विद्वानों और छात्रों के लिए उपलब्ध सेवाएं
पुस्तकालय सेवाएँ
- ग्रंथ-सूची सेवा-विशिष्ट विषयों पर ग्रंथ-सूची शोधकर्ताओं को अनुरोध पर प्रदान की जाती है।
- संदर्भ सेवा (पारंपरिक और गैर-पारंपरिक/ऑनलाइन/)-संदर्भ सेवा-शोधकर्ताओं के विशिष्ट अनुरोध पर पुस्तकालय से जानकारी एकत्र की जाती है।
- डिजिटल संस्थागत कोष सेवा- एक मिलियन प्रेस क्लिपिंग (1950 के बाद की अवधि से 275 राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय समाचार-पत्र), समाचार-पत्र (1933-2002 से द हिंदू), दुर्लभ पुस्तकें ((10 हजार, वर्ष 1727 के बाद से)।
- एसडीआई सेवा (सूचना का चयन)/ऑफलाइन/ऑनलाइन- यह सेवा व्यक्तिगत उपयोगकर्ताओं, मुख्य रूप से विशेषज्ञों के लिए है, जो विशेष रूप से संबंधित उपयोगकर्ता की रुचि के क्षेत्र तक ही सीमित है।
- सीएएस सेवा (वर्तमान जागरूकता सेवा) ऑफ़लाइन/ऑनलाइन-वर्तमान जागरूकता सेवा उपयोगकर्ता को वर्तमान जानकारी प्रदान करती है।
- ऑनलाइन डेटा बेस सेवा, पत्रिकाएं- स्थानीय नेटवर्क में विभिन्न पत्रिकाओं की ऑनलाइन डेटाबेस पहुंच।
- ओपीएसी सेवाएं (ऑनलाइन पब्लिक एक्सेस कैटलॉग): पुस्तकालय के संग्रह की एक ग्रंथ-सूची डेटा कैटलॉग है। इसे लेखक, शीर्षक, किसी भी कीवर्ड के माध्यम से खोजा जा सकता है।
- कंप्यूटर और इंटरनेट- उपयोगकर्ता के लिए नि:शुल्क अभिगम्यता।
- फोटोकॉपी सेवा: नाममात्र शुल्क पर फोटोकॉपी।
- व्यक्तिगत पुस्तकें– पाठक को पुस्तकालय के अंदर दो निजी पुस्तकें लाने की अनुमति है।
ऑनलाइन संसाधन
अभिदत्त पत्रिकाओं की सूची
विद्वानों और छात्रों के लिए उपलब्ध सेवाएं
पुस्तकालय सेवाएं
- ग्रंथपरक सेवा - अनुरोध पर शोधकर्ताओं को विशिष्ट विषयों पर ग्रंथसूची प्रदान की जाती है।
- संदर्भ सेवा - शोधकर्ताओं के विशिष्ट अनुरोध पर पुस्तकालय से जानकारी एकत्र की जाती है।
- नाममात्र शुल्क पर फोटोकॉपी करना।
- किसी भी विषय के स्नातकोत्तर/स्नातक छात्रों को पुस्तकालय के अंदर दो निजी पुस्तकें लाने की अनुमति है।
ऑनलाइन संसाधन
अभिदत्त पत्रिकाओं की सूची
- अफ्रीकन अफेयर्स
- अफ्रीकन सिक्यूरिटी रिव्यु
- ब्रिटिश जर्नल ऑफ़ पॉलिटिक्स एंड इंटरनेशनल रिलेशनस
- चाइना रिपोर्ट
- चायनीज जर्नल ऑफ़ इंटरनेशनल पॉलिटिक्स
- कंटेम्पररी साउथईस्ट एशिया
- डिफेन्स स्टडीज
- इकनोमिक एंड पोलिटिकल वीकली
- इकोनॉमिस्ट, द
- यूरोपियन सिक्यूरिटी
- फार ईस्टर्न अफेयर्स
- फॉरेन अफेयर्स
- फॉरेन पालिसी
- फ्रंटलाइन
- हिमालयन एंड सेंट्रल एशियन स्टडीज
- इंडिया स्ट्रेटेजिक
- इंडिया टुडे
- इंटरनेशनल अफेयर्स (लन्दन)
- इंटरनेशनल अफेयर्स (मास्को)
- इंटरनेशनल जर्नल ऑफ़ मिडिल ईस्ट स्टडीज
- इंटरनेशनल जर्नल: कनाडा'स जर्नल ऑफ़ ग्लोबल पालिसी एनालिसिस
- इंटरनेशनल आर्गेनाइजेशन
- इंटरनेशनल पोलिटिकल साइंस रिव्यु
- इंटरनेशनल रिलेशनस
- इंटरनेशनल सिक्यूरिटी
- इश्यूज एंड स्टडीज
- जर्नल ऑफ़ मॉडर्न अफ्रीकन स्टडीज, द
- जर्नल ऑफ़ पलेस्टाइन स्टडीज
- मिडिल ईस्ट जर्नल
- ओर्बिस
- पोलिटिकल क्वार्टरली, द
- पोलिटिकल साइंस क्वार्टरली
- रिव्यु ऑफ़ इंटरनेशनल स्टडीज
- रस्सिया इन ग्लोबल अफेयर्स
- साउथ अफ्रीकन जर्नल ऑफ़ इंटरनेशनल अफेयर्स
- साउथ एशिया रिसर्च
- साउथ एशियन स्टडीज
- सरेल्स जर्नल ऑफ़ इनफार्मेशन मैनेजमेंट
- वाशिंगटन क्वार्टरली, द
- वर्ल्ड अफेयर्स
- वर्ल्ड फोकस
- योजना
विशेष संग्रह:
राजनय की विरासत - यह भारत के राजदूतों और वरिष्ठ राजनयिकों द्वारा लिखित पुस्तकों और संस्मरणों का एक गुलदस्ता है। यह विशेष संग्रह आईसीडब्ल्यूए की पुस्तकालय में उपलब्ध है। हमारे राजदूतों के नज़रिए से देखे गए किस्से, लघु कथाएँ, आत्मकथात्मक लेख और अन्य देशों के साथ भारत के संबंध, इस संग्रह की कुछ विशिष्टताएँ हैं।
प्राचीन पुस्तकों का खज़ाना - पुस्तकालय में हजारों अमूल्य पुस्तकें हैं। उनमें से कुछ उल्लेखनीय हैं;
- जापान का इतिहास, उस साम्राज्य के प्राचीन और पूर्ववर्ती राज्यों और शासन; इसके मंदिरों, स्थानों, किलों और अन्य इमारतों; इसके धातुओं, खनिजों, पेड़, पौधों, पशुओं, पक्षियों और मछलियों आदि का लेखा-जोखा देता है [शेयुज़र, एफ.जी लन्दन: एस.एन, 1727]
- चीन का सामान्य इतिहास, जिसमें चीन के साम्राज्य का भौगोलिक, ऐतिहासिक, कालानुक्रमिक, राजनीतिक और भौतिक विवरण, चीनी तातार, कोरिया और तिबत का विवरण है [डू हाल्ड, पी. लंदन: एस.एन, 1736]
- एशिया में खोजों और यात्राओं का ऐतिहासिक खाता: प्राचीन युग से लेकर वर्तमान समय तक [मुर्रे, ह्यूग, लंदन: लोंगमैन, हर्स्ट, रीस, ओरमे और ब्राउन, 1820]
- मार्किस के हास्टिंग के शासन के दौरान (1813-23) भारत में राजनैतिक और सैन्य लेन-देन का इतिहास [प्रिन्सेप, हेनरी टी. लंदन: किंग्सबरी, पैरबरी और एलन. 1825]
- उत्तर भारत की यात्रा: रूस, फारस और अफगानिस्तान से गुजरते हुए इंग्लैंड से स्थल यात्रा। [कॉनॉली, आर्थर, लंदन: रिचर्ड बेंटली, 1838]
- भारत में सिपाही युद्ध [केय, जे.डब्ल्यू, लंदन: एस.एन., 1858]
- 1858 में भारत: ब्रिटिश भारत में विद्यमान प्रशासन, राजनीतिक, राजकोषीय और न्यायिक पहलु का सारांश [मिल्स, आर्थर, लंदन: जॉन मुरे, 1858]
- नौसेनाओं, उपनिवेशों और वाणिज्य दूतावासों के उपयोग के लिए अंतर्राष्ट्रीय मैनुअल [फर्ग्यूसन, जान हेलेनस, लंदन: एस.एन., 1884]
- द मॉडर्न वर्ल्ड [दत्त, शोशी चंदर, गिल्बर्ट और राइविंगटन, लंदन, 1884]
- इंपीरियल गजेटियर ऑफ इंडिया [हंटर, डब्ल्यू.डब्ल्यू लंदन: ट्रबनर, 1886]
- ब्रिटिश उपनिवेशों का एक ऐतिहासिक भूगोल [लुकास, सी.पी. ऑक्सफोर्ड: क्लेरेंडन प्रेस, 1890]
- चीन का इतिहास [बौल्गेर, डेमेट्रियस चार्ल्स, लंदन: डब्ल्यू. ठक्कर, 1898]
- राष्ट्रों के कानून का इतिहास [वॉकर, थॉमस अल्फ्रेड. कैंब्रिज यूनिवर्सिटी प्रेस, 1899]
- जापान में एक राजनयिक की पत्नी: घर से घर को चिट्ठी [फ्रेजर, ह्युग. लंदन: हचिन्सन एंड को., 1899]
विशेष संग्रह:
राजनय की विरासत - यह भारत के राजदूतों और वरिष्ठ राजनयिकों द्वारा लिखित पुस्तकों और संस्मरणों का एक गुलदस्ता है। यह विशेष संग्रह आईसीडब्ल्यूए की पुस्तकालय में उपलब्ध है। हमारे राजदूतों के नज़रिए से देखे गए किस्से, लघु कथाएँ, आत्मकथात्मक लेख और अन्य देशों के साथ भारत के संबंध, इस संग्रह की कुछ विशिष्टताएँ हैं।
प्राचीन पुस्तकों का खज़ाना - पुस्तकालय में हजारों अमूल्य पुस्तकें हैं। उनमें से कुछ उल्लेखनीय हैं;
- जापान का इतिहास, उस साम्राज्य के प्राचीन और पूर्ववर्ती राज्यों और शासन; इसके मंदिरों, स्थानों, किलों और अन्य इमारतों; इसके धातुओं, खनिजों, पेड़, पौधों, पशुओं, पक्षियों और मछलियों आदि का लेखा-जोखा देता है [शेयुज़र, एफ.जी लन्दन: एस.एन, 1727]
- चीन का सामान्य इतिहास, जिसमें चीन के साम्राज्य का भौगोलिक, ऐतिहासिक, कालानुक्रमिक, राजनीतिक और भौतिक विवरण, चीनी तातार, कोरिया और तिबत का विवरण है [डू हाल्ड, पी. लंदन: एस.एन, 1736]
- एशिया में खोजों और यात्राओं का ऐतिहासिक खाता: प्राचीन युग से लेकर वर्तमान समय तक [मुर्रे, ह्यूग, लंदन: लोंगमैन, हर्स्ट, रीस, ओरमे और ब्राउन, 1820]
- मार्किस के हास्टिंग के शासन के दौरान (1813-23) भारत में राजनैतिक और सैन्य लेन-देन का इतिहास [प्रिन्सेप, हेनरी टी. लंदन: किंग्सबरी, पैरबरी और एलन. 1825]
- उत्तर भारत की यात्रा: रूस, फारस और अफगानिस्तान से गुजरते हुए इंग्लैंड से स्थल यात्रा। [कॉनॉली, आर्थर, लंदन: रिचर्ड बेंटली, 1838]
- भारत में सिपाही युद्ध [केय, जे.डब्ल्यू, लंदन: एस.एन., 1858]
- 1858 में भारत: ब्रिटिश भारत में विद्यमान प्रशासन, राजनीतिक, राजकोषीय और न्यायिक पहलु का सारांश [मिल्स, आर्थर, लंदन: जॉन मुरे, 1858]
- नौसेनाओं, उपनिवेशों और वाणिज्य दूतावासों के उपयोग के लिए अंतर्राष्ट्रीय मैनुअल [फर्ग्यूसन, जान हेलेनस, लंदन: एस.एन., 1884]
- द मॉडर्न वर्ल्ड [दत्त, शोशी चंदर, गिल्बर्ट और राइविंगटन, लंदन, 1884]
- इंपीरियल गजेटियर ऑफ इंडिया [हंटर, डब्ल्यू.डब्ल्यू लंदन: ट्रबनर, 1886]
- ब्रिटिश उपनिवेशों का एक ऐतिहासिक भूगोल [लुकास, सी.पी. ऑक्सफोर्ड: क्लेरेंडन प्रेस, 1890]
- चीन का इतिहास [बौल्गेर, डेमेट्रियस चार्ल्स, लंदन: डब्ल्यू. ठक्कर, 1898]
- राष्ट्रों के कानून का इतिहास [वॉकर, थॉमस अल्फ्रेड. कैंब्रिज यूनिवर्सिटी प्रेस, 1899]
- जापान में एक राजनयिक की पत्नी: घर से घर को चिट्ठी [फ्रेजर, ह्युग. लंदन: हचिन्सन एंड को., 1899]