अपने अकादमिक रूप को बाहर से जोड़ने के प्रयास के रूप में विश्व् मामलों की भारतीय परिषद शैक्षणिक समुदाय, छात्रों तथा विदेश नीति के विशेषज्ञों से सप्रू हाउस पेपर (एसएचपी) परियोजना (10000 से 12000 शब्द) स्थापित करती है। इस परियोजना का उद्देश्य विश्व मामलों की भारतीय परिषद के अनुसंधान नेटवर्क तथा शैक्षणिक गतिविधियों को विस्तार देना तथा ऐसे व्यैक्तियों/संस्थाओं को वित्तीय सहायता प्रदान करना है जो अंतर्राष्ट्रीय संबंधों, भारतीय विदेश नीति एवं अध्ययन क्षेत्र, जिसका भारतीय हितों पर प्रभाव पड़े, से संबंधित अनुसंधान शुरू करने के इच्छु्क हैं।
सप्रू हाउस पेपर अनुदान का भुगतान प्रस्तुत हस्तलेख के प्रकाशन हेतु स्वीकृति मिल जाने पर किया जाएगा। विश्व मामलों की भारतीय परिषद द्वारा इच्छुक लेखक को किसी तरह की अन्य वित्तीय, लॉजिस्टिक अथवा साचिविक सहायता नहीं प्रदान की जाएगी।
केवल निम्निलिखित क्षेत्रों में ही सप्रू हाउस पेपर अनुदान अनुप्रयोग पर विचार किया जाएगाः
- भारत की विदेश नीति।
- एशिया क्षेत्र की बदलती राजनीतिक-सामरिक गतिशीलता तथा भारत पर इसका प्रभाव।
- भारत का अपने पड़ोसियों तथा वृहद पड़ोस के साथ संबंध।
- अध्यायन क्षेत्रः दक्षिण एशिया, एशिया प्रशांत, लैटिन अमेरिका, अफ्रीका, ईयू, रूस, चीन, अफ्रीका, बहुपक्षीय संस्थाान, परमाणु मुद्दे आदि।
पात्रताः-
आवेदक/आवेदकों के पास निम्नबलिखित पात्रता होनी चाहिएः
- विश्वीविद्यालय अनुदान आयोग से मान्यता प्राप्त भारतीय विश्वविद्यालय से संबद्ध हो तथा जिसके साथ उनके विभाग अथवा व्यक्तियों का कायकारी संबंध हो। प्रारंभिक करियर अनुसंधानकर्ता जिसके पास 10 साल से कम का पोस्ट डॉक्टरेट अनुभव हो तथा जो अंतर्राष्ट्रीय संबंध के क्षेत्र में अनुसंधान में अपना अकादमिक करियर बनाना चाहते हैं। (प्रारंभिक अनुसंधानकर्ता वे हैं जिन्होंने आवेदन की अंतिम तिथि से 10 साल से भी कम पूर्व डॉक्टरेट की डिग्री प्राप्तव की है)।
- प्रतिष्ठित अनुसंधान संस्थान से संबद्ध हो। मेजबान संगठन यह प्रदर्शित करने में सक्षम होना चाहिए कि वे आवेदक को अपने अनुदान का प्रभावी ढंग से उपयोग करने में सक्षम होने के लिए उपयुक्त बौद्धिक समर्थन और सुविधाएं प्रदान कर सकते हैं।
- विश्वविद्यालय अनुदान आयोग से मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय, थिंक टैंक/संस्थाान अथवा अन्य अनुसंधान संस्थान में कार्यरत हो। यह सभी विषयों के लिए भी खुला है, परंतु अनुसंधान विश्व मामलों की भारतीय परिषद के अनुसंधान प्राथमिक क्षेत्रों में सूचीबद्ध क्षेत्रों से संबंधित होना चाहिए।
- आवेदक को भारत का नागरिक होना चाहिए।
प्रस्ताव संलग्न निर्धारित प्रारूप में मुहरबंद लिफाफे में (ईमेल द्वारा नहीं) जिसके बाईं तरफ शीर्ष पर ''शीर्षक'' एवं ''एसएचपी अनुदान'' स्पष्ट रूप से लिखा हो, उपमहानिदेशक, विश्व् मामलों की भारतीय परिषद, सप्रू हाउस, बाराखंबा रोड, नई दिल्ली-110001 को प्रस्तुत किया जाए।