पीपल्सि रिपब्लििक ऑफ चाइना की राज्य परिषद के प्रधानमंत्री
महामहिमश्री ली केकियांग
द्वारा
संबोधन
पर इवेंट रिपोर्ट
ताज पैलेस होटल, नई दिल्ली
21 मई 2013
विश्व मामलों की भारतीय परिषद (आईसीडब्ल्यूए) ने फेडरेशन ऑफ इंडियन चैम्बर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (फिक्की) के सहयोग से ताज पैलेस होटल नई दिल्ली में 21 मई 2013को पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ चाइना की राज्य परिषद के प्रधानमंत्री महामहिम श्री ली केकियांग द्वारा संबोधन का आयोजन किया।स्वागत भाषण फिक्की के वरिष्ठ उपाध्यक्ष श्री सिद्धार्थ बिड़ला ने किया। श्री बिड़ला ने प्रधानमंत्री ली केकियांग द्वारा व्यक्त किए गए इस दृष्टिकोण की प्रशंसा की कि चीन-भारतीय संबंध सदी की सबसे महत्वपूर्ण द्विपक्षीय साझेदारी होगी ।
भारत के माननीय विदेश मंत्री श्री सलमान खुर्शीद ने समारोह की अध्यक्षता करते हुए प्रधानमंत्री ली की भारत यात्रा को ‘ऐतिहासिक’ बताया।
प्रधानमंत्री ली केकियांग ने 27 साल पहले एक युवा प्रतिनिधिमंडल के नेता के रूप में अपनी भारत यात्रा की यादों का स्मरण करते हुए अपने संबोधन की शुरुआत की। उन्होंने भारत-चीन संबंधों और चीन की घरेलू स्थिति से संबंधित अनेकविषयों के बारे में बात की ।
प्रधानमंत्री ली केकियांग ने एक चीनी कहावत का हवाला देते हुए कहा कि भारत के साथ चीन के द्विपक्षीय संबंधों के महत्व पर जोर देने के लिए 'एक दूर का रिश्तेदार निकट पड़ोसी की तरह उपयोगी नहीं हो सकता है'। प्रधानमंत्री ली ने कहा कि दोनों देशों के पास सीमा मुद्दे का पारस्परिक रूप से स्वीकार्य समाधान खोजने की बुद्धिमत्ता है।
व्यापार असंतुलन के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि दोनों देशों के बीच व्यापार असंतुलन को कम करने की क्षमता है और चीन का व्यापार अधिशेष तलाशने का कभी कोई इरादा नहीं है। उन्होंने दोनों देशों के बीच लोगों के परस्पर संबंध बढ़ाने की आवश्यकता पर भी जोर दिया और 2014 को भारत और चीन के बीच आदान-प्रदान का वर्ष घोषित किया ।
चीन की घरेलू स्थिति पर संक्षेप में चर्चा करते हुए प्रधानमंत्री ली ने चीन के विभिन्न क्षेत्रों के बीच महत्वपूर्ण कमियों पर अपनी चिंता व्यक्त की और यह कहाकि चीन के पश्चिमी क्षेत्र के विकास से और अधिक अवसर सृजितहोंगे।
प्रधानमंत्री ली ने विचारशील व्यवस्थाओं के लिए आईसीडब्ल्यूए को धन्यवाद दिया और इसके योगदान की सराहना की।
श्री एच.के. दुआ ने धन्यवाद प्रस्ताव दिया और कहा कि आईसीडब्ल्यूए और फिक्की के तत्वावधान में प्रधानमंत्री ली द्वारा किए गए संबोधन से दोनों संस्थाओं को बड़ा सम्मान मिला है।
इस कार्यक्रम में राजदूत, भारतीय नागरिक समाज के प्रतिनिधि, विद्वान, अधिकारी और व्यापार और मीडिया समुदाय के लोग शामिल हुए।