सार-संक्षेप
अमेरिकी कांग्रेस के सदस्यों का चुनाव करने के लिए अमेरिका में 06 नवम्बर, 2018 को चुनाव होंगे। ये चुनाव पर्याप्त महत्त्व के हैं क्योंकि डेमोक्रेटिक पार्टी सदन सीनेट में बहुमत प्राप्त करने का प्रयास कर रही है और रिपब्लिकन पार्टी अपने बहुमत को बढ़ाने का प्रयास कर रही है। राष्ट्रपति ट्रम्प के चुनाव के बाद ये मध्यावधि चुनाव सबसे पहला प्रमुख चुनाव होगा और इसे उनकी जनता में लोकप्रियता की परीक्षा के रूप में देखा जा रहा है। इस आलेख में उन प्रमुख मुद्दों का जिन्हें चुनावी अभियान के दौरान वाद-विवाद में उठाया जा सकता है और संयुक्त राज्य अमेरिका के लिए इन चुनावों के कारणों को समझने का अध्ययन किया जायेगा।
संयुक्त राज्य अमेरिका में हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव की प्रत्येक 435 सीट तथा 100 में से 34 सीनेट सीट के लिए 06 नवम्बर, 2018 को चुनाव कराये जायेंगे जिन्हें संयुक्त रूप से अमेरिकी कांग्रेस1 कहा जाता है। रिपब्लिकन पार्टी को दोनों सदनों में बहुमत प्राप्त करने की आशा है। यद्यपि आशा है कि सदन में डेमोक्रेटिक पार्टी अच्छा प्रदर्शन करेगी किन्तु सीनेट में उसे कुछ अधिक कठिनाई हो सकती है। डेमोक्रेट्स को 34 में से 26 सीटों को बचाना है और साथ ही रिपब्लिकन से दो अधिक सीटें छीनकर बहुमत प्राप्त करने की आशा रखनी है। राज्य में वेस्ट वर्जिनिया, जहाँ से राष्ट्रपति ट्रम्प 2016 में राष्ट्रपति पद की दौड़ में भारी बहुमत से जीते थे, जैसी अनेक सीटें हैं जिन्हें वे बचाना चाहेंगे। इसके साथ ही अनेक राज्य-स्तरीय तथा स्थानीय प्रशासनिक चुनाव भी उसी दिन सम्पन्न कराये जायेंगे। चुनाव हेतु रिक्त 36 गर्वनर सीटों पर भी चुनाव होंगे, डेमोक्रेट गवर्नर की 23 सीटों को रिपब्लिकनों से हथियाने के लिए प्रयासरत हैं। गवर्नर का पद अत्यन्त महत्त्वपूर्ण है। गवर्नर न केवल राज्य के कानूनों का क्रियान्वयन करते हैं बल्कि राज्य के बजट तथा सुधार कार्यक्रमों पर भी उनका पर्याप्त नियन्त्रण रहता है। संयुक्त राज्य द्वारा अपनाये गये संघीय ढांचे में राज्य सशक्त राजनीतिक घटक हैं।
राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प से काफी उम्मीदें हैं। ये चुनाव राष्ट्रपति चुनाव के दो वर्षों पश्चात होने जा रहे हैं जिसमें घरेलू तौर पर लगता है कि अमेरिका जाति, लिंग तथा नस्ल के आधार पर विभाजित हो रहा है जो कि इसके हालिया इतिहास में कभी नहीं हुआ था। यह राष्ट्रपति चुनावों के बाद रिपब्लिकन पार्टी का पहला प्रमुख चुनाव होगा और यह राष्ट्र के लिए राष्ट्रपति के कार्यों की लोकप्रियता का पैमाना होगा। अत: इसे ट्रम्प की नीतियों तथा कार्यों के प्रति जनमत संग्रह के रूप में देखा जा रहा है। यदि रिपब्लिकन पार्टी अमेरिकी कांग्रेस में अपना बहुमत बनाये रखने में सक्षम हो पाती है तो 2020 में होने वाले अगले चुनावों में राष्ट्रपति ट्रम्प के शासन के बचे हुए दो वर्ष सुचारु और कम प्रतिस्पर्द्धी होने की सम्भावना है। इससे राष्ट्रपति को प्रवासन, व्यापार, घरेलू स्वास्थ्य सुविधा नीति परिवर्तनों आदि सम्बन्धी अपनी नीतियों को जारी रखने की वैधता तथा बहुमत प्राप्त हो जायेगा।
दूसरी ओर डेमोक्रेट्स को रिपब्लिकन बहुमत वाली अमेरिकी कांग्रेस द्वारा समर्थित ट्रम्प प्रशासन की विभाजनकारी राजनीति को अस्वीकार करते हुए चुनावी 'ब्लू वेव' में जीतने की आशा है। डेमोक्रेट बहुमत उन्हें विधि निर्माण रोकने की शक्ति प्रदान करेगा और राष्ट्रपति ट्रम्प तथा उनकी टीम के कार्यों की समीक्षा करने की शक्ति में वृद्धि होगी।
अत: वाशिंगटन में राजनीतिक गतिरोध के कारण इन मध्यावधि चुनावों का पर्याप्त महत्त्व है।
चुनावी मुद्दे
इस चुनाव के प्रमुख मुद्दे अर्थव्यवस्था, प्रवासन तथा स्वास्थ्य हैं जिन पर गर्मागर्म बहस होने वाली है।
संयुक्त राज्य की अर्थव्यवस्था 4.2 प्रतिशत की दर से (2014 से अब तक का सर्वाधिक) वृद्धि कर रही है और बेरोजगारी की दर गत वित्त वर्ष सहित न्यूनतम (3.9 प्रतिशत) है जिसमें काले अमेरिकन तथा हिस्पैनिक्सों के लिए न्यूनतम बेरोजगारी थी। राष्ट्रपति ट्रम्प ने यह कहते हुए इसका श्रेय लिया कि ऐसा व्यापार तथा शुल्क सम्बन्धी कड़े निर्णयों के कारण हुआ है जिससे विकास दर बढ़ा है। अनेक अर्थशास्त्रियों का विचार है कि ट्रम्प प्रशासन ही एकमात्र वर्तमान आर्थिक विकास के लिए उत्तरदायी नहीं है। सफलता आर्थिक वसूली के एक चक्र का अंग तथा पूर्व के प्रशासन की आर्थिक नीतियों का परिणाम है। डेमोक्रेट्स की दृष्टि कर सुधारों तथा प्रशासन की आर्थिक नीतियों और विशेष रूप से तृतीय विश्व के देशों के साथ शुल्क तथा व्यापार समझौतों की समीक्षा करने के वाद-विवाद पर लगी हुई है।
यद्यपि बेरोजगारी कम है किन्तु निम्न आय वाले अनेक लोगों की वास्तविक आय में कोई वृद्धि नहीं हुई है जो कि भोजन तथा आवासीय भाड़े जैसी आवश्यक सेवाओं का भुगतान करने के लिए संघर्षशील हैं। यदि प्रशासन राष्ट्रपति ओबामा की स्वास्थ्य सुविधा नीति को छिन्न-भिन्न करने में समर्थ होते हैं तो भय है कि इससे बीमा की लागत बढ़ जायेगी और अनेक लोगों को इसका व्यय वहन करना कठिन हो जायेगा।
डेमोक्रेट्स इस तथ्य को उछालने का भी प्रयास करेंगे कि राष्ट्रपति ट्रम्प ने अमेरिका के सहयोगियों और साझेदारों को अनेक 'व्यापारिक युद्धों' में झोंक दिया है। डेमोक्रेट कह रहे हैं कि शुल्क तथा अन्य राष्ट्रों के साथ जैसे-को-तैसा की नीति अमेरिकी अर्थव्यवस्था के लिए घातक होगी। मतदाता भी प्रशासन की शुल्क नीति के परिणामस्वरूप उपभोक्ता वस्तुओं के मूल्य में वृद्धि के भय से ग्रस्त हैं। अनेक उपभोक्ताओं को शुल्क के प्रभाव का अनुभव अनेक महीने के पश्चात होगा और अर्थशास्त्रियों का मानना है कि चुनावों से पहले शुल्क की लागत स्पष्ट हो सकती है। इससे मतदान पर प्रभाव पड़ भी सकता है और नहीं भी पड़ सकता है।
दोनों दलों ने प्रवासन तथा सीमा सुरक्षा के मुद्दे पर अभियान चलाया है। राष्ट्रपति ट्रम्प ने सीमाएँ खोलने तथा अपराधों के नासूर बनने के लिए कांग्रेसी डेमोक्रेट्स को दोषी ठहराया है। इसके उत्तर में डेमोक्रेट्स ने अवैध रूप से अमेरिका में आये नाबालिग बच्चों को उनके माता-पिता और विशेष रूप से माताओं से अलग करने के लिए संघीय एजेन्सियों तथा प्रशासन की नीति की आलोचना की। दोनों दल निर्वासन के आस्थगित कार्य हेतु अवैध प्रवासियों बच्चों के वीजा के नवीकरण की अनुमति देने वाले डेफर्ड एक्शन फॉर चाइल्डहुड एराइवल्स (डीएसीए) अधिनियम पर मतभिन्नता रखते हैं। राष्ट्रपति ट्रम्प ने इस अधिनियम का विरोध किया है। वे अक्सर कहते रहते हैं कि वे अवैध प्रवासियों को रोकने के लिए 'सीमा पर दीवार' बनाना पसन्द करेंगे और अमेरिकी कांग्रेस में डेमोक्रेट्स पर इस प्रक्रिया में बाधा पहुँचाने का आरोप लगाते रहे हैं। यद्यपि रिपब्लिकन पार्टी के कुछ लोगों ने राष्ट्रपति ट्रम्प के इस दृष्टिकोण का समर्थन किया है किन्तु उनमें कुछ उदारवादी रिपब्लिकन मतभिन्नता भी रखते हैं कि अमेरिका में लोगों के अवैध प्रवेश को रोकने के लिए प्रशासन को वैधानिक प्रवासन में सुधार की ओर वापस आने तथा नीतियाँ बनाने की आवश्यकता है। वे दस्तावेज रहित प्रवासियों तथा बच्चों को उनके माता-पिता से अलग करने की कठोर नीतियाँ अपनाने का भी विरोध करते हैं।
डेमोक्रेट्स मतदाओं से ऐसे विधान-निर्माताओं के पक्ष में मतदान करने की अपील करते हैं जो प्रवासी मुद्दे पर और विशेष रूप से बच्चों पर शक्ति का प्रयोग करने के स्थान पर इसका समाधान उपलब्ध करा सकता हो। उन्होंने प्रवासन तथा सीमा शुल्क प्रवर्तन (आईसीई) एजेन्सी को भी बन्द करने का सुझाव दिया है। अनेक डेमोक्रेट्स कहते हैं कि प्रवासन कानूनों में सुधार सहित एजेन्सी में सुधार किया जाना चाहिए न कि इसे बन्द करना चाहिए। अनेक एजेन्सियों में आईसीई ही एकमात्र ऐसी एजेन्सी है जो सीमा शुल्क तथा सीमा सुरक्षा एजेन्सी सहित प्रवासन प्रवर्तन का कार्य करती है।
प्रवासन पर अमेरिकी नीति विभाजित है। यद्यपि अनेक लोग न केवल अर्थव्यवस्था के व्यापक लाभ हेतु प्रवासन के महत्त्व को स्वीकार करते हैं बल्कि साथ ही अवैध प्रवासियों के आगमन को रोकने के लिए कानूनों का कड़ाई से क्रियान्वयन भी चाहते हैं। मध्यावधि चुनावों के पश्चात सत्ता में आने वाली अमेरिकी कांग्रेस को इन दोनों चुनौतियों का समाधान करने वाली नीति का निर्माण करना होगा।
इन चुनावों में डेमोक्रेटिक उम्मीदवारों के लिए स्वास्थ्य सुविधा तथा औषधियों के मूल्य प्राथमिक मुद्दे हैं। ट्रम्प प्रशासन ने वहनीय देखभाल अधिनियम (एसीए) अथवा ओबामाकेयर के व्यक्तिगत अधिदेश को निरस्त कर दिया है और अल्पकालिक सीमित अवधि की स्वास्थ्य योजनाओं का विस्तार किया है जिसे नवीकृत नहीं किया जा सकता है और इससे लाभार्थियों को सीमित कवरेज मिलता है। एसीए के तहत इन योजनाओं को रोजगार समाप्त हो जाने के उपरान्त अथवा ओबामाकेयर के तहत दीर्घकालिक योजनाओं हेतु अगली नामांकन अवधि तक बीमा में अन्य परिवर्तन होने तक कवरेज बनाये रखने के लिए लोगों की सहायता हेतु एक सेतु के रूप में तैयार किया गया था। ये अल्पकालीन योजनाएँ दीर्घकालीन योजनाओं की अपेक्षा सस्ती हैं। ट्रम्प प्रशासन के इन परिवर्तनों से लोग दीर्घकालीन अवधि के लिए ऐसी अल्पकालीन बीमाओं का नवीकरण करा सकेंगे। किन्तु इसका अर्थ यह है कि बीमा कम्पनियों को एसीए के कानूनों में बँधना नहीं होगा अर्थात वे पहले से लागू शर्तों के विरुद्ध दावों को निरस्त कर सकती हैं और रोगियों से अधिक प्रीमियम वसूल सकती हैं। इसका अर्थ यह है कि बीमा कम्पनियाँ जनता के साथ पूर्व निर्धारित शर्तों को भंग कर सकती हैं तथा/अथवा उनसे अधिक प्रीमियम वसूल सकती हैं। चूँकि निर्धन लोग अधिक लागत के कारण अपने प्रीमियम नवीकृत नहीं करा पायेंगे अत: इससे तन्त्र में प्रीमियम के मूल्यों में और अधिक वृद्धि हो जायेगी। ट्रम्प प्रशासन एक अन्य वैकल्पिक नीति तैयार करने वाला है। इसकी निरन्तरता की अनिश्चितता तथा वर्तमान योजनाओं की सब्सिडी में कटौती के लिए खतरे का अर्थ है कि बीमा कम्पनियाँ एक निश्चित भूक्षेत्र को और विशेष रूप से विरल आबादी वाले क्षेत्रों तथा आर्थिक रूप से विपन्न काउंटियों को कवर करने से इन्कार कर रही हैं। इससे कुछ लोगों के लिए उत्तम स्वास्थ्य सेवाओं में कमी होगी तथा कुछ लोगों को सीमित विकल्प प्राप्त होंगे जिससे उनकी स्वास्थ्य सम्बन्धी समस्त आवश्यकताओं को कवर नहीं मिल पायेगा। दीर्घकाल में इससे बीमारियों तथा लम्बे समय तक के उपचार की आवश्यकता वाले दुर्लभ रोगों के उपचार का व्यय बहुत बढ़ जायेगा। रिपब्लिकन उम्मीदवारों को 'ओबामाकेयर' के उनके विकल्प सम्बन्धी प्रश्नों का सामना करना पड़ेगा। ह्वाइट हाउस ने सार्वजनिक रूप से ऐसी कोई योजना नहीं बनाई है। इसके विपरीत डेमोक्रेटिक पार्टी की दृष्टि यह कहते हुए प्रशासन की बजट कटौती पर केन्द्रित है कि यह सामाजिक कार्यक्रमों के लिए खतरा सिद्ध होगा। भविष्य में अर्थव्यवस्था में सम्भावित घाटे को रेखांकित करने में हाल ही में किये गये कर सुधारों के क्रियान्वयन का भी उपयोग किया गया जिनकी भरपाई केवल स्वास्थ्य सुविधा जैसे सामाजिक कार्यक्रमों में अधिक कटौती करके ही की जा सकती है।
निष्कर्ष
इन चुनावों का प्रमुख लक्षण है कि ये विभाजनकारी और पक्षपात युक्त होंगे जैसा कि पहले कभी नहीं हुआ था। राष्ट्रपति ट्रम्प देश भर में अपनी "अमेरिका प्रथम" की नीति का समर्थन करते हुए रिपब्लिकन पार्टी के उम्मीदवारों के पक्ष में अभियान चला रहे हैं और विरोधियों पर "अपराध तथा प्रवासन नीति की दुर्बलता" का आरोप लगाते हुए प्रहार कर रहे हैं। हाल ही में राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद की बैठक में उन्होंने दावा किया कि चीन उनके प्रशासन के विरुद्ध मध्यावधि चुनावों में दखल देने का प्रयास कर रहा है। उन्होंने अपने दावों का कोई प्रमाण नहीं प्रस्तुत किया और अनेक लोगों का मानना है कि रिपब्लिकन पार्टी अपनी असफलता का दोष छिपाने के लिए ऐसा कह रही है।
राष्ट्रपति ट्रम्ब की महिलाओं के प्रति की गयी टिप्पणियों, उनकी प्रवासन विरोधी नीति, उच्चतम न्यायालय में अधिक रूढ़िवादी न्यायाधीशों की नियुक्ति, महिलाओं के लिए विकल्प सहयोगी कानूनों की चुनौती, श्वेतों की श्रेष्ठता को लेकर आलोचना के अभाव तथा बन्दूक-समर्थक लॉबी को समर्थन देने के की प्रतिक्रिया के फलस्वरूप इन चुनावों में अनेक नस्ली अल्पसंख्यकों, महिलाओं, एलजीबीटीक्यू के सदस्यों तथा मुस्लिम उम्मीदवारों के शामिल होने की सम्भावना है।
ये चुनाव दोनों दलों के लिए महत्त्वपूर्ण हैं। रिपब्लिकन पार्टी के लिए यह राष्ट्रपति ट्रम्प के अधीन प्रशासन का परीक्षण होगा। डेमोक्रेटिक पार्टी के लिए यह उनके प्रमुख मूल्यों की रक्षा तथा अमेरिकी राजनीति के क्षेत्र में अपने खोए हुए आधार को पुन: प्राप्त करने का अवसर होगा।
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* लेखिका, शोधार्थी, वैश्विक मामलों की भारतीय परिषद्, नई दिल्ली।
अस्वीकरण : इसमें व्यक्त दृष्टिकोण शोधार्थी के हैं न कि परिषद के।
1 रिप्रेजेंटेटिव का कार्यकाल 2 वर्ष का है। सीनेटर का कार्यकाल 4 वर्ष का है।