लिए किया गया था। इन कदमों के बावजूद अमेरिका की बुनियादी रणनीति मैक्सिको तथा मध्य अमेरिकी राष्ट्रों पर दबाव बनाना है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि प्रवासियों को अमेरिका के साथ सीमाओं से काफी पहले रोक दिया जाए। इसमें इन राष्ट्रों के पुलिस तथा सीमा सुरक्षा बलों द्वारा हिंसा का दबाव तथा इसका उपयोग शामिल है जैसा कि देखा गया था जब ग्वाटेमेले सुरक्षा बलों ने अमेरिका के सबसे बड़े प्रवासी जत्थे में से एक को वापस भेजा था। एक अनुमान के अनुसार मध्य अमेरिका से 7000-8000 प्रवासी (ज्यादातर होंडुरा से) मैक्सिको के साथ सीमा तक पहुंचने के लिए ग्वाटेमाला के माध्यम से चल रहे हैं। उन्हें ग्वाटेमेले के सुरक्षा बलों ने देश के दक्षिणपूर्व में एक शहर चिक्विमुला के दक्षिण में लगभग छह मील (9.7 km) पहले वाडो हंडो गांव के पास रोक दिया था। ग्वाटेमाला के नए राष्ट्रपति एलेजैंड्रो गिम्मेट्टी ने कहा है कि इस तरह के अवैध जनांदोलनों को स्वीकार नहीं किया जाएगा तथा ग्वाटेमाला इसे क्षेत्रीय मुद्दे के रूप में हल करने के लिए अपने पड़ोसियों के साथ कार्य करेगा। ज्यादातर प्रवासियों ने कहा है कि वे अपने गृह देशों में उत्पीड़न, हिंसा तथा गरीबी से बचने की कोशिश कर रहे हैं। नवंबर 2020 में मध्य अमेरिका में घटित दो तूफानों से स्थिति बदतर हो गई है।
घरेलू राजनीतिक चुनौतियों का मतलब यह होगा कि राष्ट्रपति बिडेन अवैध प्रवासियों को अमेरिका आने के लिए प्रोत्साहित नहीं कर सकते जो उनके बड़े अप्रवासन सुधार एजेंडे को ख़तरे में डाल सकता है, जिसे कांग्रेस के समर्थन की आवश्यकता है। अमेरिका-मेक्सिको सीमा पर हिरासत में लिया नाबालिगों की संख्या बढ़ती जा रही है, राष्ट्रपति बिडेन एबीसी समाचार को दिए गए साक्षात्कार में कहा कि "हां, मैं काफी स्पष्ट रूप से कह सकता हूँ: यहाँ मत आइए... । अपने शहर अथवा नगर अथवा समुदाय को मतछोड़िए। उन्होंने यह भी बताया कि वयस्क अवैध प्रवासियों को वापस भेजा जा रहा है।[ix] बिडेन प्रशासन के सदस्यों ने मध्य अमेरिकियों के प्रवासियों को चेतावनी दी है कि वे अमेरिका के लिए खतरनाक रास्तों का चयन न करें। एक व्यापक तथा मानवीय प्रवासन नीति के लिए न केवल मैक्सिकन तथा मध्य अमेरिकी सरकारों के साथ फिर से जुड़ने की आवश्यकता होगी बल्कि एक ध्रुवीकृत तथा विभाजित मत वाले राष्ट्र के भीतर आम सहमति बनानी होगी।
जलवायु परिवर्तन
राष्ट्रपति बिडेन ने साफ कर दिया है कि जलवायु परिवर्तन उनकी घरेलू तथा विदेश नीति का हिस्सा होगा। उन्होंने अमेरिका के लिए जलवायु परिवर्तन की महत्वाकांक्षी नीति का प्रस्ताव किया है जिसमें 2050 तक शुद्ध शून्य उत्सर्जन का वादा किया गया है। उन्होंने पेरिस जलवायु समझौते में फिर से शामिल होने का फैसला किया हैं तथा पूर्व विदेश मंत्री जॉन कैरी को जलवायु परिवर्तन के मुद्दों के कैबिनेट स्तर के अधिकारी के रूप में नियुक्त किया है। एलएसी क्षेत्र तथा व्यक्तिगत संबंधों के बारे में उनके व्यापक ज्ञान को देखते हुए, जलवायु परिवर्तन को कम करने के लिए कार्य करना राष्ट्रपति बिडेन को (फिर से) विश्वास तथा साझेदारी बनाने का अवसर प्रदान करता है। नया प्रशासन एलएसी क्षेत्र के देशों में एक सक्षम साझेदार देखता है। क्षेत्र के लगभग सभी देशों के स्वच्छ ऊर्जा पर जोर तथा स्वच्छ ऊर्जा के लिए परिवर्तन की कोशिश कर रहे है उदाहरण के लिए, दक्षिण अमेरिकी देशों अक्षय ऊर्जा नीलामी, जो बहुत सफल रहा है की अवधारणा का बीड़ा उठाया है, तथा ब्राजील जैव ईंधन में एक अग्रणी राष्ट्र है।[x] फिर भी, लैटिन अमेरिका को ऊर्जा परिवर्तन में तेजी लाने के लिए बहुत कुछ करने की जरूरत है। इसके लिए अत्याधुनिक हरित तकनीक की जरूरत है, जीवाश्म ईंधन की मांग को कम करने की दिशा में काम करना, स्मार्ट ग्रिड आदि की जरूरत है। इसके लिए नियामक ढांचे के निर्माण पर तकनीकी सहायता के साथ निवेश की आवश्यकता होगी, जो स्वास्थ्य संकट के समय में एक चुनौती होगी। इसकी निकटता तथा मौजूदा संबंधों को देखते हुए, संयुक्त राज्य अमेरिका कुछ सहायता-वित्तीय निवेश तथा प्रौद्योगिकी प्रदान करने की स्थिति में है-जो बदले में अमेरिकी अर्थव्यवस्था को बढ़ावा दे सकता है। जलवायु परिवर्तन का दूसरा पहलू जिस पर ध्यान देने की जरूरत है, वह संरक्षण है। भूमि उपयोग नियमों तथा वनों की कटाई में परिवर्तन सिर्फ लैटिन अमेरिका के लिए एक चुनौती नहीं है, लेकिन संयुक्त राज्य अमेरिका में मौसम के मिजाज को बदलने की क्षमता है। अमेरिका के लिए जलवायु परिवर्तन पर सहयोग उसके सामाजिक-आर्थिक तथा रणनीतिक हितों की सेवा करता है ।
निष्कर्ष
बिडेन प्रशासन ने स्पष्ट कर दिया है कि राष्ट्रपति ट्रम्प के तहत जो कार्य किया गया था, उसके विपरीत अमेरिका कूटनीति के अधिक संरचित रूप में लौटेगा। वह पहले ही बहुमूल्य प्रशासन के कुछ फैसलों की समीक्षा कर चुके हैं तथा उन्होंने घोषणा की है कि अमेरिका विश्व स्वास्थ्य संगठन, संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार आयोग तथा पेरिस जलवायु समझौते में भी फिर से प्रवेश करेगा। राष्ट्रपति बिडेन लागू करने की कोशिश कर रहें हैं... अमेरिका के लिए उनकी विदेश नीति की दृष्टि घर पर सम्मानजनक नेतृत्व और विश्व मंच पर संमानित नेतृत्व को बहाल करने के लिए....
प्रश्न यह है कि क्या अन्य राष्ट्र अमेरिकी नेतृत्व पर ट्रंप प्रशासन से पूर्व की निर्भरता पर वापस लौटने को तैयार होंगे तथा अगर चीन तथा रूस इस क्षेत्र में फिर से शामिल होने के राष्ट्रपति बिडेन के प्रयासों को चुनौती देंगे। हालांकि एलएसी क्षेत्र ने अर्धमंडलीय संबंधों को मजबूत करने के अवसर का स्वागत किया है, परंतु यह ध्यान में रखना होगा कि अमेरिका के साथ संबंधों का एलएसी राष्ट्रों के लिए घरेलू निहितार्थ हैं। राष्ट्रपति बोलसोनारो (ब्राजील) जैसे नेताओं ने ट्रंप प्रशासन से घनिष्ठ संबंध विकसित करने वाले नेताओं की सूची में व्हाइट हाउस से सीधा संबंध रखने के अपने दावे खो दिए हैं। जलवायु परिवर्तन पर कार्रवाई करने की राष्ट्रपति बिडेन की प्रतिज्ञा से राष्ट्रपति बोलसोनारो को अमेजन में आग को प्रबंधित करने में जो आलोचना का सामना करना पड़ा, उसमें इजाफा होगा। दूसरी ओर राष्ट्रपति फर्नांडीज (अर्जेंटीना) तथा राष्ट्रपति ड्यूक (कोलंबिया) बिडेन प्रशासन के साथ कार्य करने को लेकर आशान्वित हैं।
उन्हें आर्थिक मंदी से निपटने के लिए अमेरिका के समर्थन की आवश्यकता है परंतु वेनेजुएला की स्थिति में भी सुधार की आवश्यकता है। एलएसी नेताओं ने संदेश के अनुकूल प्रतिक्रिया दी है तथा आपसी हित के मुद्दों पर सहयोग करने के लिए उत्सुक हैं, लेकिन इस क्षेत्र के देश भी अमेरिका पर अपनी निर्भरता कम करने का प्रयास कर रहे हैं। बिडेन प्रशासन को इस क्षेत्र के लिए अपनी नीति की रूपरेखा तैयार करके शुरू करने की जरूरत होगी ताकि संपर्क को सशक्त किया जा सके।
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*डॉ.स्तुति बनर्जी, शोधकर्ता, विश्व मामलों की भारतीय परिषद, नई दिल्ली ।
व्यक्त किए गए विचार व्यक्तिगत हैं ।
डिस्क्लेमर: इस अनुवादित लेख में यदि किसी प्रकार की त्रुटी पाई जाती है तो पाठक अंग्रेजी में लिखे मूल लेख को ही मान्य माने ।
पाद टिप्पणियां
[i] DACA is a program which began in 2012. It provides relief from deportation for immigrants who arrived as children. The Trump administration’s decisions led to federal court challenges which led to a June 2020 Supreme Court decision vacating the Administration’s recession of DACA.
[ii] Federal court challenges put the terminations of TPS on hold.
[iii] Genaro Lozano, “Vaccine Diplomacy: A New Cold War,” https://americasquarterly.org/article/vaccine-diplomacy-a-new-cold-war/, Accessed on 14 March 2021.
[iv] The Office of the Press Secretary, The White House, “Press Briefing by Press Secretary Jen Psaki and Secretary of Homeland Security Alejandro Mayorkas,” https://www.whitehouse.gov/briefing-room/press-briefings/2021/03/01/press-briefing-by-press-secretary-jen-psaki-and-secretary-of-homeland-security-alejandro-mayorkas/, Accessed on 14 March 2021.
[v] Ciara Nugent and Charlie Campell, “The U.S. and China Are Battling for Influence in Latin America, and the Pandemic Has Raised the Stakes,” Time, (04 Feb 2021), https://time.com/5936037/us-china-latin-america-influence/, Accessed on 11 March 2021.
[vi] Ibid.
[vii] A copy of the text of the bill is available at https://www.whitehouse.gov/briefing-room/statements-releases/2021/01/20/fact-sheet-president-biden-sends-immigration-bill-to-congress-as-part-of-his-commitment-to-modernize-our-immigration-system/
[viii] The Office of the Press Secretary, The White House, “Fact Sheet: President Biden Sends Immigration Bill to Congress as Part of His Commitment to Modernize our Immigration System,” https://www.whitehouse.gov/briefing-room/statements-releases/2021/01/20/fact-sheet-president-biden-sends-immigration-bill-to-congress-as-part-of-his-commitment-to-modernize-our-immigration-system/, Accessed on 14 March 2021.
[ix] TRANSCRIPT: ABC News' George Stephanopoulos interviews President Joe Biden is available at https://abcnews.go.com/Politics/transcript-abc-news-george-stephanopoulos-interviews-president-joe/story?id=76509669
[x] Lisa Viscidi, “Biden’s climate foreign policy “should start with Latin America,” https://www.thedialogue.org/analysis/viscidi-bidens-climate-foreign-policy-should-start-with-latin-america/, Accessed on 14 March 2021