“21 वीं सदी में भारत-अफ्रीका: व्यापक साझेदारी का पैमाना और दायरा"
पर
प्री-इंडिया अफ्रीका फोरम समिट-तृतीय अकादमिक सम्मेलन
(15-16 अक्टूबर, 2015)
भारतीय विश्व मामले परिषद तृतीय प्री-इंडिया अफ्रीका फोरम समिट सम्मेलन का आयोजन 15-16 अक्टूबर 2015 को 21 वीं सदी में भारत-अफ्रीका : व्यापक साझेदारी का पैमाना और दायरा’ पर कर रहा है।
यह प्री-इंडिया अफ्रीका फोरम समिट-III सम्मेलन दृष्टिकोण और अनुभवों के एक स्पष्ट आदान-प्रदान को बढ़ावा देने, भारत-अफ्रीका साझेदारी को मजबूत करने और अधिक गतिशीलता को करने , सहयोग के लिए नए रास्ते की पहचान करने और भारत में अनेक हितधारक- अफ्रीका साझेदारी में समझ को बढ़ावा देने लिए एक व्यापक बातचीत के लिए एक मंच प्रदान करने का एक प्रयास है ।
अफ्रीका का प्रतिनिधित्व महाद्वीप के बारह देशों के प्रतिभागियों द्वारा किया जाएगा, जो शिक्षाविदों, थिंक-टैंक, सरकारी निकायों और मीडिया जैसे पेशों में कार्यरत हैं। भारत से, अफ्रीका मामलों के विद्वान और विशेषज्ञ चर्चा में भाग लेंगे। दोनों पक्ष भारत-अफ्रीका जुड़ाव से संबंधित उन मुद्दों और चिंताओं पर चर्चा करेंगे, जिन्होनें विभिन्न क्षेत्रों में गति प्राप्त की है।
सम्मेलन छह महत्वपूर्ण क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित करेगा जो पारस्परिक विकास और विकास के लिए भारत-अफ्रीका साझेदारी के समग्र आवरण के तहत विशेष ध्यान देते हैं। विषय हैं: (i) राजनीतिक संबंध; (ii) आर्थिक जुड़ाव; (iii) शांति और सुरक्षा चुनौतियाँ; (iv) विकास सहयोग; (v) मीडिया, संस्कृति और प्रवासी संबंध; और (vi) बहुपक्षीय सगाई।
विस्तृत कार्यक्रम नीचे संलग्न है।
कार्यक्रम |
||||||||
|
दिन I-बृहस्पतिवार, अक्टूबर 15, 2015 |
|
||||||
0930-1030 बजे |
: |
पजीकरण |
|
|||||
1020-1105 बजे |
|
उद्घाटन सत्र |
|
|||||
स्वागत भाषण |
|
श्री नलिन सूरी, महानिदेशक, आईसीडब्ल्यूए |
|
|||||
अध्यक्षीय भाषण |
|
श्री नवतेज सिंह सरना, सचिव (पश्चिम), विदेश मंत्रालय |
|
|||||
विशेष भाषण |
|
महामहिम श्रीमती गेंनेट ज़ेविदे , अफ्रीकन डिप्लोमेटिक कॉर्प्स के डीन और इथियोपिया के राजदूत , नई दिल्ली |
|
|||||
1105-1130 बजे |
|
जलपान विराम |
|
|||||
1130-1300 बजे |
|
सत्र I भारत-अफ्रीका राजनैतिक सहयोग : मुद्दे और परिप्रेक्ष्य |
|
|||||
|
|
• वैश्विक राजनैतिक वार्ता • लोकतान्त्रिक शासन • संसदीय प्रजातंत्र के संस्थान, चुनाव , विकेन्द्रीयकरण और न्याय प्रणाली |
|
|||||
अध्यक्षता |
|
राजदूत पारबती सेन व्यास |
|
|||||
|
|
डॉ. सोलोमन ए. दरस्सो, आयुक्त. अफ्रीकन मानव और मानवाधिकार आयोग, अड़दिस अबाबा |
|
|||||
|
|
प्रोफ़ेसर (डॉ.) श्रीराम चौलिए , जेएसआईए, ओ. पी जिंदल वैश्विक विश्वविद्यालय |
|
|||||
|
|
डॉ. अलेक्स म्वाम्बा नग’ओमा , ज़ाम्बिया विश्वविद्यालय में व्याख्याता |
|
|||||
|
|
प्रोफ़ेसर राजेन हरषे , दक्षिण एशियाई विश्वविद्यालय, नई दिल्ली |
|
|||||
1300 -1400 बजे |
|
मध्यान्ह-भोज |
|
|||||
1400-1530 बजे |
|
सत्र II भारत -अफ़्रीकी आर्थिक सम्बन्ध में संवर्धन |
|
|||||
|
|
• भारत और अफ्रीका में व्यापर और निवेश के अवसर • ऊर्जा, कृषि और बैंकिंग • संपोषणीय आर्थिक साझेदारी के लिए चुनौतियों पर प्रतिक्रिया |
|
|||||
अध्यक्षता |
|
राजदूत दिनकर खुल्लर |
|
|||||
पेनलिस्ट |
|
श्री भूपिंदर सिंह भल्ला, संयुक्त सचिव (अफ्रीका) वाणिज्य विभाग , भारत सरकार |
|
|||||
|
|
श्री पिअर एफ. लपोर्टे , मुख्य कार्यपालक अधिकारी, सेशेल्स की स्टेट असुरेन्स कंपनी |
|
|||||
|
|
श्री प्रणव कुमार, अध्यक्ष – अंतर्राष्ट्रीय नीति, सी आई आई |
|
|||||
|
|
श्री शरकदम वापमुक, शोध फेलो, नोइजेरियन अंतर्राष्ट्रीय मामले संस्थान, अबुजा |
|
|||||
|
|
श्री यदुवेन्द्र माथुर, अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक, भारतीय आयत-निर्यात बैंक, मुंबई |
|
|||||
|
1530-1545 बजे |
|
जलपान विराम |
|
||||
|
1545 -1715 बजे |
|
सत्र III शांति और सुरक्षा चुनौतियां : समान आधार की खोज |
|
||||
|
|
|
· अफ्रीका में आतंकवाद और प्रतिकार आतंकवाद |
|
||||
|
|
|
· सामुद्रिक सुरक्षा |
|
||||
|
|
|
· अंतर-राष्ट्र विवाद |
|
||||
|
अध्यक्षता |
|
राजदूत जैमिनी भगवती |
|
||||
|
पेनलिस्ट |
|
राजदूत अहमद हैगगग, इजिप्टियन विदेश मामले परिषद्, इजिप्ट |
|
||||
|
|
|
प्रोफ़ेसर संजुक्ता भट्टाचार्य, जादवपुर विश्वविद्यालय, कोलकाता |
|
||||
|
|
|
डॉ. सईद अल खतीब , महानिदेशक, कार्यनीतिक अध्ययन केंद्र ,सूडान |
|
||||
|
|
|
कमांडर अभिजीत सिंह, फेलो, रक्षा अध्ययन और विश्लेषण संस्थान |
|
||||
|
|
|
डॉ. एडम्स ओलू , अध्यक्ष, राजनैतिक विज्ञानं और लोक प्रशासन विभाग, नैरोबी विश्वविद्यालय |
|
||||
दिन II-शुक्रवार अक्टूबर 16, 2015 |
||
1000-1130 बजे |
|
सत्र IV विकास सहयोग : आकांक्षाओं का अनुभव |
|
|
· एजेंडा 2063 और एसडीजी और भारत अफ्रीका सहयोग |
|
|
· संपोषणीय विकास के लिए एलओसी साझेदारी |
|
|
• संस्थान और मानव संसाधन विकास के लिए क्षमता निर्माण |
अध्यक्षता |
|
श्री सिद्धार्थ वरदराजन, संस्थापक संपादक, दी वायर |
पेनलिस्ट |
|
श्री अरुण साहू , संयुक्त सचिव (डीपीए -II), विदेश मंत्रालय |
|
|
श्री सनी मूसा, नीति विश्लेषक, प्रेसीडेंसी ऑफ़ फ़ेडरल रिपब्लिक ऑफ़ नाइजीरिया |
|
|
डॉ सचिन चतुर्वेदी , महानिदेशक, विकासशील देशों के लिए अनुसन्धान और सूचना प्रणाली |
|
|
सुश्री हेतालबेन पटेल , उच्च अंतर्राष्ट्रीय सम्बन्ध संस्थान, मैपुटो |
|
|
श्री राजऋषि सिंघल, वरिष्ठ फेलो, भू-आर्थिक अध्ययन, गेटवे हाउस, मुंबई |
1130-1145 बजे |
|
जलपान विराम |
1145-1315 बजे |
|
सत्र V पुनर्स्फूर्तिदायक परस्पर संयोजकता |
|
|
· मीडिया सम्बन्ध |
|
|
· सांस्कृतिक संयोजकता |
|
|
· डायस्पोरा संपर्क |
|
|
· सिविल सोसाइटी इंटरफ़ेस |
अध्यक्षता |
|
राजदूत Rajiv K. Bhatia |
|
|
डॉ. मवांसासु सिलकिलुवाशा, साहित्य विभाग, दार एस सलाम विश्वविद्यालय, तंज़ानिया |
|
|
श्री विजय नाइक, परामर्शी संपादक, सकल मीडिया समूह और इंडियन एसोसिएशन ऑफ़ फॉरेन अफेयर्स करेस्पोंडेंट्स के संयोजक |
|
|
श्री माधव दस नालापत , यूनेस्को पीस चेयर, निदेशक, भू-राजनैतिक और अंतर्राष्ट्रीय सम्बन्ध विभाग, मणिपाल विश्वविद्यालय |
1315-1415 बजे |
|
मध्यान्ह-भोज |
1415- 1545 बजे |
|
सत्र VI बहुपक्षीय संयोजकता : भारत -अफ्रीका इंटरफ़ेस |
|
|
· वैश्विक व्यापार और शासन में संरचनात्मक और कार्यात्मक सुधार |
|
|
· इब्सा और ब्रिक्स |
|
|
· अफ्रीका समिट प्रक्रियाए |
अध्यक्षता |
|
Commodore (Retd.) C. Uday Bhaskar |
पेनलिस्ट |
|
श्री फ्रांसिस कॉर्नेगे, वरिष्ठ अनुसन्धान एसोसिएट, वैश्विक वार्ता संस्थान - विश्वविद्यालय, साउथ अफ्रीका |
|
|
डॉ. डब्लू पी एस सिद्धू , वरिष्ठ फेलो , ब्रूकिंग्स इंडिया , नई दिल्ली |
|
|
डॉ. ओसे , दरख्वा , अध्यक्ष , (उप-कुलपति), घाना प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय |
|
|
प्रोफ़ेसर मोहम्मद गुलरेज़ , निदेशक, दक्षिण अफ्रीकन और ब्राज़ीलियाई अध्ययन, अलीगढ विश्वविद्यालय |
1545-1600 बजे |
|
जलपान विराम |
1600-1630 बजे |
|
समापन सत्र |
|
|
श्री नलिन सूरी, महानिदेशक, आईसीडब्ल्यूए के उदगार श्री अजनीश कुमार, उप महानिदेशक, आईसीडब्ल्यूए द्वारा सम्मलेन परिणामी रिपोर्ट सुश्री सुजाता मेहता , सचिव, (M & ER), विदेश मंत्रालय द्वारा समापन भाषण डॉ. निवेदिता रे , अनुसन्धान फेलो, आईसीडब्ल्यूए द्वारा धन्यवाद ज्ञापन |