4 नवंबर, 2019 को बैंकाक में आयोजित 35वें आसियान शिखर सम्मेलन के समापन समारोह में प्रधानमंत्री गुयेन जुआन फुच ने अपने थाई समकक्ष प्रयाण चान-ओ-चा से अध्यक्षता गैव़ॅल प्राप्त किया।
35वें आसियान शिखर सम्मेलन के समापन के अवसर पर थाईलैंड के प्रधानमंत्री प्रयाण चान-ओ-चा ने 4 नवंबर, 2019 को बैंकॉक में आयोजित एक समारोह में अपने वियतनामी समकक्ष गुयेन जुआन फुच को आसियान की अध्यक्षता सौंपी। वियतनाम ने अपनी अध्यक्षता के लिए "सामंजस्यपूर्ण और उत्तरदायी" विषय को अपनाया है।1 उप-विदेश मंत्री गुयेन क्वोक डंग के अनुसार - जो 2020 आसियान राष्ट्रीय समिति के महासचिव भी हैं - "सामंजस्यपूर्ण और उत्तरदायी" विषय आसियान से आग्रह करता है कि वे क्षेत्रीय और वैश्विक परिदृश्य में उभरते हुए अवसरों तथा चुनौतियों का समाधान करने हेतु अधिक समावेशी और सक्रिय बनें। वियतनाम मजबुत तथा डिजिटल कनेक्टिविटी के माध्यम से आर्थिक एकीकरण के क्षेत्रों में प्राथमिकताओं को आगे बढ़ाने एवं वैश्विक साझेदारी के माध्यम से आसियान संस्थागत क्षमता और प्रभावशीलता का निर्माण करना चाहता है।2 1 जनवरी 2020 को, वियतनाम संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद [यूएनएससी] के एक गैर-स्थायी सदस्य की भी भूमिका ग्रहण करेगा। इससे वियतनाम को शांति, सहयोग और विकास को बनाए रखने हेतु अपनी वैश्विक साझेदारी के दायरे का विस्तार करने के लिए आसियान के जुड़ाव को बढ़ाने में मदद मिलेगी। वियतनाम को अध्यक्ष के रूप में करेगा जिस प्रमुख चुनौती का सामना करना पड़ेगा, वह दक्षिण चीन सागर [एससीएस] पर बातचीत को आगे बढ़ाना है।
एससीएस में स्थिति चीन के साथ तनावपूर्ण बनी हुई है, विवादित द्वीपों और भित्तियों पर इसकी मुखरता बढ़ रही है। चीन ने इस क्षेत्र में अपनी सैन्य उपस्थिति बढ़ाई है और विशेष रूप से अपने नौसैनिक निर्माण के साथ-साथ मौजूदा द्वीपों और भित्तियों के आसपास के लैंडफिल के क्षेत्र में वृद्धि करके कृत्रिम द्वीपों का निर्माण किया है। 2015 में आईएचएस जेन्स की डिफेंस वीकली ने बताया कि विवादित स्थलों में विकसित चीनी अवसंरचनाएं स्पष्ट रूप से सैन्य प्रकृति की थीं। उपग्रह द्वारा लिए गए चित्रों से संकेत मिलता है कि इन कृत्रिम द्वीपों में बड़ी संख्या में सैनिकों का समर्थन करने हेतु हेलीपैड, हवाई पट्टी, बंदरगाह और सुविधाएं मौजूद हैं। अमेरिकी अधिकारियों के अनुसार, चीन नए बुनियादी ढांचे के माध्यम से एयर डिफेंस आइडेंटिफिकेशन ज़ोन [एडीआईजेड] स्थापित करना चाहता है, जिसका उपयोग क्षेत्र के रडार कवरेज को बढ़ाने, सैन्य कर्मियों की उपस्थिति टुकड़ी का समर्थन करने, और दूर से एससीएस का गश्त करने वाले जहाजों के लिए रसद समर्थन प्रदान करने के लिए किया जाएगा।3
एससीएस के इन नए विकासों ने आसियान के भीतर असुरक्षा के स्तर को बढ़ा दिया है, खासकर उन लोगों के बीच, जिनके साथ चीन का विवाद अभी अनसुलझा है। इसके चार्टर में दिए गए आसियान के प्राथमिक उद्देश्यों में से एक "क्षेत्र में शांति, सुरक्षा तथा स्थिरता को बनाए रखना और बढ़ाना" है।4 इसका तात्पर्य यह है कि एससीएस में तनाव से उत्पन्न होने वाले मुद्दे आसियान के सभी सदस्यों के लिए चिंता का विषय हैं और इसलिए चल रही चर्चाओं में भूमिका निभाने एवं हल तक पहुंचने में मदद करना इनका दायित्व है। चीन ने आसियान सदस्यों से एससीएस हेतु आचार संहिता [सीओसी] के मसौदे को अंतिम रूप देने और 2021 में इसका अंगीकार करने की तैयारी हेतु काम करने का आग्रह किया है, जिससे 2020 वार्ता का एक महत्वपूर्ण वर्ष बन जाए। आसियान के अध्यक्ष के रूप में वियतनाम को 2021 तक एक व्यावहारिक सीओसी रखने के लिए सदस्य राज्यों के बीच आम सहमति बनाने का नेतृत्व करना होगा।5 सीओसी एससीएस में सदस्यों के आचरण पर घोषणा (डीओसी) का उन्नत संस्करण है। सीओसी, निष्कर्ष निकालता है कि नियमों को बाध्यकारी किया जाए और एससीएस में स्थिति को और अधिक स्थिर बनाने में मदद करेगा, ऐसे तंत्र के माध्यम से जो विवादों को प्रबंधित करने तथा नियंत्रित करने हेतु प्रभावी हैं, और सभी के बीच गहन सहयोग की सुविधा प्रदान करते हैं। 31 जुलाई, 2019 को बैंकाक, थाईलैंड में चीन-आसियान विदेश मंत्रियों की बैठक के समापन के बाद एक संवाददाता सम्मेलन के दौरान, चीन के विदेश मंत्री वांग यी ने सीओसी के शुरुआती निष्कर्ष पर विश्वास व्यक्त किया और इसपर संतोष व्यक्त किया जो समय सीमा से पहले पूरा हो गया था।6
31 जुलाई, 2019 को बैंकॉक, थाईलैंड में चीन-आसियान विदेश मंत्रियों की बैठक में भाग लेने के बाद चीनी और विदेशी मीडिया के समक्ष विदेश मंत्री वांग यी की प्रेस कॉन्फ्रेंस।
एससीएस में चीन की एकतरफा कार्रवाइयों के खिलाफ वियतनाम इस क्षेत्र में मजबूत आवाज़ उठाने वाले देशों में से एक है। आसियान की अध्यक्षता के दौरान अपनाए गए "सामंजस्यपूर्ण और उत्तरदायी" विषय से तात्पर्य है कि क्षेत्र में शांति और स्थिरता को खतरा पहुंचाने वाली प्रमुख चुनौतियों के समाधान में सक्रियता होगी। एससीएस में चीन और वियतनाम का प्रमुख विवाद पेरासेल और स्प्रैटली द्वीपों को लेकर है। पेरासेल द्वीप समूह पर विवाद वियतनाम और चीन के बीच द्विपक्षीय विवाद है, जबकि स्प्रैटली के विवाद में पांच अन्य दक्षिण पूर्व एशियाई राष्ट्र, ताइवान और चीन शामिल हैं। चीन की स्व-घोषित समुद्री सीमा के अनुसार - 'नाइन-डैश लाइन' - पैरासेल और स्प्रैटली द्वीप चीन की समुद्री सीमा के भीतर आती है। जनवरी 1974 में चीन और दक्षिण वियतनाम की नौसैनिक सेनाओं के बीच पैराकेल द्वीपों पर विवाद पिछले दिनों तीव्र सैन्य भागीदारी का साक्षी रहा है।7
वियतनाम के तट से लगभग 210 किमी दूर दक्षिण चीन सागर में वियतनामी मरीन गार्डर जहाज के पास जाता एक चीनी तटरक्षक जहाज8
पिछले कुछ वर्षों में एससीएस में संसाधनों पर समुद्री अधिकारों के एक-दूसरे के दावों के कारण दोनों देशों के साथ चल रहे विवाद में और वृद्धि हुई है। जुलाई 2019 में, ऐसी रिपोर्टें आई हैं, जिसमें दोनों देशों के कई तट रक्षक जहाजों के बीच बड़े पैमाने पर गतिरोध की बात कही गईं। यह घटना एक चीनी तेल अन्वेषण जहाज द्वारा स्प्रैटली द्वीप समूह के पास स्प्रैटली की जल सीमा में प्रवेश करने के बाद हुई। वियतनाम के विशिष्ट आर्थिक क्षेत्र [ईईजेड] के मध्य और दक्षिणी समुद्र तटों से चीन की बार-बार घुसपैठ सुरक्षा तथा रक्षा के मामले में वियतनाम की विदेश नीति के लिए सबसे बड़ी चुनौतियों में से एक बन गई है। आसियान के अध्यक्ष के रूप में, वियतनाम को एससीएस पर सीओसी के शीघ्र समापन के लिए विचार-विमर्श को आगे बढ़ाना चाहिए, जिससे जारी तनाव को कम करने में मदद मिलेगी। हालांकि, वियतनाम द्वारा सैन्य विकल्प का कभी भी इस्तेमाल नहीं किया गया है, फिर भी बल के प्रयोग का सहारा आगे की क्षेत्रीय अस्थिरता के साथ-साथ कूटनीति की विफलता भी होगा। आसियान के अध्यक्ष के रूप में वियतनाम के पास बहुपक्षीय दृष्टिकोण का एक व्यवहार्य विकल्प प्रतीत होता है। वियतनाम के लिए प्रमुख चुनौतियों में से एक अन्य सदस्य राष्ट्रों के बीच आम सहमति बनाने की ओर होगा। यह सुनिश्चित करना प्रमुख आवश्यकता होगी कि एससीएस में चल रहे गतिरोध को खत्म करने हेतु वियतनाम का कूटनीतिक प्रयास निरर्थक न हो।
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*डॉ. टेम्जेनमरेन एओ, रिसर्च फेलो, विश्व मामलों की भारतीय परिषद।
अस्वीकरण: व्यक्त किए गए विचार व्यक्तिगत हैं।
डिस्क्लेमर: इस अनुवादित लेख में यदि किसी प्रकार की त्रुटी पाई जाती है तो पाठक अंग्रेजी में लिखे मूल लेख को ही मान्य माने ।
Endnotes
1“35th ASEAN Summit Concludes, Vietnam Assumes Chairmanship”, The Gioi and Vietnam, November 5, 2019, http://tgvn.com.vn/35th-asean-summit-concludes-vietnam-assumes-chairmanship-103948.html, Accessed on December 10, 2019.
2“Theme and Priorities of Vietnam 2020 ASEAN Chairmanship Unveiled”, The Gioi and Vietnam, November 19, 2019, http://tgvn.com.vn/theme-and-priorities-of-vietnams-2020-asean-chairmanship-unveiled-104691.html, accessed on December 11, 2019.
3Jeremy Page and Julian E. Barnes, “China Expands Island Construction in Disputed South China Sea”, The Wall Street Journal, February 18, 15, http://www.wsj.com/articles/china-expands-island-construction-in-disputed-south-china-sea-1424290852, accessed on January 9, 2020.
4See://https://asean.org/storage/2012/05/3.-November-2019-The-ASEAN-Charter-27th-Reprint_rev-2711191.pdf, accessed on January 16, 2020.
5Pham Ngoc Minh Trang, “ASEAN and the South China Sea: Vietnam’s Role as Chair”, Asia Maritime Transparency Initiative, November 14, 2019, https://amti.csis.org/asean-and-the-south-china-sea-vietnams-role-as-chair/, Accessed on January 15, 2020.
6“Wang Yi Responds to Four Questions on the Consultations on the Code of Conduct in the South China Sea (COC)”,The South China Sea Issue, August 1, 2019, https://www.fmprc.gov.cn/nanhai/eng/wjbxw_1/t1685673.htm, Accessed on January 15, 2020.
7John Reed, “South China Sea: Fishing on the Frontline of Beijing’s Ambitions”, Financial Times, January 24, 2019, https://www.ft.com/content/fead89da-1a4e-11e9-9e64-d150b3105d21, Accessed on January 10, 2020.
8See:// https://www.reuters.com/article/us-vietnam-southchinasea/vietnam-mulls-legal-action-over-south-china-sea-dispute-idUSKBN1XG1D6, Accessed on January 15, 2020.