6वीं शताब्दी में बना, हागिया सोफिया लंबे समय से तुर्की के विश्वबन्धुत्व का प्रतीक माना जाता है। राष्ट्रपति एर्दोगान के हागिया सोफिया को फिर से मस्जिद में बदलने के फैसले से तुर्की धर्मनिरपेक्षता के प्रक्षेपवक्र पर सवाल खड़े हो गए हैं, जिसपर आधुनिक तुर्की गणराज्य की स्थापना हुई थी। यह शोध पत्र संक्षेप में हागिया सोफिया के इतिहास दर्शाता है और तुर्की सरकार द्वारा लिए गए निर्णय के प्रभाव का विश्लेषण करता है। यह इसके निर्माण पर आने वाली विभिन्न प्रतिक्रियाओं को भी दर्शाता है।
हागिया सोफिया का संक्षिप्त इतिहास
हागिया सोफिया या तुर्की भाषा में आयासोफ़िया - वर्ष 537 में बाइज़ेंटाइन सम्राट कोन्स्टान्टिन I द्वारा यूनानी रूढ़िवादी ईसाई चर्च के लिए विशेष-अधिकार युक्त गिरिजाघर के रूप में बनाया गया था। इसने अगले 900 वर्षों तक बाइज़ेंटाइन संस्कृति में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। कॉन्सटेनटिनोपोल शहर पर 1204 और 1261 के बीच मुजाहिद द्वारा आक्रमण करने के बाद इसे रोमन कैथोलिक मुख्य गिरजाघर में परिवर्तित कर दिया गया। इसे 1261 में रोमन से शहर का नियंत्रण छीनने के बाद बाइज़ेंटाइन द्वारा इसे पुनर्निर्मित किया गया। हागिया सोफिया के इतिहास में अगला महत्वपूर्ण बदलाव 1453 में शुरू हुआ जब तुर्क शासक फतह सुल्तान मेहम ने हागिया सोफिया को मस्जिद में बदल दिया। 1935 में हागिया सोफिया की तक़दीर फिर से बदली, जब मुस्तफा कमाल अतातुर्क ने नए तुर्की गणराज्य के धर्मनिरपेक्ष आदर्शों को दर्शाने हेतु इसे "सभी राष्ट्रों और धर्मों लोगों के लिए खुले" संग्रहालय में बदल दिया। अगले 85 वर्षों तक, हागिया सोफिया एक संग्रहालय बना रहा और 1985 में इसे यूनेस्को विरासत स्थल घोषित किया गया।
तुर्की के राष्ट्रपति रेसेप एर्दोगान ने 10 जुलाई 2020 को हागिया सोफिया की स्थिति को संग्रहालय से बदलकर मस्जिद करने के फैसले की घोषणा की। यह तुर्की के सर्वोच्च प्रशासनिक न्यायालय द्वारा 1934 के कैबिनेट के उस फैसले को रद्द करने के बाद किया गया, जिससे तहत हागिया सोफिया को संग्रहालय में बदल दिया गया था। इसने तुर्की के राष्ट्रपति को कार्यशील मस्जिद के रूप में संग्रहालय की स्थिति को बहाल करने का अधिकार दिया।[i] इस निर्णय पर दुनिया भर से विभिन्न राय और प्रतिक्रियाएं मिली और इस कारण यूनेस्को को विश्व धरोहर स्थल के संरक्षण हेतु तुर्की से आह्वान करना पड़ा। इसके बयान ने यह साफ हो गया कि हागिया सोफिया सदियों से एशिया और यूरोप के बीच जुड़ाव का एक प्रमाण थी और "यह निर्णय संपत्ति के सार्वभौमिक मूल्य पर स्थिति के इस परिवर्तन के प्रभाव के मुद्दे की शुरुआत करता है"।[ii]
निर्णय पर प्रतिक्रियाएं
राष्ट्रपति एर्दोगान के निर्णय को देश में उनके इस्लामी आधार के समेकन के रुप में देखा जा सकता है। राष्ट्रवादियों और रूढ़िवादियों ने लंबे समय से हागिया सोफिया को मस्जिद में बदलने की मांग की किया है, जबकि विरोधियों द्वारा इसे राष्ट्रपति एर्दोगन द्वारा अपने रूढ़िवादी मतदाताओं के आधार को मजबूत करने और गणतंत्र के धर्मनिरपेक्ष आदर्शों को कमजोर करने वाले यह कदम के रूप में देखा जा रहा है। सभी प्रतिक्रियाओं में से - इस्तांबुल इकोनॉमी रिसर्च द्वारा किए गए एक जनमत सर्वेक्षण में - 46.9% उत्तरदाताओं ने हागिया सोफिया को मुस्लिमों के लिए पूजा हेतु खोलने का स्वागत किया, जबकि 38.8% ने कहा कि इसे संग्रहालय ही बने रहने देना चाहिए।[iii] जबकि मेट्रोपोल रिसर्च द्वारा किए गए एक अन्य सर्वेक्षण में, तुर्की के 43.8% लोगों का मानना था कि इसका परिवर्तन देश के एजेंडे को बदलने और जनता का ध्यान आर्थिक संकट से दूर करने का प्रयास है, जबकि 11.7% लोगों ने कहा कि, “इस कदम का उद्देश्य इस तर्क पर आधारित है कि प्रशासक संभावित [प्रारंभिक] चुनाव से पहले इसका फायदा उठाना चाहते हैं और उनका यह मानना है कि उनका यह कदम प्रभावी होगा।” [iv]
हालांकि, अरब देशों की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं आईं, इस्लामी धार्मिक नेताओं की प्रतिक्रियाएं एकरेमा साबरी के निर्णय के पक्ष में थीं, जेरूसलम के अल-अक्सा मस्जिद के उपदेशक ने राष्ट्रपति एर्दोगन को "हागिया सोफिया को मस्जिद में परिवर्तित करने पर बधाई दी थी, क्योंकि उनका मानना था कि यह सभी मुसलमानों की है”।[v] इसी तरह की प्रतिक्रिया "हागिया सोफिया को पूजा स्थल में परिवर्तित करने हेतु ओमान के प्रधान मुफ्ती, अहमद बिन हमद अल-खलीली द्वारा व्यक्त की गई थीं, जहां अल्लाह का नाम स्थापित और उल्लेख करने हेतु अधिकृत किया गया है"।[vi]
हालांकि, इस निर्णय का विरोध विभिन्न चर्चों के नेताओं ने किया। रूसी रूढ़िवादी चर्च के पादरी ने "ईसाई सभ्यता के सबसे बड़े स्मारकों में से एक" की स्थिति को लेकर अपनी "गहरी चिंता" व्यक्त की, जो "ईसाई सभ्यता के सबसे बड़े स्मारकों में से एक थी और जो रूसी चर्च के लिए अत्यंत प्रिय है।"[vii] जेरूसलम के ग्रीक रूढ़िवादी चर्च के पादरी, परमानंद थियोफिलोस III ने भी एक बयान जारी किया जिसमें उन्होंने - "हागिया सोफिया की वर्तमान स्थिति का सम्मान और संरक्षण किए जाने" पर जोर दिया।[viii] रूढ़िवादी ईसाइयों के आध्यात्मिक प्रमुख, इक्वेनिकल पैट्रिआर्क बार्थोलोम्यू ने कहा कि इसे मस्जिद में परिवर्तित करने से ईसाईयों में निराश बढ़ेगी और पूर्व तथा पश्चिम को "चोट" पहुंचेगी। चर्चों की विश्व परिषद ने भी राष्ट्रपति रेसेप तैयप एर्दोगान से "आपसी समझ, सम्मान, संवाद और सहयोग को बढ़ावा देने, और पुरानी दुश्मनी तथा विभाजन से बचने के हितों" में अपने फैसले को बदलने हेतु कहा।[ix] पोप फ्रांसिस ने भी एक बयान जारी किया - “मेरे विचार इस्तांबुल के पक्ष में हैं। मैं सांता सोफिया के बारे में सोचता हूं और मुझे बहुत तकलीफ होती है।” [x]
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर, इस निर्णय से तुर्की ग्रीस के खिलाफ खड़ा हो गया है, दोनों पक्ष भड़काऊ-बयानबाजी के कारण उलझ गए और ग्रीस में विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए। अपने बयान में, ग्रीक के विदेश मंत्रालय ने कहा कि "यह निर्णय - संग्रहालय घोषित होने के 85 साल बाद लिया गया है - यह उसकी पारिस्थितिक विशेषता का अपमान है ... यह निर्णय न केवल ग्रीस के साथ तुर्की के संबंधों को प्रभावित करता है, बल्कि यूरोपीय संघ, यूनेस्को के साथ भी, और समग्र रूप से वैश्विक समुदाय के साथ भी।” [xi] यूरोपीय संघ के उच्च प्रतिनिधि जोसेफ बोरेल ने भी हागिया सोफिया को ऐतिहासिक और सार्वभौमिक मूल्यों का प्रतीक बताते हुए इस फैसले की निंदा की।[xii] साइप्रस के विदेश मंत्री ने भी एक बयान जारी किया, जिसमें उन्होंने "आंतरिक राय को विचलित करने"... [तुर्की के] उसके अंतर्राष्ट्रीय दायित्वों के उल्लंघन, अपमानजनक उल्लंघन के प्रयास की निंदा की।[xiii] पूर्वी भूमध्य सागर में हाइड्रोकार्बन की खोज को लेकर तुर्की का पहले से ही ग्रीस और साइप्रस के साथ विवाद है, इस कदम से देश और अलग-थलग पड़ सकता है।
निष्कर्ष
हागिया सोफिया के परिवर्तन के कारण तुर्की को एकमात्र विपक्षी पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (एचडीपी) से तुर्की संसद के सदस्य गारो पेनलन की ओर से आंतरिक रुप से थोड़ी आलोचना झेलनी पड़ रही है। उन्होंने कहा कि "यह ईसाईयों के लिए और तुर्की को बहुलतावादी मानने वाले सभी लोगों के लिए दुखद दिन है... हागिया सोफिया को मस्जिद में बदलने का निर्णय यहां के ईसाइयों के लिए और यूरोप में मुसलमानों के लिए जीवन को और अधिक कठिन बना देगा"।[xiv] हागिया सोफिया को परिवर्तित करने के साथ-साथ 21 अगस्त 2020 के निर्णय द्वारा एक और यूनानी साम्राज्य संरचना करिय संग्रहालय[1] को मस्जिद में परिवर्तित करना, दो प्रमुख प्रवृत्तियों को उजागर करता है - पहला, यह देश की इस्लामी पहचान को मजबूत करने हेतु अतातुर्क के धर्मनिरपेक्ष सिद्धांतों से तुर्की को दूर करके सत्तारूढ़ पार्टी के लिए रूढ़िवादी वोटों को मजबूत करने का प्रयास प्रतीत होता है। हालांकि, राष्ट्रपति एर्दोगन ने दुनिया को आश्वस्त करने की कोशिश की है कि प्रार्थना के लिए इस्तेमाल न होने पर हागिया सोफिया जनता के लिए खुली रहेगी, और ईसाई भित्ति चित्र प्रदर्शित होते रहेंगे, हालांकि मुस्लिम प्रार्थना के दौरान इन्हें पर्दे से ढंका रखा जाएगा। यूनानी विदेश मंत्रालय द्वारा निर्णय को "तुर्की सरकार द्वारा हर जगह धार्मिक व्यक्तियों के खिलाफ एक और उकसावा" कहे जाने के बाद दोनों कदमों से कैथोलिक और रूढ़िवादी ईसाई समुदायों की चिंताएं बढ़ा दी हैं।[xv]
दूसरा, क्योंकि तुर्की कोविड-19 महामारी और आर्थिक मंदी के कारण बने दबावों से जूझ रहा है, इसलिए यह निर्णय देश की सामाजिक-आर्थिक समस्याओं से जनता का ध्यान हटाने के प्रयास के रूप में दिखाई देता है। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर, प्रतिक्रियाओं में आक्रोश से लेकर नाराजगी झलक रही है और इस कदम ने ग्रीस के साथ संबंध और खराब हो गए हैं, जिसके लिए हागिया सोफिया के साथ-साथ करिय संग्रहालय एक महत्वपूर्ण रूढ़िवादी ईसाई स्मारक हैं। यह पुन:परिवर्तन प्रतीकात्मक है क्योंकि यह भावनात्मक और राजनीतिक रूप से प्रेरित है और राष्ट्रपति एर्दोगन इन प्रतिक्रियाओं को तुर्की के घरेलू मामलों में हस्तक्षेप के रूप में पेश करके राजनीतिक लाभ उठाने को लेकर आश्वस्त हैं।
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*डॉ. अंकिता दत्ता विश्व मामलों की भारतीय परिषद में शोध अध्येता हैं।
अस्वीकरण: व्यक्त किए गए विचार व्यक्तिगत हैं।
अंत टिप्पण
[1]Kariye Museum shares a similar history with Hagia Sophia. The Holy Saviour in Chora was a medieval Byzantine church decorated with 14th-century frescoes of the Last Judgment is of great importance to the Christian world. It was converted into the Kariye Mosque after the 1453 conquest of Constantinople by the Ottoman Turks. It became the Kariye Museum after World War II as Turkey pushed ahead with the creation of a more secular new republic.
[i]‘Turkey's President Formally Re-Converts Hagia Sophia Into a Mosque’, Time Magazine, 10 July 2020, https://time.com/5865524/hagia-sophia-formal-mosque/#:~:text=Turkey's%20highest%20administrative%20court%20on%20Friday%20issued%20a%20ruling%20that,a%20Muslim%20house%20of%20worship, Accessed on 30 July 2020
[ii] UNESCO Statement on Hagia Sophia, 10 July 2020, https://en.unesco.org/news/unesco-statement-hagia-sophia-istanbul, Accessed on 30 July 2020
[iii]CBS News, 10 July 2020, https://www.cbsnews.com/news/hagia-sophia-istanbul-turkey-president-erdogan-mosque-declares-open-muslim-worship/#:~:text=A%20poll%20conducted%20in%20June,to%20worship%20for%20all%20religions., Accessed on 30 July 2020
[iv]DuvaR.english, 10 July 2002, https://www.duvarenglish.com/domestic/2020/07/10/44-pct-of-turks-believe-conversion-of-hagia-sophia-an-attempt-to-divert-public-attention-away-from-economic-crisis/, Accessed on 30 July 2020
[v]Eurasian Times, 13 July 2020, https://eurasiantimes.com/arab-world-hails-turksih-decision-to-turn-hagia-sophia-into-a-mosque/, Accessed on 30 July 2020
[vii]Ekathimerini, 6 July 2020, https://www.ekathimerini.com/254419/article/ekathimerini/news/russian-orthodox-church-calls-on-turkey-to-be-prudent-over-hagia-sophia, Accessed on 31 July 2020
[viii]The National Herald, 11 July 2020, https://www.thenationalherald.com/community_church_world/arthro/patriarch_of_jerusalem_released_statement_on_hagia_sophia_status-576225/, Accessed on 31 July 2020
[ix]BBC, 11 July 2020, https://www.bbc.com/news/world-europe-53375739, Accessed on 31 July 2020
[x]BBC, 12 July 2020, https://www.bbc.com/news/world-europe-53371341, Accessed on 31 July 2020
[xi]Greek Reporter, 10 July 2020, https://greece.greekreporter.com/2020/07/10/greece-calls-erdogans-decision-on-hagia-sophia-a-provocation/, Accessed on 31 July 2020
[xii]‘Statement by the High Representative/Vice-President JosepBorrell on the decision regarding Hagia Sophia’, 10 July, EEAS, Brussels, https://eeas.europa.eu/headquarters/headquarters-homepage/82728/turkey-statement-high-representativevice-president-josep-borrell-decision-regarding-hagia_en, Accessed on 31 July 2020
[xiii]‘Turkey's President Formally Re-Converts Hagia Sophia Into a Mosque’, Time Magazine, 10 July 2020, https://time.com/5865524/hagia-sophia-formal-mosque/, Accessed on 31 July 2020
[xiv]Zartonk Media, 13 July 2020, https://zartonkmedia.com/2020/07/13/garo-paylan-decision-to-convert-hagia-sophia-into-mosque-will-make-life-more-difficult-for-christians-in-turkey/, Accessed on 24 August 2020
[xv]France24, 22 August 2020, https://www.france24.com/en/20200822-after-hagia-sophia-turkey-s-erdogan-turns-another-former-church-into-mosque, Accessed on 24 August 2020