सारांश: यह शोधपत्र साहेल क्षेत्र में रूस के बढ़ते प्रभाव की पड़ताल करने के लिए साहेल देशों के गठबंधन (एईएस/AES) के साथ हाल ही में हुए रूस के दूरसंचार और सुदूर संवेदी उपग्रह समझौते के साथ– साथ रूस– नाइज़र उपग्रह सौदे को भी समझने का प्रयास करता है।
हाल के वर्षों में अफ़्रीका में रूस की मौजूदगी बहुत तेज़ी से बढ़ी है। यह पश्चिमी साहेल क्षेत्र में विशेष रूप से नज़र आता है, जहां जनवरी 2024 में इन देशों के ईसीओडब्ल्यूएएस (ECOWAS) से बाहर निकलने के बाद से एईएस/ AES[i]( माली, बुर्किना फ़ासो और नाइज़र) और रूस के बीच संबंध गहरे हुए हैं। एईएस और रूस के बीच कई अन्य समझौतों के बीच हाल ही में हुए दो सैटेलाइट सौदे विशेष हैं क्योंकि वे इस क्षेत्र में सुरक्षा प्रदाता के रूप में रूस, ऐसे समय में जबकि इन पर फ्रांस का प्रभुत्व कम हो गया है, की बढ़ती भूमिका को दर्शाते हैं। रूस और एईएस के बीच संचार एवं सीमाओं और प्राकृतिक आपदाओं पर नज़र रखने संबंधी पहला समझौता 24 सितंबर 2024 को हुआ था। 1 नवंबर 2024 को, नाइज़र ने क्षेत्र में संचार क्षमताओं और निगरानी प्रणाली को बेहतर बनाने के लिए रूस की कंपनी ग्लेवकोस्मॉस के साथ एक अनुबंध किया। यह शोधपत्र साहेल क्षेत्र में रूस के बढ़ते प्रभाव को समझने के लिए इन दो उपग्रह समझौतों का विश्लेषण करता है।
एईएस के साथ रूस का दूरसंचार और रिमोट सेंसिंग उपग्रह समझौता
दूरसंचार और रिमोट सेंसिंग सैटेलाइट समझौते पर रशन स्टेट कॉर्पोरेशन फॉर स्पेस एक्टिविटीज़ (ROSCOSMOS) और नाइज़र, माली एवं बुर्किना फ़ासो जैसे पश्चिमी साहेलियन देशों की सरकारों के बीच हस्ताक्षर किए गए थे जिसका उद्देश्य इंटरनेट और फोन सेवाओं, सीमाओं की निगरानी और बाढ़, आग एवं सूखे जैसी प्राकृतिक आपदाओं समेत बहु– सेवा संचार की सुविधा प्रदान करना है।[ii] माली, नाइज़र और बुर्किना फ़ासो के मंत्रियों ने रिमोट सेंसिंग उपग्रह के क्षेत्र के तीन देशों की राष्ट्रीय सुरक्षा को बेहतर बने के लिए एक आवश्यक रणनीति बताया, विशेष रूप से सितंबर 2024 में जेएनआईएम (जमात नस्र अल इस्लामवाल मुस्लिमिन), जो अल–कायदा से संबद्ध समूह है, जैसे चरमपंथी समूहों द्वारा बामको[iii] में हवाईअड्डे पर हमले के बाद, क्षेत्र में उनकी लगातार बढ़ती शक्ति का प्रतीक है।
इस संबंध में, क्षेत्र की सुरक्षा को और बढ़ाने के लिए नाइज़र का रूस के साथ हाल ही में किया गया समझौता महत्वपूर्ण हो जाता है। नाइज़र ने 1 नवंबर 2024 को रूस की कंपनी ग्लेवकोस्मॉस के साथ एक सैटेलाइट अनुबंध किया था। इस अनुबंध में मुख्य रूप से तीन सैटेलाइट शामिल हैं– एक दूरसंचार सैटेलाइट, एक रिमोट सेंसिंग सैलेलाइट और एक रडार सैटेलाइट[iv]। इस अनुबंध का उद्देश्य निगरानी और संचार क्षमताओं को बढ़ाना, दूर–दराज़ के क्षेत्रों में इंटरनेट की पहुँच में सुधार करना, प्राकृतिक संसाधनों का प्रबंधन करना और साहेल क्षेत्र में आपदा प्रतिक्रिया में मदद करना है[v]। इसके अलावा, यह नाइजीरिया के लोगों को उपग्रहों को स्वतंत्र रूप से संचालित करने के लिए प्रशिक्षण भी देगा। यह अनुबंध महत्वपूर्ण है क्योंकि यह क्षेत्र की राष्ट्रीय सुरक्षा को बढ़ाएगा, जिसे साहेल क्षेत्र में बढ़ती चरमपंथी ताकतों द्वारा इसकी छिद्रपूर्ण सीमा के कारण चुनौती दी गई थी। नाइज़ीरिया के मंत्री ने इस बात पर भी ज़ोर दिया कि “यह अनुबंध एईएस/AES के संप्रभुता लक्ष्यों के अनुरूप है”[vi]। 16 सितंबर 2023 को माली, नाइज़र और बुर्किना फ़ासो द्वारा स्थापित एईएस को क्षेत्र में चरमपंथी समूहों के उदय के खिलाफ एकीकृत मोर्चा बनाने में मदद करेंगे।
एईएस[vii] के साथ रूस की भागीदारी के अलावा, तीन देशों माली, नाइज़र और बुर्किना फ़ासो के साथ इसकी द्विपक्षीय भागीदारी बढ़ रही है, रक्षा से परे विशेष रूप से बिजली, आर्थिक और जलवायु क्षेत्रों (विशेष रूप से सौर और परमाणु ऊर्जा के क्षेत्र में)। हाल ही में, रूस ने नाइज़र को अपने सैन्य उपकरण भेजे[viii] जबकि नाइज़र ने रूस को अपने यूरेनियम भंडार और अन्य प्राकृतिक संसाधन उत्पादन में निवेश करने के लिए आमंत्रित किया।[ix] इस बीच, माली के लिए विद्युत क्षमता को दोगुना करने हेतु सननकोरोबा सौर ऊर्जा संयंत्र के निर्माण के संबंध में रूस और माली के बीच हुआ अनुबंध महत्वपूर्ण है[x] क्योंकि यह ऐसं समय में हो रहा है जब देश विद्युत आपूर्ति समस्याओं से जूझ रहा है और केवल आधी आबादी के पास ही बिजली पहुँच पा रही है। इसी तरह बुर्किना फ़ासो के सैन्य अधिकारियों ने भी विद्युत आपूर्ति बढ़ाने के लिए रूस के साथ परमाणु ऊर्जा संयंत्रों पर एक समझौता किया है जिसे बुर्किना फ़ासो को 2030 तक शहरी क्षेत्रों में 95% और ग्रामीण क्षेत्रों में 50% विद्युत आपूर्ति के अपने लक्ष्य को पूरा करने में मदद मिलेगी।
रूस के साथ एईएस (AES) की बढ़ती भागीदारी रूस के प्रति उनकी प्राथमिकता, ऐसे समय में जब इस क्षेत्र में पश्चिमी प्रभाव कम हो रहा है, को दर्शाती है[xi]। इसके कारण ही एईएस ने फ्रांस और फ्रांस के नेतृत्व वाले संगठनों जैसे जी5 साहेल के साथ परंपरागत गठबंधन से वापसी की है, जिसका गठन 2014 में पांच सदस्य देशों के विकास और सुरक्षा, माली एवं नाइज़र में यूरोपीय संघ के प्रशिक्षण मिशन, माली में यूएन मल्टीडायमेंशनल इंटीग्रेटेड स्टेबिलाइज़ेशन मिशन(MINUSMA) और अन्य क्षमता निर्माण कार्यक्रमों के लिए किया गया था। परिणामस्वरूप, रूस पर साहेल देशों के गठबंधन की निर्भरता धीरे– धीरे बढ़ गई है।
निष्कर्ष
जनवरी 2024 में ईसीओडब्ल्यूएएस (ECOWAS) से एईएस के अलग होने के बाद से हाल के वर्षों में अफ़्रीका में रूस का प्रभुत्व बढ़ा है। सुरक्षा, निजी सैन्य कंपनियों (पीएमसी) की तैनाती, दूरसंचार और रिमोट सेंसिंग उपग्रहों एवं जलवायु क्षेत्र में मुख्य रूप से सौर और परमाणु ऊर्जा के क्षेत्रों में रूस और एईएस के बीच सहयोग को देखते हुए साहेल क्षेत्र के साथ इसका जुड़ाव, ध्यान देने योग्य घटना है। गहरा होता संबंध पारस्परिक रूप से लाभकारी है। यूक्रेन युद्ध के मद्देनज़र रूस जहां गैर– पश्चिमी देशों के साथ अपने संबंध में विविधता ला रहा है वहीं साहेल क्षेत्र में फ्रांसीसी नीति के विफल होने के बाद एईएस नए साझेदारों की तलाश कर रहा है।
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*जूलिया जोस थचिल, भारतीय वैश्विक परिषद, नई दिल्ली में शोध प्रशिक्षु हैं।
अस्वीकरण : यहां व्यक्त किए गए विचार निजी हैं।
डिस्क्लेमर: इस अनुवादित लेख में यदि किसी प्रकार की त्रुटी पाई जाती है तो पाठक अंग्रेजी में लिखे मूल लेख को ही मान्य माने ।
अंत टिप्पण:
[i] The leaders of the Sahel region signed a treaty on July 6, 2024, in Niamey, Niger. This treaty led to the formation of the Confederation of Alliance of Sahel States with the goal of strengthening the mutual defense agreement. For further details, please refer to the below article:
“Niger,Mali and Burkina Faso military leaders sign new pact,rebuff ECOWAS”,Al Jazeera,July 6,2024.
[ii] Paul Njie, “Russia in satellite deal with west African military government”,BBC,September 24,2024.
Russia to sell satellites to Mali, Burkina Faso and Niger
[iii] Paul Melly, Jihadist Airport assault leaves Mali Junta rattled, BBC, September 24, 2024.
Mali airport attack: Al-Qaeda-linked jihadists expose fragile security
[iv] “Niger signs deal with Russian firm for 3 satellites to bolster defense”,Xinhua,November 3,2024.
Niger signs deal with Russian firm for 3 satellites to bolster defense
[v] Rocco Caldero, “Niger’s Satellite Deal with Russia: Reshaping Sahel Security”, The Rio Times,November 4,2024.
Niger's Satellite Deal with Russia: Reshaping Sahel Security - The Rio Times
[vi]“Niger Secures Strategic Agreement with Russia for Defence and Security Satellite”, The Southern Africa Times, November 2,2024.
Niger Secures Strategic Agreement with Russia for Defence and Security Satellite
[vii] Niger, Mali and Burkina Faso military leaders sign new pact, rebuff ECOWAS,Al Jazeera,2024.
[viii] West countries to loose influence in Africa-Russian General staff,TASS,December 18,2024.
[ix] Niger invites Russia to mine Uranium and other resources,The Moscow Times,November 14,2024.
Niger Invites Russian Firms to Mine Uranium, Other Resources - The Moscow Times
[x] “ Mali, Russia start work on major solar plant”, VOA, May 2024.
Mali, Russia start work on major solar plant.
[xi] Africa sees Russia as key security partner amid competition from global players — diplomat,TASS,May 13,2024.