सार
चीन के हांगकांग विशेष प्रशासनिक क्षेत्र (एचकेएसएआर) में चल रहा विरोध प्रदर्शन जून 2019 में प्रत्यर्पण बिल के विरोध के रूप में शुरू हुआ था। अगस्त तक इसने लोकतंत्र समर्थक आंदोलन का रूप ले लिया था। यह पत्र इस परिवर्तन के कारणों का विश्लेषण करने की कोशिश करता है और 2019 के विरोध प्रदर्शनों की तुलना पूर्व में हो चुके विरोध प्रदर्शनों से करता है।
परिचय
हांगकांग बड़े विरोध प्रदर्शनों का साक्षी बन रहा है। इनकी शुरुआत प्रस्तावित प्रत्यर्पण विधेयक के विरोध के रूप में हुई,लेकिन फिर जल्द ही इसने लोकतंत्र समर्थक आंदोलन का रूप ले लिया। प्रत्यर्पण विधेयक या भगोड़ा अपराधी एवं आपराधिक मामलों के कानून में पारस्परिक कानूनी सहायता(संशोधन) विधेयक को हांगकांग सरकार ने फरवरी 2019 में प्रस्तावित किया था। प्रस्तावित विधेयक में ताइवान, मकाऊ और मुख्यभूमि चीन में भगोड़ों के प्रत्यर्पण की अनुमति दी गई थी। बिल के विरोध में विरोध प्रदर्शन शुरू हुआ, जिसे मुख्य रूप से हांगकांग पर बीजिंग के बढ़ते प्रभाव के रूप में देखा गया।
प्रदर्शनकारी बीजिंग के कथित बढ़ते प्रभाव के खिलाफ सड़कों पर इस आशंका के साथ उतरे कि अंततः यह ‘एक देश, दो सिस्टम’ की रूपरेखा को नष्ट कर देगा जिसके तहत हांगकांग को कुछ हद तक स्वायत्तता प्राप्त है। 1997 में हांगकांग के चीन को वापस सौंपे जाने के बाद से, एचकेएसएआर और मुख्य भूमि के बीच संबंध बहुत अच्छे नहीं रहे हैं, क्योंकि हांगकांग ने अक्सर चीन पर इसके मामलों में हस्तक्षेप करने का आरोप लगाया है और मुख्यभूमि के खिलाफ विभिन्न विरोध प्रदर्शन इसका प्रमाण हैं। इस तरह के विरोध के कारणों को समझने के लिए हांगकांग-मुख्यभूमि चीन संबंधों की ऐतिहासिक पृष्ठभूमि को देखना भी महत्वपूर्ण है।
हांगकांग-मुख्यभूमि चीन संबंध
हांगकांग का हैंडओवर, 1997
पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ चाइना (पीआरसी) और ब्रिटिशों ने 1984 में चीन-ब्रिटिश संयुक्त घोषणापत्र पर हस्ताक्षर किए। घोषणा ने 1997 में हांगकांग (हांगकांग, कॉव्लून और न्यू टेरिटरीज सहित) पर चीन की संप्रभुता का हस्तांतरण तय किया और यह स्पष्ट किया कि हांगकांग को 'एक देश, दो सिस्टम' की रूपरेखा के आधार पर चीनी संप्रभुता को वापस सौंपा जाएगा। संयुक्त घोषणा में हांगकांग के बारे में पीआरसीकी बुनियादी नीतियांशामिल की गयीं।1 हांगकांग विशेष प्रशासनिक क्षेत्र (एचकेएसएआर) को विधायिका, कार्यपालिका और न्यायपालिका की स्वतंत्रता प्राप्त है।
‘एक देश, दो सिस्टम'一国两制
‘एक देश, दो सिस्टम’ के ढांचे के अनुसार, एचकेएसएआरको विदेशी और रक्षा से संबंधित मामलों के अतिरिक्त कुछ मामलों में स्वायत्तता प्राप्त है। डेंग ज़ियाओपिंग ने ‘एक देश, दो सिस्टम’ ढाँचे का निर्माण करते समय, इस बात का उल्लेख किया था कि विभिन्न क्षेत्रों के साथ केवल ‘वन चाइना’ ही रहेगा।
इसके अलावा, रूपरेखा में उल्लेख किया गया है कि हांगकांग की अपनी खुद की सरकारी, कानूनी, आर्थिक और वित्तीय प्रणाली जारी रह सकती है। हांगकांग के पास अपना खुद का एक लघु संविधान है और वह पूंजीवादी व्यवस्था को अपनाता है, जो कि मुख्यभूमि चीन में लागू कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ चाइना (सीपीसी) के नियम के विपरीत है।
‘एक देश, दो सिस्टम’ की रूपरेखा हांगकांग-मुख्यभूमि चीन के संबंध को परिभाषित करती है। हांगकांग की स्वायत्तता में मुख्यभूमि के हस्तक्षेप और ‘एक देश, दो सिस्टम’ढांचे को ‘बचाने’ के लिए विशेष रूप से 2003 के बाद से हांगकांग में कई विरोध प्रदर्शन हुए हैं।
वो विभिन्न प्रदर्शन जिनका साक्षी बना है शहर
2003 का विरोध
2003 का विरोध प्रदर्शन विध्वंश विरोधी कानून की शुरुआत के खिलाफ था, जिसने चीनी सरकार के खिलाफ राजद्रोह, अलगाव, देशद्रोह और विध्वंश को प्रतिबंधित कर दिया था। भारी विरोध के बाद बिल को अनिश्चितकाल के लिए टाल दिया गया था।
2012 का विरोध
2012 में हांगकांग में तब विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए जब अधिकारियों ने हांगकांग में स्कूल पाठ्यक्रम को बदलने की कोशिश की। कुछ परिवर्तन जो शामिल किए गए थे वे चीन के इतिहास, संस्कृति और राष्ट्रीय पहचान जैसे विषयों पर थे। प्रदर्शनकारियों के लिए यह "हांगकांग के युवाओं का ब्रेनवॉश’ करने वाला था।1 8 सितंबर 2012 को यह निर्णय लिया गया कि स्कूलों को पाठ्यक्रम के कार्यान्वयन पर निर्णय लेने का अधिकार होगा, जिसने इसे प्रभावी रूप से मृत कर दिया।
2014 का विरोध
2014 का छाता आंदोलन2 चीन के नेशनल पीपुल्स कांग्रेस स्टैंडिंग कमेटी (एनपीसीएससी) के 'हांगकांग चुनाव प्रणाली में प्रस्तावित सुधारों' के संबंध में निर्णय के खिलाफ एक आंदोलन था। सुधारों के तहत हांगकांग के मुख्य कार्यकारी पद के लिए सीपीसी द्वारा उम्मीदवारों की पूर्व जांच करने का सुझाव दिया गया था।हांगकांग के नागरिकों ने इसे अपनी स्वायत्तता को सीमित करने वाला उपाय करार दिया। विरोध प्रदर्शनों ने 'वास्तविक सार्वभौमिक मताधिकार' की भी मांग की। चीनी सरकार प्रदर्शनकारियों की किसी भी मांग के लिए सहमत नहीं हुई और 79 दिनों के बाद, विरोध अंततः बिना किसी वास्तविक उपलब्धि के थम गया।
2016 का विरोध
यह हांगकांग में आज़ादी के समर्थन में आयोजित पहला विरोध था। इसने मुख्यभूमि चीन से हांगकांग की पूर्ण स्वतंत्रता की मांग की। यह विरोध शहर की विधायिका के लिए होने वाले चुनाव में छह स्वतंत्रता समर्थक उम्मीदवारों पर प्रतिबंध लगाए जाने के खिलाफ था।
2017 का विरोध
2017 में जब चीनी नियंत्रण में हांगकांग को सौंप जाने के दो दशक पूरे होने का जश्न मनाया जा रहा था, लोकतंत्र समर्थक प्रदर्शनकारियों ने हांगकांग को ‘वास्तविक स्वायत्तता’ देने से चीन के इनकार और ‘एक देश, दो सिस्टम’की समाप्ति के खिलाफ मार्च किया।
2019 का विरोध
प्रत्यर्पणविधेयक विरोधी आंदोलन से लेकर लोकतंत्र समर्थक आंदोलन तक
2019 का हांगकांग प्रत्यर्पण विधेयक विरोध, प्रदर्शनों की एक श्रृंखला है जो हांगकांग के मुख्य कार्यकारी कैरी लैम द्वारा फरवरी 2019 में प्रत्यर्पण विधेयक का प्रस्ताव रखे जाने के बाद शुरू हुई। विरोध प्रदर्शनों की पहली श्रृंखला मार्च 2019 में हुई, जिसके बाद 9 जून 2019 को कैरी लैम को हटाने की मांग की गई। 12 जून 2019 को विरोध प्रदर्शन फिर से शुरू हुआ, जिस दिन विधेयक को दूसरी रीडिंग के लिए रखा जाना था। प्रदर्शनकारियों को पुलिस की बर्बरता का सामना करना पड़ा और विरोध प्रदर्शनों को पुलिस ने ‘दंगों’ का नाम दिया। इसके बाद अंतर्राष्ट्रीय ध्यान आकर्षित करने के लिए प्रदर्शनकारी 26 और 28 जून को19 देशों के वाणिज्यदूतों के सामने इकट्ठा हुए,2जो जी20 शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए पहुंचे थे।
1 जुलाई, 2019 को 1997 में हांगकांग को सौंपे जाने की 22वीं वर्षगांठ मनाने के लिए चिह्नित किया गया था। प्रदर्शनकारियों ने वार्षिक झंडारोहण समारोह के खिलाफ प्रदर्शन किया और विधान परिषद (लेको) परिसर में घुस गए। 9 जुलाई, 2019 को कैरी लैम ने घोषणा की कि विधेयक 'मृत' हो चुका है। प्रत्यर्पण बिल को पूरी तरह वापस लेने की मांग को लेकर 14 जुलाई को फिर से विरोध प्रदर्शन शुरू हो गया।
प्रदर्शनकारियों द्वारा उठाई गई पांच प्रमुख मांगों में शामिल हैं: प्रत्यर्पण विधेयक को पूरी तरह वापस लेना, 12 जून के विरोध को 'दंगा' माना गया था, उसे वापस लेना और प्रदर्शनकारियों के साथ पुलिस के व्यवहार की जांच कराना।3प्रदर्शनकारियों ने सभी गिरफ्तार प्रदर्शनकारियों के लिए आम माफी तथा हांगकांग के मुख्य कार्यकारी के लिए चुनाव में सार्वभौमिक मताधिकारकी भी मांग की।
अगस्त की शुरुआत तक, यह स्पष्ट हो गया था कि विरोध केवल प्रत्यर्पण बिल को लेकर नहीं था। विरोध एक ऐसे मुद्दे के रूप में विकसित हो रहा था कि मुख्य भूमि चीन हांगकांग के नागरिकों की विशिष्ट पहचान को नष्ट करने की कोशिश कर रहा है। 3 अगस्त को विरोध प्रदर्शन जब लगातार 9वें सप्ताह में प्रवेश कर गया; तो प्रदर्शन हिंसक हो गए, क्योंकि पुलिस ने आंसू गैस और रबर की गोलियों का इस्तेमाल किया। 5 अगस्त को कैरी लैम ने एक मीडिया संबोधन में कहा कि हांगकांग में बहुत खतरनाक स्थिति है।4 9 अगस्त को चीन की तरफ से सबसे कड़ी चेतावनी जारी की गई थी। इसने प्रदर्शनकारियों को चेतावनी दी कि वे "आग से न खेलें" और उन्हें केंद्र सरकार की "कमजोरी के लिए संयम" समझने की गलती नहीं करनी चाहिए।5 11 अगस्त को, प्रदर्शनकारियों ने हांगकांग हवाई अड्डे पर कब्जा कर लिया, जिसके परिणामस्वरूप अगले दिन उड़ानें रद्द करनी पड़ीं।6 जब प्रदर्शन शुरू हुआ तो विरोध प्रदर्शन के दौरान हुई आत्महत्याओं की वजह से प्रदर्शनकारियों में गुस्सा था।3 अन्य कारणों में युवाओं के बीच सार्वभौमिक मूल्यों की खोज और उनके स्थानीय एवं केंद्र सरकार के प्रति अविश्वास से उत्पन्न होने वाला आक्रोश तथा उनके व्यक्तिगत जीवन की व्यग्रता हो सकती है।7 प्रत्यर्पण विधेयक विरोधी आन्दोलन का लोकतंत्र समर्थक आन्दोलन में परिवर्तित हो जाने को सरकार द्वारा इसे बलपूर्वक संभालने का परिणाम कहा जा सकता है।
स्रोत: साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट (एससीएमपी), 14 सितंबर, 2019।
प्रदर्शनों के बीच समानताएँ
पूर्व के विरोध प्रदर्शनों के साथ इन विरोधों की सबसे बड़ी समानता यह है कि ये लोकतंत्र समर्थक प्रकृति के हैं। भले ही इनमें लोकतंत्र के लिए स्पष्ट मांग नहीं झलकती है, लेकिन इनमें से प्रत्येक विरोध शहर के विभिन्न मामलों में चीन के हस्तक्षेप और इसे प्राप्त होने वाली स्वायत्तता के संभावित क्षरण के खिलाफ है। विरोध प्रदर्शनों में विधायिका, न्यायपालिकाआदि विभिन्न प्रकार की स्वतंत्रता की मांग की गयी है, जिनके बारे में उन्हें लगता है कि मुख्यभूमि चीन उन्हें समाप्त करने की कोशिश कर रहा है।
सरकार द्वारा 2014 और 2019 के विरोध प्रदर्शनों से निपटने के तरीकों के बीच भी समानताएं दिखाई देती हैं। 2014 के विरोध प्रदर्शनों में पुलिस की ओर से हिंसा देखी गई, जो इस बार भी देखी गई और जो पहले से ज्यादा उग्र थी। सरकार ने 2014 के विरोध प्रदर्शनों के दौरान प्रदर्शनकारियों की किसी भी मांग को स्वीकार नहीं किया था और वर्तमान में भी चल रहे प्रदर्शनों पर केंद्र सरकार की प्रतिक्रिया को देखते हुए इस बात की संभावना बहुत कम है कि सरकार प्रदर्शनकारियों की सभी मांगों पर सहमत होगी।
प्रदर्शनों के बीच अंतर
2019 के प्रत्यर्पण बिल विरोध में प्रदर्शनकारियों के बीच तीव्रता अधिक थी। हांगकांग हवाईअड्डे पर प्रदर्शनकारियों का कब्ज़ा होने और इसकी वजह से उड़ानों को रद्द किये जाने से, 2019 का विरोध पिछले प्रदर्शनों की तुलना में बहुत आक्रामक है। विश्लेषकों ने देखा कि 2014 के विरोध प्रदर्शनों की विफलता का कारण इस तथ्य के कारण था कि विरोध प्रदर्शनों ने शहर की अर्थव्यवस्था को नुकसान नहीं पहुंचाया था और अगर उन्हें यह सुनिश्चित करना है कि भविष्य के विरोध प्रदर्शन सफल रहें, तो उन्हें अर्थव्यवस्था को प्रभावित करने की आवश्यकता होगी।82019 के विरोध प्रदर्शनों के दौरान ऐसा देखा जा सकता है कि चीन-अमेरिका व्यापार युद्ध और विरोध प्रदर्शनों के कारण हांगकांग की अर्थव्यवस्था को झटका लगा, लेकिन केंद्र सरकार ने लंबे समय तक इसे जाहिर नहीं होने दिया और यह दिखाने की कोशिश की कि मुख्य भूमि के लिए हांगकांग अर्थव्यवस्था से कहीं अधिक बढ़कर है9बल्कि यहां तक कि जब सरकार ने बिल की औपचारिक वापसी की घोषणा की, तो सरकार द्वारा प्रदर्शनकारियों की अन्य मांगों पर कोई बयान नहीं दिया गया।10‘दंगाइयों’ और ‘आतंकवादियों’11 से निपटने के लिए हांगकांग और शेन्ज़ेन की सीमा के साथ पीपुल्स आर्म्ड पुलिस (पीएपी)4 की तैनाती की गई थी, जो पहले कभी नहीं हुआ था।
2019 के विरोधों के बारे में ध्यान देने वाली एक बड़ी बात इसमें भाग लेने वाले लोगों की संख्या थी। 16 जून 2019 के विरोध प्रदर्शन में भाग लेने वालों की संख्या विक्टोरिया पार्क5 की तुलना में अधिक थी। पुलिस द्वारा बताई गई प्रदर्शनकारियों की अनुमानित संख्या 3,38,000 थी, जबकि लोकतंत्र समर्थक नागरिक मानवाधिकार मोर्चा ने दावा किया कि यह लगभग 2 मिलियन था।12विरोध प्रदर्शनराजनीतिक रूप से कम सक्रिय क्षेत्र कॉव्लून के पास भी हुए थे।1318 अगस्त वह पहला सप्ताहांत था जब कई दिनों के बाद शहर में शांति थी।14
श्रोत : Vox.com, 11 जून , 2019
चीन की प्रतिक्रिया
चीन ने यूरोपीय संघ (ईयू), संयुक्त राज्य अमेरिका (यूएस) और ताइवान की डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव पार्टी (डीपीपी) के खिलाफ हांगकांग के मामलों में हस्तक्षेप रोकने के लिए चेतावनी के रूप में बयान जारी किए हैं। विदेश मामलों और सुरक्षा नीति के लिए यूरोपीय संघ के उच्च प्रतिनिधि, फेडेरिका मोगेरिनी और कनाडाई विदेश मंत्री क्रिसटिया फ्रीलैंड ने 18 अगस्त, 2019 को हांगकांग में एक संयुक्त बयान जारी किया। इस बयान में सभी हितधारकों से इस मुद्दे को हल करने के लिए बातचीत शुरू करने के लिए कहा गया। इसमें यह भी दोहराया गया कि हांगकांग को जो स्वायत्तता प्राप्त है, वह चीन के संविधान में अंतर्निहित है। इसके जवाब में, चीनी पक्ष ने यूरोपीय संघ को चीन के आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप नहीं करने और अंतर्राष्ट्रीय कानून का सम्मान करने के लिए कहा।15
चीन की नेशनल पीपुल्स कांग्रेस की विदेश मामलों की समिति के प्रवक्ता यू वेन्ज़ ने उन अमेरिकी सांसदों के खिलाफ बयान जारी किया है, जिन्होंने चीन पर हांगकांग में मानवाधिकारों के उल्लंघन का आरोप लगाया है। बयान में उल्लेख किया गया है कि हांगकांग के प्रदर्शनकारियों ने पीआरसी के संविधान और चीन के राष्ट्रीय ध्वज और प्रतीक पर बने कानूनों की मुखालफत की है, और इसलिए उन्हें कानून के नियम के अनुसार दंडित किया जाना चाहिए और यह भी कि अमेरिका को चीन के आंतरिक मामलों में मध्यस्थता करना बंद कर देनी चाहिए।16
यद्यपि अन्य विरोधों के साथ इसकी कई समानताएं हैं, फिर भी प्रदर्शनकारियों के साथ-साथ सरकार की ओर से भी, 2019 के विरोध प्रदर्शन प्रकृति में बड़े और अधिक आक्रामक हैं। प्रदर्शनकारियों का एक बड़ा हिस्सा युवा हैं, जो कुछ विश्लेषकों के मुताबिक़ 2047 में चीन-ब्रिटिश संयुक्त घोषणा की समय सीमा के कारण है। ये युवा लोकतांत्रिक मूल्यों के साथ और लोकतांत्रिक व्यवस्था में बड़े हुए हैं और मुख्य भूमि का बढ़ताअतिक्रमण उन्हें परेशान कर रहा है।17युवा विरोध प्रदर्शनों में सबसे आगे रहे हैं और अपनी मांगों के लिए आवाज उठाई है, और इसका असर आने वाली पीढ़ी पर भी पड़ सकता है। डिमोस्टिस्टो719 के जोशुआ वोंग और नाथन लॉ18, विरोध प्रदर्शन में सबसे आगे रहने वाले वे युवा नेता हैं, जिन्हें 2014 के छाता आंदोलन में उनकी भूमिका के लिए 2017 मेंसजा सुनाई गई थी। महान लोकतंत्र की मांग करने और शहर में आर्थिक असमानताओं से निराश होने के अलावा, युवा हांगकांग की पहचान को लेकर चिंतित हैं। यद्यपि तियानमेन स्क्वायर घटना की पुनरावृत्ति के बारे में अटकलें लगाई जा रही हैं, फिर भी 16 अगस्त 2019 को अपने संपादकीय में ग्लोबल टाइम्स ने इस तरह के दावों को खारिज करते हुए कहा है कि चीन अब परिपक्व हो गया है और उसके पास इस बार स्थिति से निपटने के लिए सेना का प्रयोग करने की तुलना में बेहतर तरीके हैं।20मुख्यभूमि चीन विरोधों को रोकने के लिए सेना का उपयोग करके अंतर्राष्ट्रीय क्षेत्र में अपनी छवि खराब नहीं कर सकता है; ऐसी नीति "एक देश, दो सिस्टम" के आधार पर अन्य क्षेत्रों के साथ जुड़ने की चीन की योजनाओं की विश्वसनीयता को प्रभावित कर सकती है।
निष्कर्ष
एचकेएसएआर को कम्युनिस्ट चीन की छाया में एक लोकतांत्रिक प्रणाली प्राप्त है। लोकतंत्र और आज़ादी समर्थक तत्व हांगकांग के ‘मुख्यभूमिकरण’21 किये जाने पर अपनी चिंता व्यक्त करते रहे हैं। चीन-ब्रिटिश संयुक्त घोषणा के तहत हांगकांग को चीन को वापस सौंपने के बाद से 2019 का विरोध प्रदर्शन सबसे हिंसक है, जो 'हांगकांग बेसिक लॉ' के तहत हांगकांग की स्वायत्तता की गारंटी देता है। प्रत्यर्पण बिल विरोध के लोकतंत्र विरोधी आंदोलन में तब्दील होने का कारण संभवतः हांगकांग के नागरिकों के बीच अंतर्निहित भय है कि अगर चीन हांगकांग में एक भी बदलाव लाने में सफल होता है, जैसा कि वह समय-समय पर प्रस्तावित करता रहता है, तो इसकी स्वायत्तता पूरी तरह से खत्म हो जाएगी।शहर की स्वायत्तता हांगकांग के नागरिकों की पहचान के साथ जुडी हुई है। प्रदर्शनकारियों को लगता है कि चीन की दखलंदाजी उनकी पहचान में हस्तक्षेप करती है और ऐसी स्थिति पैदा कर सकती है, जब हांगकांग के नागरिकों की विशिष्ट पहचान मौजूद नहीं रह पाएगी और मुख्यभूमि में आत्मसात हो जाएगी। एचकेएसएआर सरकार द्वारा यह घोषणा करने के बाद भी कि वह औपचारिक रूप से विधेयक को वापस ले लेगी, विरोध खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है जो फिर से इस बात की गवाही देता है कि हांगकांग में हो रहा कोई भी विरोध तात्कालिक मामलों को लेकर कम और इसके भविष्य एवं लोकतंत्र के उन्मूलन की चिंता को लेकर अधिक है।
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*बिहू चमड़िया, रिसर्च इंटर्न, इंडियन काउंसिल ऑफ वर्ल्ड अफेयर्स।
अस्वीकरण: व्यक्त किए गए विचार शोधकर्ता केहैं, परिषद के नहीं।
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1The Hong Kong Basic Law is a set of policies which makes up the mini constitution of HKSAR; it delineates China’s basic policies vis-a-vis Hong Kong. It was adopted in 1990 and came into effect in 1997.
2The 2014 protest in HKSAR is popularly known as Umbrella Movement because of protestors using umbrellas as a shield against pepper sprays and water cannons used by the police. During the earlier phase the protests were called Occupy Central protests.
3 There had been total of four suicides as reported by CNN. The suicides, as stated by the officials had connections with the ongoing demonstrations. The suicides are believed to have fueled the intensity of the protests.
4PAP not People’s Liberation Army (PLA) is used to control the situations like protests.
5Victoria Park is the largest open and flat area in Hong Kong.
6 The Kowloon area of Hong Kong is also the area where most mainlanders live.
7 Demosisto is a pro-democracy organization which aims to achieve democratic self-determination for Hong Kong.
Endnotes:
1 A Brief History of Protest in Post-Handover Hong Kong. (2019). https://time.com. [online] Available at: https://time.com/5606212/hong-kong-history-mass-demonstrations-protest/[Accessed 12 Sep. 2019].
2Cheng, K. (2019).Dozens of pro-Beijing protesters march to foreign consulates, urging them to ‘stop interfering’ in Hong Kong. [online] www.hongkongfp.com.Available at: https://www.hongkongfp.com/2019/06/28/dozens-pro-beijing-protesters-march-foreign-consulates-urging-stop-interfering-hong-kong/[Accessed 8 Aug. 2019].
3www.time.com.(2019). Fresh Hong Kong Protests End in Chaotic Clashes. [online] Available at: https://time.com/5629071/hong-kong-protests-police-inquiry/[Accessed 22 Jul. 2019].
4Grace Shao, E. (2019).Hong Kong's leader says the city is verging on 'a very dangerous situation'. [online] CNBC. Available at: https://www.cnbc.com/2019/08/05/hong-kong-leader-carrie-lam-city-verging-on-very-dangerous-situation.html[Accessed 23 Aug. 2019].
5Aljazeera.com.(2019).China warns Hong Kong protesters not to 'play with fire'. [online] Available at: https://www.aljazeera.com/news/2019/08/china-warns-hong-kong-protesters-play-fire-190806204405679.html[Accessed 20 Aug. 2019].
6Time. (2019).https://time.com.[online] Available at: https://time.com/5650748/hong-kong-airport-protests-flights-cancelled/[Accessed 20 Aug. 2019].
7Lam, J. (2019).Why are Hong Kong youth angry? [online] www.inkstonenews.com.Available at: https://www.inkstonenews.com/politics/economic-and-political-grievances-behind-hong-kong-protesters/article/3018304[Accessed 22 Jul. 2019].
8Headley, T. and Lau, T. (2016).Why Did Hong Kong's Umbrella movement Fail? [online] The Diplomat. Available at: https://thediplomat.com/2016/04/why-did-hong-kongs-umbrella-movement-fail/[Accessed 16 Aug. 2019].
9Tsang, D. (2019).Political unrest hitting Hong Kong where it hurts – in the wallet. [online] South China Morning Post. Available at: https://www.scmp.com/news/hong-kong/hong-kong-economy/article/3017580/political-unrest-hitting-hong-kong-where-it-hurts[Accessed 16 Aug. 2019].
10 Kuo, L. and Yu, V. (2019).Hong Kong's leader withdraws extradition bill that ignited mass protests. [online] the Guardian. Available at: https://www.theguardian.com/world/2019/sep/04/hong-kong-lam-to-withdraw-extradition-bill-say-reports[Accessed 12 Sep. 2019].
11Tiezzi, S. (2019).Will Beijing Use Force to End the Hong Kong Protests? [online] The Diplomat. Available at: https://thediplomat.com/2019/08/will-beijing-use-force-to-end-the-hong-kong-protests/[Accessed 16 Aug. 2019].
12Scarr, S., Sharma, M., Hernandez, M. and Tong, V. (2019).Measuring the masses. [online] www.graphics.reuters.com.Available at: https://graphics.reuters.com/HONGKONG-EXTRADITION-PROTESTS/0100B01001H/index.html[Accessed 22 Jul. 2019].
13Tsang, E. and Yeo, R. (2019).The difference between a Kowloon extradition bill protest and one on Hong Kong Island: it’s more than just fishballs. [online] www.scmp.com.Available at: https://www.scmp.com/news/hong-kong/society/article/3018291/difference-between-kowloon-extradition-bill-protest-and-one[Accessed 22 Jul. 2019].
14www.bbc.com.(2019). Hong Kong protests: Huge crowds rally peacefully. [online] Available at: https://www.bbc.com/news/world-as49386298ia-china-[Accessed 20 Aug. 2019].
15En.people.cn.(2019).Chinese mission strongly opposes EU's meddling in Hong Kong affairs - People's Daily Online. [online] Available at: http://en.people.cn/n3/2019/0818/c90000-9606997.html[Accessed 20 Aug. 2019].
16En.people.cn. (2019).NPC Foreign Affairs Committee spokesperson slams U.S. lawmakers' wrong comments on HK - People's Daily Online. [online] Available at: http://en.people.cn/n3/2019/0818/c90000-9606945.html [Accessed 20 Aug. 2019].
17Ives, M. and Li, K. (2019).For Hong Kong’s Youth, Protests Are ‘a Matter of Life and Death’. [online] Nytimes.com. Available at: https://www.nytimes.com/2019/06/17/world/asia/hong-kong-protests-youth.html[Accessed 19 Aug. 2019].
18Twitter.com. (2019).Twitter. [online] Available at: https://twitter.com/joshuawongcf/status/1145975173234868224?ref_src=twsrc%5Etfw%7Ctwcamp%5Etweetembed&ref_url=https%3A%2F%2Fwww.cnbc.com%2F2019%2F08%2F12%2Fmeet-the-millennial-leaders-of-hong-kongs-protests.html[Accessed 20 Aug. 2019]. ICWA Viewpoint 10 | www.icwa.in
19香港眾志Demosistō. (2019).About Us - 香港眾志Demosistō. [online] Available at: https://www.demosisto.hk/about?lang=en[Accessed 23 Aug. 2019].
20Globaltimes.cn. (2019).Futile for Washington to play HK card - Global Times. [online] Available at: http://www.globaltimes.cn/content/1161632.shtml[Accessed 20 Aug. 2019].
21Shiu-Hing Lo, S. (2008). The Mainlandization of Hong Kong. [online] www.researchgate.net.Available at: https://www.researchgate.net/publication/299940819_The_Mainlandization_of_Hong_Kong[Accessed 22 Jul. 2019].